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सांसद बृजमोहन ने छत्तीसगढ़ में सहकारी बैंकों, छोटे किसान-व्यापारियों से जुड़े जनहित के मुद्दे को लोकसभा में उठाया

सांसद बृजमोहन ने छत्तीसगढ़ में सहकारी बैंकों, छोटे किसान-व्यापारियों से जुड़े जनहित के मुद्दे को लोकसभा में उठाया

हकारिता मंत्री अमित शाह ने दिया सांसद बृजमोहन के सवालों का जवाब

2024-25 में सहकारी समितियों के विकास के लिए 89,750 करोड़ रुपये की धनराशि जारी

श्वेत क्रांति 2: डेयरी सहकारिता व किसानों, महिला सशक्तिकरण को मिलेगा बढ़ावा

नई दिल्ली/रायपुर : रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने मंगलवार को संसद में प्रश्नकाल के दौरान छत्तीसगढ़ में सहकारी बैंकों, छोटे किसान-व्यापारियों के आर्थिक विकास और डेयरी सहकारी समितियों को मजबूत बनाने से संबंधित महत्वपूर्ण सवाल उठाए। उन्होंने केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह से यह जानकारी मांगी कि सरकार गांवों और शहरों में नई सहकारी समितियों की स्थापना तथा मौजूदा समितियों को सशक्त करने के लिए क्या कदम उठा रही है।

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने विशेष रूप से छत्तीसगढ़ में सहकारी बैंकों के कार्यक्रमों में सुधार लाने और छोटे किसानों एवं व्यापारियों को सरलता से ऋण उपलब्ध कराने की नीतियों के बारे में पूछताछ की। साथ ही, उन्होंने सरकार की डेयरी सहकारी तंत्र विकसित करने, दूध उत्पादकों को उचित मूल्य दिलाने, सहकारी संगठनों के माध्यम से महिलाओं और युवाओं के स्वरोजगार को बढ़ावा देने एवं कृषि आधारित उद्योगों को वित्तीय सहायता देने की योजनाओं पर भी जानकारी मांगी।

केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह का उत्तर:

केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने संसद में बताया कि केंद्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में सहकारी बैंकों और छोटे किसानों-व्यापारियों को सशक्त करने के लिए व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने देशभर में 2 लाख बहुउद्देशीय पैक्स, डेयरी और मात्स्यिकी सहकारी समितियों की स्थापना की योजना को मंजूरी दी है, जिसे राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड), राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड, राष्ट्रीय मत्स्यकी विकास बोर्ड एवं राज्य सरकारों के सहयोग से क्रियान्वित किया जा रहा है।

अमित शाह ने यह भी बताया कि केंद्र सरकार ने श्वेत क्रांति 2 पहल की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य संगठित डेयरी सेक्टर में डेयरी सहकारी समितियों की हिस्सेदारी बढ़ाना, छोटे डेयरी किसानों को बाजार उपलब्ध कराना और महिला सशक्तिकरण में योगदान देना है। सरकार का लक्ष्य अगले 5 वर्षों में डेयरी सहकारी समितियों की दूध खरीद को 50% तक बढ़ाना है। इस दिशा में अब तक 8,294 नई डेयरी सहकारी समितियां पंजीकृत की जा चुकी हैं।

सहकारिता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम:

  • –सहकारी समितियों के माध्यम से महिलाओं और युवाओं को स्वरोजगार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (NCDC) विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रहा है।
  • -अब तक 1,90,894 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया है, जिसमें 38,179 महिलाएं शामिल हैं।
  • -वर्ष 2024-25 में सहकारी समितियों के विकास के लिए 89,750 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है।
  • -शहरी सहकारी बैंकों के लिए आवास ऋण सीमा को 30 लाख रुपये से बढ़ाकर 60 लाख रुपये कर दिया गया है, जबकि ग्रामीण सहकारी बैंकों के लिए यह सीमा 75 लाख रुपये कर दी गई है।
  • – सहकारी बैंकों से मिलने वाले ऋण पर 85% तक जोखिम कवरेज उपलब्ध कराया गया है, जिससे छोटे किसानों और व्यापारियों को आसानी से ऋण मिल सकेगा।
  • – सहकारी बैंकों से कोलेटरल-मुक्त ऋण उपलब्ध कराने की प्रक्रिया को आसान बनाया गया है।
  • – 1500 शहरी सहकारी बैंकों को आवश्यक सूचना प्रौद्योगिकी, संरचना और प्रचालन सहायता प्रदान करने के लिए नेशनल फेडरेशन ऑफ अर्बन कोऑपरेटिव बैंक्स एंड क्रेडिट सोसाइटी लिमिटेड की स्थापना की गई है।

छत्तीसगढ़ के किसानों और व्यापारियों को होगा लाभ

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा सहकारी क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाए जा रहे हैं, जिससे छत्तीसगढ़ के किसानों, व्यापारियों और छोटे उद्यमियों को सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों के माध्यम से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रोजगार सृजन, कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा और छोटे व्यापारियों को वित्तीय सहायता सुनिश्चित की जा रही है।

उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि केंद्र सरकार की नई सहकारी योजनाएं छत्तीसगढ़ में किसानों, दुग्ध उत्पादकों, महिला उद्यमियों और छोटे व्यापारियों के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

हवाई यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी, रायपुर से यहां के लिए शुरू होगी इंडिगो की नई फ्लाइट, मात्र इतना होगा किराया, जाने डिटेल….

हवाई यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी, रायपुर से यहां के लिए शुरू होगी इंडिगो की नई फ्लाइट, मात्र इतना होगा किराया, जाने डिटेल….

 रायपुर। छत्तीसगढ़ के हवाई यात्रियों के हवाई यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। बजट एयरलाइंस इंडिगो ने रायपुर-विशाखापट्टनम-रायपुर सेक्टर में 31 मार्च से नई फ्लाइट शुरू करने का शेड्यूल जारी कर दिया है। इसके लिए बुकिंग भी शुरू कर दी गई है। प्रदेश के कारोबारी, विद्यार्थी और पर्यटक लंबे समय से इस रूट पर सीधी फ्लाइट की मांग कर रहे थे।

इंडिगो की यह फ्लाइट सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को संचालित होगी। यात्रियों की सुविधा के लिए 78 सीटर एटीआर विमान लगाया गया है। इससे रायपुर से विशाखापट्टनम का सफर सिर्फ डेढ़ घंटे में पूरा होगा। शुरुआती दौर में 31 मार्च को रायपुर से विशाखापट्टनम की टिकटें मात्र 3,000 रुपये में उपलब्ध हैं।

बता दें कि विशाखापट्टनम स्वास्थ्य सेवाओं, एजुकेशन, वीकेंड टूरिज्म और वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में लोकप्रिय है। इस फ्लाइट के शुरू होने से यात्रियों को सीधा लाभ मिलेगा।

रायपुर से इंदौर, भोपाल, प्रयागराज के लिए भी नई उड़ानें

इंडिगो एयरलाइंस ने स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से इंदौर, भोपाल और प्रयागराज के लिए भी नई फ्लाइट्स शुरू करने की योजना बनाई है। इन उड़ानों के शुरू होने से इंदौर, भोपाल और प्रयागराज के फेयर भी सस्ते होंगे।

इंदौर-रायपुर-इंदौर फ्लाइट 30 मार्च से प्रतिदिन चलेगी।

रायपुर-प्रयागराज-रायपुर फ्लाइट 30 मार्च से शनिवार और रविवार को उड़ान भरेगी।
भोपाल-रायपुर-भोपाल फ्लाइट 30 मार्च से सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और रविवार को संचालित होगी।

उड़ानों का शेड्यूल

रायपुर-विशाखापट्टनम

इंडिगो 6E 7295 – रायपुर से सुबह 8:50 बजे, विशाखापट्टनम 10:20 बजे.
इंडिगो 6E 7296 – विशाखापट्टनम से 11:00 बजे, रायपुर 12:30 बजे.

रायपुर-इंदौर

इंडिगो 6E 7295 – इंदौर से सुबह 6:30 बजे, रायपुर 8:30 बजे.
इंडिगो 6E 7296 – रायपुर से दोपहर 12:50 बजे, इंदौर 2:45 बजे.

रायपुर-प्रयागराज

इंडिगो 6E 7295 – रायपुर से 8:50 बजे, प्रयागराज 10:25 बजे.
इंडिगो 6E 9296 – प्रयागराज से 10:50 बजे, रायपुर 12:30 बजे.

रायपुर-भोपाल

इंडिगो 6E 7149 – भोपाल से सुबह 9:40 बजे, रायपुर 11:10 बजे.
इंडिगो 6E 7469 – रायपुर से 11:30 बजे, भोपाल 1:00 बजे.

महापौर मीनल चौबे नें किया बूढ़ा तालाब पाथवे का निरीक्षण,पर्यटन विभाग नें कर दिया बर्बाद -महापौर!

महापौर मीनल चौबे नें किया बूढ़ा तालाब पाथवे का निरीक्षण,पर्यटन विभाग नें कर दिया बर्बाद -महापौर!

 रायपुर :- नगर निगम के महापौर मीनल चौबे ने आज बूढ़ा तालाब का दौरा किया और वहां चल रहे चौपाटी निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान महापौर ने तालाब के फुटपाथ पर लोहे के बड़े बड़े कंटेनरों को लगाकर बनाए जा रहे चौपाटी पर कड़ी नाराजगी जताई। महापौर के साथ इस निरीक्षण में नगर निगम आयुक्त भी शामिल थे।

महापौर मीनल चौबे ने कहा कि इस तरह के निर्माण कार्य से तालाब के प्राकृतिक सौंदर्य को नुकसान हो रहा है। उन्होंने स्मार्ट सिटी और पर्यटन मंडल के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन दोनों संस्थाओं ने मिलकर बूढ़ा तालाब को बर्बाद करने का काम किया है। महापौर ने पर्यटन मंडल के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा, “पर्यटन मंडल धरोहर को संभालने के लिए होता है, न कि उसे नष्ट करने के लिए।”

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि तालाब के परिक्रमा पथ पर लोहे के कंटेनर लगाकर चौपाटी बनाई जा रही है, जो लोगों के चलने-टहलने के लिए एक प्रमुख स्थान है। इस निर्माण से न केवल तालाब का सौंदर्य बिगड़ेगा, बल्कि नागरिकों की शांति भी प्रभावित होगी।

महापौर ने तत्काल निर्माण कार्य को रोकने के निर्देश दिए और कहा कि चौपाटी के निर्माण को हर स्तर पर रोका जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि स्मार्ट सिटी और पर्यटन मंडल के अधिकारियों को इस कार्य को तुरंत बंद करने के लिए आदेश दिया जाएगा।

महापौर की इस सख्त प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट हो गया कि वे तालाब की धरोहर को संरक्षित रखने के लिए किसी भी प्रकार के समझौते के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने इस मुद्दे को लेकर आगे की कार्रवाई की योजना बनाई है।और साफतौर पर कहना है की इस निर्माण को रोकने जिस स्तर पर जाना होगा जायेंगे!

BREAKING : राज्य सेवा के अधिकारियों के तबादले, प्रमोशन भी मिला, देखें आदेश

BREAKING : राज्य सेवा के अधिकारियों के तबादले, प्रमोशन भी मिला, देखें आदेश

 रायपुर : छत्तीसगढ़ वित्त विभाग के 16 अधिकारियों के प्रमोशन और तबादला आदेश जारी हुआ है। नवा रायपुर स्थित महानदी भवन से जारी आदेश के अनुसार कोषालय अधिकारी से लेकर संयुक्त संचालक तक के पदों में प्रमोशन दिए गए हैं। वहीं प्रमोशन के बाद नई पदस्थापना दी गई है। इसके साथ ही 6 अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है। वित्त विभाग ने इसकी सूची जारी कर दी है।

CG Transfer List

 

CG Transfer List

 

CG Transfer List

CG : ‘मनखे-मनखे एक समान’ के सिद्धांत से बनेगा समरस छत्तीसगढ़ – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु

CG : ‘मनखे-मनखे एक समान’ के सिद्धांत से बनेगा समरस छत्तीसगढ़ – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु

 रायपुर : भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु (President Draupadi Murmu) ने आज छत्तीसगढ़ विधान सभा के रजत जयंती समारोह में भाग लेते हुए प्रदेशवासियों को 25 वर्षों की लोकतांत्रिक यात्रा की बधाई दी और विधान सभा की उत्कृष्ट संसदीय परंपराओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ‘मनखे-मनखे एक समान’ के सिद्धांत से छत्तीसगढ समरस ़प्रदेश बनेगा।

राष्ट्रपति मुर्मु ने छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना को स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के असाधारण मार्गदर्शन का परिणाम बताया और उनके प्रति सादर नमन किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की लोकतांत्रिक यात्रा, जन-आकांक्षाओं की अभिव्यक्ति का एक प्रेरणास्पद उदाहरण है। उन्होंने अपने विधायक काल की स्मृतियाँ साझा करते हुए कहा कि जन-प्रतिनिधि के रूप में कार्य करना जनसेवा की भावना से प्रेरित व्यक्तियों के लिए एक सौभाग्य होता है। उन्होंने विधान सभा को संस्कृति की संवाहक और नीति निर्धारण की दिशा देने वाला केंद्र बताया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ़ विधान सभा द्वारा अपनाई गई अनुशासित और मर्यादित परंपराओं की सराहना की। विशेष रूप से उन्होंने ‘स्वयमेव निलंबन‘ जैसे नियमों की सराहना की और इस बात को ऐतिहासिक बताया कि 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ विधानसभा में कभी भी मार्शल का उपयोग नहीं करना पड़ा।

राष्ट्रपति मुर्मु ने छत्तीसगढ़ को मातृशक्ति का साक्षात प्रतीक बताते हुए राज्य की सांस्कृतिक गरिमा को नमन किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ की महिला विभूति मिनी माता को याद करते हुए उनके योगदान को नमन किया। साथ ही उन्होंने इस बात की सराहना की कि आज विधान सभा में 19 महिला विधायक हैं और राज्य में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक रही है। राष्ट्रपति ने महिला विधायकों से आह्वान किया कि वे राज्य की अन्य महिलाओं को सशक्त बनाने में अग्रणी भूमिका निभाएँ। उन्होंने ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ की भावना को धरातल पर उतारने की अपील की।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं विद्यमान है।उन्होंने कहा कि राज्य में खनिज, औद्योगिक और कृषि क्षेत्र में विकास की व्यापक संभावना है। उन्होंने पर्यावरण-संरक्षण और विकास के बीच संतुलन की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यहां के पारंपरिक लोक शिल्प की देश-विदेश में सराहना होती है। यह सुंदर राज्य हरे-भरे जंगलों, झरनों तथा अन्य प्राकृतिक वरदानों से समृद्ध है। छत्तीसगढ़ को महानदी, हसदेव, इंद्रावती और शिवनाथ जैसी नदियों का आशीर्वाद प्राप्त है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित लोगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य अंतिम और निर्णायक दौर में पहुंच गया है। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लोग विकास के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि छत्तीसगढ़ को उग्रवाद से पूर्णतया मुक्त करने के प्रयास में शीघ्र ही सफलता प्राप्त होगी और राज्य के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ेगा।

इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका ने रजत जयंती समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की गरिमामयी उपस्थिति को अद्वितीय और प्रेरणादायक बताते हुए राज्य की जनता की ओर से उनका हृदय से स्वागत किया। उन्होंने भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को स्मरण करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण उनके दूरदर्शी नेतृत्व और जन-आकांक्षाओं की गहरी समझ का परिणाम था। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 को राज्य सरकार ने ‘अटल निर्माण वर्ष’ के रूप में घोषित किया है, जिसमें अधोसंरचना विकास को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी जाएगी। राज्यपाल श्री डेका ने छत्तीसगढ़ विधान सभा की 25 वर्ष की यात्रा को गर्व और सम्मान की यात्रा बताया।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा जन आकांक्षाओं को मूर्त रूप देने वाला मंच है। राज्यपाल ने विधानसभा की नीतियों और कार्यक्रमों की सराहना की, जिनसे राज्य को सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से सशक्त बनाया गया। उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्वास और विकास के निरंतर प्रयासों से बस्तर अंचल के आदिवासी समुदायों को मुख्यधारा से जोड़ने में सफलता मिल रही है।

राज्यपाल ने राज्य में महिलाओं की बढ़ती भूमिका की सराहना की।उन्होंने छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को नमन करते हुए कई महापुरुषों का स्मरण किया, जिनमें माता शबरी, गुरु घासीदास, स्वामी विवेकानंद, वीर नारायण सिंह, मिनीमाता आदि प्रमुख हैं। उन्होंने यह भी कहा कि स्वामी विवेकानंद के किशोर जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष छत्तीसगढ़ में बीते, जिसने उनके आत्मिक विकास में योगदान दिया। उन्होंने कहा कि रजत जयंती वर्ष हमें एक नई ऊर्जा देता है, और यह हमारा सामूहिक संकल्प होना चाहिए कि ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया‘ की पहचान को बनाए रखते हुए राज्य को समान अवसर, सर्वांगीण समृद्धि और सांस्कृतिक गरिमा से युक्त विकसित छत्तीसगढ़ के रूप में आगे ले जाएँ।

समारोह को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने भी संबोधित किया। राज्यपाल रमेन डेका ने छत्तीसगढ़ विधानसभा के ‘रजत जयंती समारोह के अवसर पर विधानसभा सदस्य संदर्भ पुस्तक का विमोचन किया और उसकी प्रथम प्रति राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को भेंट की।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री अरूण साव, विजय शर्मा, मंत्रिमंडल के सभी सदस्यगण, विधानसभा के सभी विधायकगण उपस्थित थे।

TRANSFER BREAKING : राज्य वित्त सेवा संवर्ग के अधिकारियों का हुआ तबादला, देखें लिस्ट…!!

TRANSFER BREAKING : राज्य वित्त सेवा संवर्ग के अधिकारियों का हुआ तबादला, देखें लिस्ट…!!

रायपुर : राज्य शासन ने राज्य वित्त सेवा संवर्ग के अधिकारयों की पदस्थापना का आदेश जारी किया है. एक दर्जन से ज्यादा अधिकारियों का तबादला किया गया है. वहीं आधा दर्जन से अधिक अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. कुछ अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार से मुक्त किया गया है. 

Chhattisgarh : आम लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी, अब छुट्टी के दिन भी खुलेगा यह ऑफिस…

Chhattisgarh : आम लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी, अब छुट्टी के दिन भी खुलेगा यह ऑफिस…

 रायपुर :- मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य शासन जनता की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है और तकनीकी सशक्तिकरण के माध्यम से शासकीय प्रक्रियाओं को और अधिक सरल, सुलभ और पारदर्शी बनाने हेतु निरंतर प्रयासरत है।

इसी कड़ी में वाणिज्यिक कर (पंजीयन) मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी के स्पष्ट निर्देश पर जनसुविधा को सर्वाेपरि रखते हुए महानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक श्री पुष्पेन्द्र कुमार मीणा द्वारा आज ही सभी जिलों के कलेक्टरों को पत्र जारी कर यह निर्देशित किया गया है कि मार्च माह के सार्वजनिक अवकाश के दिनों 25, 29, 30 एवं 31 मार्च को भी सभी रजिस्ट्री कार्यालय खुले रहेंगे, ताकि आम नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके अतिरिक्त, नागरिकों की सुविधा हेतु रजिस्ट्री के लिए अपॉइंटमेंट का समय सायं 5 बजे से बढ़ाकर सायं 7 बजे तक कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि आज दिनांक 24 मार्च को रजिस्ट्री विभाग के सॉफ्टवेयर एन.जी.डी.आर.एस. (NGDRS) में तकनीकी समस्या आने के कारण सर्वर अस्थायी रूप से डाउन हो गया, जिससे कुछ समय के लिए रजिस्ट्री कार्य बाधित हुआ। एन.जी.डी.आर.एस. सॉफ्टवेयर का संचालन राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC), पुणे द्वारा किया जाता है। जैसे ही सर्वर डाउन होने की सूचना प्राप्त हुई, तुरंत एनआईसी पुणे और एनआईसी रायपुर की तकनीकी टीम से समन्वय स्थापित कर तत्काल सुधार की प्रक्रिया शुरू की गई। अथक प्रयासों के परिणामस्वरूप सायं 6 बजे तक सर्वर सुचारू रूप से कार्य करने लगा और रजिस्ट्री कार्य पुनः प्रारंभ हो गया। आगे ऐसी कोई तकनीकी बाधा उत्पन्न न हो, इसके लिए एनआईसी के साथ लगातार तकनीकी समन्वय सुनिश्चित किया जा रहा है।

राष्ट्रपति मुर्मु का छत्तीसगढ़ विधान सभा में आह्वान: नारी सशक्तीकरण और समरसता से बनेगा श्रेष्ठ छत्तीसगढ़

राष्ट्रपति मुर्मु का छत्तीसगढ़ विधान सभा में आह्वान: नारी सशक्तीकरण और समरसता से बनेगा श्रेष्ठ छत्तीसगढ़

मनखे-मनखे एक समान’ के सिद्धांत से बनेगा समरस छत्तीसगढ़ -  द्रोपदी मुर्मु

लोकतांत्रिक परंपराओं में छत्तीसगढ़ विधानसभा एक आदर्श उदाहरण - राज्यपाल  रमेन डेका

 रायपुर, 24 मार्च 2025/भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज छत्तीसगढ़ विधान सभा के रजत जयंती समारोह में भाग लेते हुए प्रदेशवासियों को 25 वर्षों की लोकतांत्रिक यात्रा की बधाई दी और विधान सभा की उत्कृष्ट संसदीय परंपराओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना को स्वर्गीय प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के असाधारण मार्गदर्शन का परिणाम बताया और उनके प्रति सादर नमन किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की लोकतांत्रिक यात्रा, जन-आकांक्षाओं की अभिव्यक्ति का एक प्रेरणास्पद उदाहरण है। उन्होंने अपने विधायक काल की स्मृतियाँ साझा करते हुए कहा कि जन-प्रतिनिधि के रूप में कार्य करना जनसेवा की भावना से प्रेरित व्यक्तियों के लिए एक सौभाग्य होता है। उन्होंने विधान सभा को संस्कृति की संवाहक और नीति निर्धारण की दिशा देने वाला केंद्र बताया।

*छत्तीसगढ़ विधान सभा: अनुकरणीय संसदीय आचरण का प्रतीक

 राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ़ विधान सभा द्वारा अपनाई गई अनुशासित और मर्यादित परंपराओं की सराहना की। विशेष रूप से उन्होंने 'स्वयमेव निलंबन' जैसे नियमों की सराहना की और इस बात को ऐतिहासिक बताया कि 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ विधानसभा में कभी भी मार्शल का उपयोग नहीं करना पड़ा।

राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने छत्तीसगढ़ को मातृशक्ति का  साक्षात प्रतीक बताते हुए  राज्य की सांस्कृतिक गरिमा को नमन किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ की महिला विभूति मिनी माता को याद करते हुए उनके योगदान को नमन किया। साथ ही उन्होंने इस बात की सराहना की कि आज विधान सभा में 19 महिला विधायक हैं और राज्य में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक रही है। राष्ट्रपति ने महिला विधायकों से आह्वान किया कि वे राज्य की अन्य महिलाओं को सशक्त बनाने में अग्रणी भूमिका निभाएँ। उन्होंने ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ की भावना को धरातल पर उतारने की अपील की।

समावेशी समाज की दिशा में छत्तीसगढ़ की नीतिया

 राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने छत्तीसगढ़ विधान सभा द्वारा पारित 565 विधेयकों को समावेशी विकास की दिशा में ऐतिहासिक बताया। विशेष रूप से महिलाओं को रूढ़ियों पर आधारित प्रताड़ना से मुक्त कराने वाले अधिनियम का उल्लेख करते हुए डॉ. रमन सिंह जी के कार्यकाल में इसे विधान सभा का महत्वपूर्ण योगदान बताया।

प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध, संभावनाओं से परिपूर्ण राज्य

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं विद्यमान है।उन्होंने कहा कि राज्य में खनिज, औद्योगिक और कृषि क्षेत्र में विकास की व्यापक संभावना है। उन्होंने पर्यावरण-संरक्षण और विकास के बीच संतुलन की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यहां के पारंपरिक लोक शिल्प की देश-विदेश में सराहना होती है। यह सुंदर राज्य हरे-भरे जंगलों, झरनों तथा अन्य प्राकृतिक वरदानों से समृद्ध है। छत्तीसगढ़ को महानदी, हसदेव, इंद्रावती और शिवनाथ जैसी नदियों का आशीर्वाद प्राप्त है। छत्तीसगढ़ को आधुनिक विकास के मार्ग पर आगे बढ़ने के साथ-साथ पर्यावरण का संरक्षण भी सुनिश्चित करना है। राज्य के आप सब नीति-निर्माताओं पर विकास और प्रकृति के बीच संतुलन स्थापित करने की ज़िम्मेदारी है। इसके साथ ही समाज के सभी वर्गों को आधुनिक विकास-यात्रा से जोड़ना भी सभी जनप्रतिनिधियों का उत्तरदायित्व है।

वामपंथी उग्रवाद से मुक्ति की ओर निर्णायक प्रगति

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित लोगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य अंतिम और निर्णायक दौर में पहुंच गया है। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लोग विकास के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि छत्तीसगढ़ को उग्रवाद से पूर्णतया मुक्त करने के प्रयास में शीघ्र ही सफलता प्राप्त होगी और राज्य के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ेगा।

सामाजिक समरसता का मूलमंत्र : ‘मनखे-मनखे एक समान’

 गुरु घासीदास जी के संदेश ‘मनखे-मनखे एक समान’ को उद्धृत करते हुए राष्ट्रपति ने सामाजिक समानता और समरसता के आदर्श छत्तीसगढ़ के निर्माण की बात कही। राष्ट्रपति मुर्मु ने छत्तीसगढ़ विधान सभा को आदर्श लोकतांत्रिक संस्थान बताते हुए राज्य के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और सभी जनप्रतिनिधियों से श्रेष्ठ छत्तीसगढ़ के निर्माण हेतु समर्पण की भावना से कार्य करने का आह्वान किया।

 राज्यपाल श्री रमेन डेका ने रजत जयंती समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु की गरिमामयी उपस्थिति को अद्वितीय और प्रेरणादायक बताते हुए राज्य की जनता की ओर से उनका हृदय से स्वागत किया। उन्होंने  भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को स्मरण करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण उनके दूरदर्शी नेतृत्व और जन-आकांक्षाओं की गहरी समझ का परिणाम था। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 को राज्य सरकार ने ‘अटल निर्माण वर्ष’ के रूप में घोषित किया है, जिसमें अधोसंरचना विकास को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी जाएगी। राज्यपाल श्री डेका ने छत्तीसगढ़ विधान सभा की 25 वर्ष की यात्रा को गर्व और सम्मान की यात्रा बताया। 

 राज्यपाल ने विधानसभा द्वारा अपनाए गए ‘स्वयमेव निलंबन’ नियम को अनुशासन और लोकतांत्रिक मर्यादाओं के पालन का अद्भुत उदाहरण बताया। उन्होंने इसे पूरे देश की विधानसभाओं के लिए एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया, जिसे राष्ट्रभर में सराहा गया है।
 उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा जन आकांक्षाओं को मूर्त रूप देने वाला मंच है। राज्यपाल ने विधानसभा की नीतियों और कार्यक्रमों की सराहना की, जिनसे राज्य को सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से सशक्त बनाया गया। उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्वास और विकास के निरंतर प्रयासों से बस्तर अंचल के आदिवासी समुदायों को मुख्यधारा से जोड़ने में सफलता मिल रही है।

खनिज संपदा से औद्योगिक शक्ति बनने की यात्रा

 राज्यपाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ को देश का प्रमुख स्टील और ऊर्जा उत्पादक राज्य बताते हुए उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय राज्य के दूरदर्शी नेतृत्व को दिया। राज्यपाल ने जानकारी दी कि वर्तमान विधानसभा में 19 महिला विधायक हैं, जो कुल सदस्यों का 21.11 प्रतिशत हैं। इसे उन्होंने महिला सशक्तिकरण का श्रेष्ठ उदाहरण बताया और राज्य में महिलाओं की बढ़ती भूमिका की सराहना की।उन्होंने छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को नमन करते हुए कई महापुरुषों का स्मरण किया, जिनमें माता शबरी, गुरु घासीदास, स्वामी विवेकानंद, वीर नारायण सिंह, मिनीमाता आदि प्रमुख हैं। उन्होंने यह भी कहा कि स्वामी विवेकानंद के किशोर जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष छत्तीसगढ़ में बीते, जिसने उनके आत्मिक विकास में योगदान दिया। उन्होंने कहा कि रजत जयंती वर्ष हमें एक नई ऊर्जा देता है, और यह हमारा सामूहिक संकल्प होना चाहिए कि छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया की पहचान को बनाए रखते हुए राज्य को समान अवसर, सर्वांगीण समृद्धि और सांस्कृतिक गरिमा से युक्त विकसित छत्तीसगढ़ के रूप में आगे ले जाएँ।
प्रधानमंत्री मोदी 30 मार्च को रहेंगे छत्तीसगढ़ के दौरे पर : 55 एकड़ में बन रहा विशाल सभा स्थल

प्रधानमंत्री मोदी 30 मार्च को रहेंगे छत्तीसगढ़ के दौरे पर : 55 एकड़ में बन रहा विशाल सभा स्थल

 बिलासपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30 मार्च को छत्तीसगढ़ दौरे पर रहेंगे। बिलासपुर जिले के ग्राम मोहभठ्ठा में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में शामिल होंगे। मोहभठ्ठा में प्रधानमंत्री मोदी की आमसभा के लिए 55 एकड़ का विशाल सभा स्थल तैयार किया जा रहा है। इसके नजदीक ही तीन हेलीपेड और 9 पार्किंग स्थल तैयार किए जा रहे हैं।

तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सचिव पी दयानन्द ने कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया। साथ ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने सभी आवश्यक तैयारियां 25 मार्च तक पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं।

सीएम साय के सचिव पी.दयानन्द ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह राज्य स्तरीय कार्यक्रम है। बिलासपुर के साथ राज्य भर से लोग पीएम को सुनने पहुंचेंगे। सभा में शामिल होने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए लोगों की सुविधाओं का भी ध्यान रखा जाये।

सचिव दयानन्द ने सभास्थल पर मुख्य मंच, हेलीपेड, ग्रीन रूम, सांस्कृतिक मंच, हितग्राहियों एवं अतिथियों की बैठक व्यवस्था आदि का निरीक्षण किया। उन्होंने सभास्थल के समीप बनाये गये पार्किंग स्थलों का भी जायजा लिया और वहां जनसुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

बाइक सहित नाले में मिला युवक का शव, हत्या या हादसा जाँच में जुटी पुलिस!

बाइक सहित नाले में मिला युवक का शव, हत्या या हादसा जाँच में जुटी पुलिस!

 रायपुर :- राजधानी रायपुर के शंकर एक्सप्रेस-वे के नाले में एक युवक की संदिग्ध अवस्था में लाश मिली है, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कार्रवाई कर जांच में जुट गई है. प्रथम दृष्ट्या युवक की हत्या कर शव फेंकने की आशंका जताई जा रही है.यह मामला खम्हारडीह थाना क्षेत्र का है.

मिली जानकारी के मुताबिक मृतक के पास से एक यामाहा मोटरसाइकिल भी बरामद हुई है, जिसे घटनास्थल से पुलिस ने जब्त किया है.

पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए FSL और डॉग स्कॉड की टीम को भी मौके पर बुलाया है. वहीं पुलिस ने शव की शिनाख्त की प्रक्रिया शुरू की और मृतक की पहचान 25 वर्षीय मेघराज के रूप में हुई, जो चंपारण का निवासी था. मृतक के पास मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान हुई है. फिलहाल, पुलिस ने शव को पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच की जा रही है.

CG: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को एयरपोर्ट पर दी गई विदाई

CG: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को एयरपोर्ट पर दी गई विदाई

 रायपुर : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह में शामिल होने के पश्चात ओडिशा के लिए रवाना हुई। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर में राज्यपाल रमेन डेका ने उन्हें विदाई दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री द्वय अरुण साव, विजय शर्मा सहित अधिकारी उपस्थित थे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने विधानसभा परिसर में किया कदम्ब का पौधरोपण

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने विधानसभा परिसर में किया कदम्ब का पौधरोपण

 रायपुर।  छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह के अवसर पर आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने विधानसभा परिसर में कदम्ब का पौधरोपण किया। इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

 रायपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। राष्ट्रपति मुर्मू छत्तीसगढ़ विधानसभा में आयोजित रजत जयंती कार्यक्रम में शामिल हुईं। विधानसभा पहुंचने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विधानसभा परिसर में कदम्ब का पौधरोपण किया। इस मौके पर राज्यपाल रामेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह मौजूद थे। उन्होंने विधायकों के साथ फोटो भी खिंचाई।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू छत्तीसगढ़ विधानसभा में आयोजित रजत जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभी अभिवादन जय जोहार के साथ किया। उन्होंने छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया कहते हुए सभी को रजत जंयती वर्ष की गाड़ा-गाड़ा बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस विधानसभा में आकर ये मान्यता और भी मजबूत हो जाती है कि छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रपति के आगमन पर कृतज्ञता ज्ञापन करते हुए कहा कि हम छत्तीसगढ़ विधानसभा का रजत जयंती दिवस मना रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने छत्तीसगढ़ का निर्माण किया था। लोकतंत्र की जड़ें भारत में वैदिक काल से मजबूत रही है। विधानसभा के सदस्य सत्र के लिए बहुत मेहनत करते हैं। एक अच्छे वातावरण में सदन का काम बेहतर चल रहा है। हाल में विधानसभा सदस्यों के लिए आइआइएम रायपुर पब्लिक लीडरशिप प्रोग्राम आयोजित किया गया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि सीखने की प्रक्रिया चलते रहने चाहिए। सीखने की कोई उम्र नहीं होती है। आज राष्ट्रपति महोदय को हम सुनेंगे। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति का स्वागत किया।

बड़े सौभाग्य की बात होती है विधायक की जिम्मेदारी निभाना : राष्ट्रपति मुर्मू

बड़े सौभाग्य की बात होती है विधायक की जिम्मेदारी निभाना : राष्ट्रपति मुर्मू

 रायपुर। राष्ट्रपति मुर्मू छत्तीसगढ़ विधानसभा में आयोजित रजत जयंती कार्यक्रम में शामिल हुईं। विधानसभा पहुंचने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विधानसभा परिसर में कदम्ब का पौधरोपण किया। इस मौके पर राज्यपाल रामेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह मौजूद थे। उन्होंने विधायकों के साथ फोटो भी खिंचाई। मुर्मु ने संबोधन की शुरुआत जय जोहार के साथ की। उन्होंने कहा कि आपको देखकर मुझे ओडिशा विधानसभा में अपने पुराने दिनों की याद आ गई।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह की बधाई दी। छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में हुई थी। विधायक की जिम्मेदारी निभाना जनसेवक के भावना से बड़े सौभाग्य की बात होती है। इस विधानसभा की इतिहास को जानकर ये मान्यता मजबूत हुई है कि छत्तीसगढ़िया, सबले बढ़िया। छत्तीसगढ़ राज्य को मातृशक्ति का रूप कहा जा सकता है। जैसा यहां शबरी माता का उल्लेख किया गया। यहां छत्तीसगढ़ की महतारी के बारे में गाया जाता है। ये राज्य भारत माता का साक्षात प्रतीक है। नारी शक्ती के रूप में ये राज्य स्थापित है। भारत के संसदीय परंपरा में उनका सम्मानीय स्थान है।

राष्ट्रपति ने कहा कि वंचित वर्ग से आने वाली मिनीमाता ने समाज के लिए उत्कृष्ट कार्य किया। इस सदन में महिलाओं की संख्या 19 है। इस सदन में महिलाओं को विशेष समर्थन प्राप्त हुआ है। उन्होंने महिला विधायकों से अनुरोध किया कि वे अपने क्षेत्र में महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए काम करें। जब सभी बहनें एक-दूसरे को सशक्त बनाएंगी तो हमारा समाज और सशक्त होगा। महिला सदस्यों को प्रयास करना चाहिए कि आने वाले समय में यहां महिला सदस्यों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि वामपंथी लोगों को समाज की मुख्यधारा में लाने आप जल्द सफल हों। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं विद्यमान है। यहां खनिज, उद्योग, हरे-भरे जंगलों सहित ये राज्य प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है। यहां महानदी, इंद्रावती और शिवनाथ जैसी नदी का आशीर्वाद प्राप्त है। यहां के सदस्यों को प्रकृति के बीच संतुलन स्थापित करने की जिम्मेदारी है।

जिस रास्ते से गुजरेगा राष्ट्रपति का काफिला, वहां हुआ सड़क हादसा, अधिकारियों में मचा हड़कंप …

जिस रास्ते से गुजरेगा राष्ट्रपति का काफिला, वहां हुआ सड़क हादसा, अधिकारियों में मचा हड़कंप …

रायपुर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आगमन से ठीक पहले रायपुर में एक बड़ा सड़क हादसा हो गया है. उनके तय रूट पर रिंग रोड नंबर 3 पर दो ट्रकों की आमने-सामने भिड़ंत हो गई, जिससे सड़क पर पेंट फैल गया है. हादसा मंदिर हसौद थाना क्षेत्र में हुआ, जहां रेत से भरे डंपर और पेंट लदे ट्रक की जबरदस्त टक्कर हो गई.

हादसे के चलते सड़क पर चारों तरफ पेंट फैल गया, जिससे ट्रैफिक बाधित हो गया. प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए रिंग रोड नंबर 3 का एक साइड आम ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया और राष्ट्रपति के काफिले के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई. घटना के बाद मौके पर पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंची और रास्ते को जल्द से जल्द क्लियर करने के प्रयास किए जा रहे हैं.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के साथ विधानसभा में राज्यपाल, विस अध्यक्ष, सीएम, मंत्रियों सहित विधायकगणों ने ली ग्रुप फोटो

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के साथ विधानसभा में राज्यपाल, विस अध्यक्ष, सीएम, मंत्रियों सहित विधायकगणों ने ली ग्रुप फोटो

 रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह के अवसर पर आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के साथ राज्यपाल रमेन डेका, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री द्वय, मंत्रियों सहित विधायकगणों ने विधानसभा परिसर में समूह फोटो खिंचाई।

 
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का छत्तीसगढ़ आगमन: स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का छत्तीसगढ़ आगमन: स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत

रायपुर:-  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का आज छत्तीसगढ़ आगमन पर स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर में राज्यपाल  रमेन डेका, मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री द्वय  अरुण साव एवं  विजय शर्मा, सांसद  बृजमोहन अग्रवाल, महापौर मीनल चौबे,  रमेश बैस, सुश्री सरोज पाण्डे, गौरीशंकर अग्रवाल, शिवरतन शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने स्वागत किया।

 

 आईएएस पदोन्नत, नए चयनित, सेवानिवृत्त और नव निर्वाचित के सम्मान में आयोजित हुआ छत्तीसगढ़ प्रशासनिक संघ सम्मेलन

आईएएस पदोन्नत, नए चयनित, सेवानिवृत्त और नव निर्वाचित के सम्मान में आयोजित हुआ छत्तीसगढ़ प्रशासनिक संघ सम्मेलन

बतौर मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री अरुण साव और मुख्य वक्ता पत्रकार सौरभ द्विवेदी सम्मिलित हुए
 
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ (CASA) की ओर से शनिवार को मायरा रिजॉर्ट में सम्मान समारोह और सुफी नाइट आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य- नए चयनित अधिकारियों, आईएएस पदोन्नत अधिकारियों और सेवानिवृत्त अधिकारियों का सम्मान करना और निर्वाचन के माध्यम से नए पदाधिकारियों को संघ का दायित्व सौंपना था। बतौर मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने सम्मेलन को संबोधित किया और बतौर वक्ता लल्लनटॉप के संपादक श्री सौरभ द्विवेदी ने व्याख्यान प्रस्तुत किया। सुफी नाइट संध्या का सभी प्रशासनिक अधिकारियों ने सपरिवार आनंद लिया।

मुख्य अतिथि  उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि शासन की योजनाओं को हर वर्ग तक पहुंचाने में प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित करने में भी राज्य के प्रशासनिक अधिकारी कुशल हैं। हमेशा मुस्कुराते हुए चुनौतियों का सामना करने की आदत होनी चाहिए, क्योंकि प्रशासनिक तंत्र का स्वरुप ऐसा है कि टीम जब काम करती है तब सफलता निश्चित है। राज्य के अधिकारियों की विशेषता है कि इन्हें क्षेत्रीय आवश्यकताओं की समझ है और योजनाओं के क्रियान्वयन में निरंतर भूमिका निभाते हैं। आप सभी के लिए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है क्योंकि किसी भी परिस्थिति में औचक निरीक्षण-परीक्षण का कार्य आप करते हैं।

बतौर वक्ता पत्रकार सौरभ द्विवेदी ने व्याख्यान के दौरान कहा कि प्रशासनिक अधिकारी तक अगर पहुंच सहज और सुलभ हो तो फरियादी का आधा दर्द वहीं खत्म हो जाता है, उसे सहारा मिल जाता है। यदि फरियादी की समस्या ध्यान से सुनकर उन्हें नीतिगत और वैधानिक तथ्यों को समझाया जाए तो दोनों ही पक्ष के लिए काम करना आसान हो जाता है। प्रशासन में दायित्व संभाल रही महिलाओं पर दोहरी जिम्मेदारी है इसलिए समय पर अपने खानपान और आराम का विशेष ध्यान रखें। दबावों के बीच कार्य करना आपकी विशेषता है लेकिन भरपुर सांस लेते रहिए, यह एक कला है जो आपके आत्मविश्वास और सुखद अनुभव के लिए आवश्यक है।

आईएएस पदोन्नत ये अधिकारी हुए सम्मानित-
संतोष कुमार देवांगन, आशुतोष पांडेय, हीना अनिमेश नेताम, लोकेश चंद्राकर, रीता यादव, प्रकाश कुमार सर्वे

निर्वाचन से नियुक्त नए पदाधिकारी-
अध्यक्ष- अजय त्रिपाठी, महासचिव- उमाशंकर बंदे, सहसचिव- धनंजय नेताम, कोषाध्यक्ष- नवीन भगत

सेवानिवृत्त ये अधिकारी सम्मानित-
प्रमोद शांडिल्य, ओंकार यदु, संजय दीवान, अशोक कुमार घृतलहरे, जोगेंद्र नायक

नए चयनित ये डिप्टी कलेक्टर्स सम्मानित हुए-
2024 बैच की ओर से प्रतिनिधित्व कर रहे शुभांगी गुप्ता और शुभम देव सम्मानित हुए।
 
इस दौरान छत्तीसगढ़ पीएससी से डिप्टी कलेक्टर बने सभी बैच के लिए कोऑर्डिनेटर्स नियुक्त किए गए हैं, ये संघ के कार्यक्रमों और योजनाओं के बारे में अपने बैच के अन्य अधिकारियों सूचित करेंगे और संघ के साथ समन्वय स्थापित करेंगे। इसी तरह अन्य दायित्वों के लिए अधिकारियों का मनोनयन किया गया है।
 
 
 
"रजत जयंती वर्ष" कार्यक्रम में शामिल हुईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु...देखें लाइव वीडियो

"रजत जयंती वर्ष" कार्यक्रम में शामिल हुईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु...देखें लाइव वीडियो

 रायपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु "रजत जयंती वर्ष" में शामिल हुईं। सदन में राज्यपाल रामेन डेका, स्पीकर रमन के साथ पक्ष-विपक्ष के सदस्य मौजूद हैं। इससे पहले वे एयरफोर्स के विशेष विमान से रायपुर पहुंचीं थी। एयरपोर्ट पर उनके स्वागत में छत्तीसगढ़ी कलाकारों ने नृत्य किया।

विधानसभा के 25 साल पूरे होने के मौके पर रजत जयंती वर्ष कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। राष्ट्रपति मुर्मू विधानसभा परिसर में विधायकों-मंत्रियों को संबोधित भी करेंगी। राष्ट्रपति दोपहर 1 बजे तक रायपुर में रह सकती हैं।

इस वजह से एयरपोर्ट पर आम यात्रियों के लिए बदलाव किए गए हैं। रिंग-रोड 3 पर भारी वाहनों की एंट्री बैन है। विधानसभा की ओर जाने वाली सड़क का दोपहर 2 बजे के बाद ही इस्तेमाल करें।

 

आत्मसमर्पण एवं पीड़ित पुनर्वास नीतिः सरेंडर करने वाले नक्सलियों को जमीन, वित्तीय सहयोग देगी सरकार

आत्मसमर्पण एवं पीड़ित पुनर्वास नीतिः सरेंडर करने वाले नक्सलियों को जमीन, वित्तीय सहयोग देगी सरकार

 रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने हाल ही में एक नई आत्मसमर्पण और पीड़ित पुनर्वास नीति को मंजूरी दी है, जिसके तहत माओवादी हिंसा के शिकार लोगों को भूमि और नक्सल रोधी अभियानों में सुरक्षा बलों की सहायता से मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, ‘छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण/पीड़ित राहत-पुनर्वास नीति 2025’ का उद्देश्य नक्सली हिंसा के प्रभावितों को बेहतर मुआवजा, मुफ्त शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और नौकरी के अवसर प्रदान करना है।

साथ ही, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास और नया जीवन शुरू करने के लिए कानूनी सहायता भी दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, नीति में यह भी प्रावधान किया गया है कि आत्मसमर्पण करने वाले अविवाहित नक्सलियों या जिनके पति या पत्नी अब जीवित नहीं हैं, उन्हें आत्मसमर्पण के तीन साल के भीतर विवाह करने के लिए एक लाख रुपये का अनुदान मिलेगा।

मंत्रिपरिषद द्वारा हाल ही में मंजूर की गई इस नीति में माओवादी हिंसा के शिकार व्यक्तियों को ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि भूमि या शहरी क्षेत्रों में आवासीय भूमि देने का भी प्रावधान है। इसका मुख्य उद्देश्य नक्सल हिंसा से प्रभावित लोगों की सहायता करना और आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को समाज में पुनः समाहित करना है।

अधिकारियों के अनुसार, सरकार का मानना है कि नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए सख्त कार्रवाई और पुनर्वास के बीच संतुलन बनाए रखना जरूरी है।

नई नीति के तहत, नक्सल रोधी अभियानों में पुलिस की विशेष सहायता करने वाले मुखबिरों की मृत्यु पर मुआवजे की राशि को पांच लाख रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये कर दिया गया है। साथ ही, नक्सली हिंसा में स्थायी विकलांगता के मामलों में मुआवजा राशि को तीन लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये किया गया है।

यदि नक्सलियों द्वारा किसी को हत्या, गंभीर चोट या स्थायी विकलांगता पहुंचाई जाती है, तो प्रभावित व्यक्ति या उसके परिवार को शहरी क्षेत्रों में 1.5 हेक्टेयर कृषि भूमि या 1,742 वर्ग फुट आवासीय भूमि दी जाएगी। यदि भूमि उपलब्ध नहीं हो पाती है, तो ग्रामीण क्षेत्रों में चार लाख रुपये और शहरी क्षेत्रों में आठ लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।

यदि पीड़ित का परिवार घटना के तीन साल के भीतर कृषि भूमि खरीदता है, तो उसे अधिकतम दो एकड़ भूमि पर स्टांप शुल्क और पंजीकरण शुल्क में पूरी छूट मिलेगी।

नक्सल हिंसा में जान गंवाने के मामलों में, यदि पीड़ित के परिवार को सरकारी नौकरी नहीं मिलती, तो उन्हें 15 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी (पति/पत्नी और बच्चों को 10 लाख रुपये, जबकि माता-पिता को पांच लाख रुपये)।

नई नीति में नक्सली हिंसा से पीड़ित लोगों के पुनर्वास की भी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, यदि राज्य के बाहर किसी व्यक्ति या परिवार को नक्सली हिंसा का शिकार बनाया जाता है, तो वे भी इस नीति के तहत लाभ प्राप्त करने के पात्र होंगे।

आज छत्तीसगढ़ आएंगी राष्ट्रपति Draupadi Murmu, सुरक्षा में रहेंगे 600 पुलिसकर्मी, विधानसभा में कार्यक्रम को करेंगी संबोधित

आज छत्तीसगढ़ आएंगी राष्ट्रपति Draupadi Murmu, सुरक्षा में रहेंगे 600 पुलिसकर्मी, विधानसभा में कार्यक्रम को करेंगी संबोधित

 रायपुर : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज यानि 24 मार्च 2025 को छत्तीसगढ़ दौरे पर रहेंगी। जहां रायपुर विधानसभा के रजत जयंती वर्ष पर एक विशेष कार्यक्रम को संबंधित करेगी है। राष्ट्रपति के आगमन को लेकर राज्य प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सुबह करीब 10:30 बजे रायपुर के स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे पर पहुंचेंगी। जहां वे सुबह 11 बजे पहुंचेंगी। विधानसभा परिसर में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा, जिसके बाद वे सभी विधायकों के साथ एक समूह चित्र (ग्रुप फोटो) में शामिल होंगी। इसके पश्चात राष्ट्रपति विधानसभा के सदस्यों को संबोधित करेंगी। यह संबोधन छत्तीसगढ़ विधानसभा के 25 वर्ष पूरे होने के ऐतिहासिक अवसर पर आयोजित ‘विधायकों को उद्बोधन’ कार्यक्रम का हिस्सा होगा।

राष्ट्रपति का यह दौरा लगभग दो घंटे का होगा। विधानसभा में कार्यक्रम समाप्त करने के बाद वे दोपहर 12:30 बजे के आसपास हवाई अड्डे के लिए प्रस्थान करेंगी। उनके प्रवास के दौरान रायपुर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने यातायात नियंत्रण, पार्किंग व्यवस्था और आपातकालीन सेवाओं को लेकर व्यापक तैयारियां की हैं। राष्ट्रपति की सुरक्षा का जिम्मा रायपुर आईजी के कंधों पर है जहां वे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों और करीब 600 पुलिसकर्मियों के साथ तैनात रहेंगे।

बर्खास्त शिक्षकों का आंदोलन जारी : अनोखे अंदाज में किया प्रदर्शन, इस वेशभूषा में निकाली रैली…..

बर्खास्त शिक्षकों का आंदोलन जारी : अनोखे अंदाज में किया प्रदर्शन, इस वेशभूषा में निकाली रैली…..

 रायपुर। राजधानी रायपुर में बर्खास्त बीएड सहायक शिक्षकों ने अनोखी रैली निकाली। समायोजन की मांग को लेकर को शिक्षकों ने भाटागांव से पैदल चलते हुये भगत सिंह चौक तक रैली निकाली। साथ ही बीएड सहायक शिक्षको के द्वारा श्रद्धांजलि भी दी गई। प्रदर्शन में सैकड़ों सहायक शिक्षक और उनके परिजन शामिल हुये। इस दौरान बर्खास्त शिक्षकों ने शहीद दिवस पर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को याद करते हुये उनकी वेशभूषा में रैली निकालकर प्रदर्शन किया।

रैली में शामिल बर्खास्त सहायक शिक्षकों ने कहा कि आज शहीदी दिवस के दिन भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू की वेशभूषा में भाटागांव (बस स्टैंड) से भगत सिंह चौक तक रैली निकाली। सरकार से हमारी मांग है कि जल्द से जल्द उनका समायोजन किया जाए। लम्बे समय से वे लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। रोज अलग-अलग तरह से प्रदर्शन कर सरकार तक अपनी मांग को पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन उनकी मांगों को अभी तक के नहीं सुना गया है। आने वाले दिनों में भी मांग पूरी नहीं होती है तो वे उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।

मालूम हो कि बिलासपुर हाईकोर्ट ने 10 दिसंबर को फैसला सुनाते हुये कहा था कि सहायक शिक्षकों के पद पर केवल डीएड डिग्रीधारी ही पात्र होगें। बीएड डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों की नियुक्ति रद्द कर दी गई थी। हाईकोर्ट के फैसले से कुल 2,897 शिक्षकों को नौकरी से निकाल दिया गया था। नौकरी जाने के विरोध में सहायक शिक्षकों ने प्रदर्शन शुरू किया और सरकार से समायोज की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शन को देखते हुए पूर्व में सरकार ने एक कमेटी का गठन किया है। हालांकि अभी तक के कमेटी का कोई फैसला इस विषय में नहीं आया है।

चाकूबाजी से फिर दहली राजधानी, भाई ने भाई को मारा चाक़ू, इस वजह से दिया खौफनाक वारदात को अंजाम….

चाकूबाजी से फिर दहली राजधानी, भाई ने भाई को मारा चाक़ू, इस वजह से दिया खौफनाक वारदात को अंजाम….

 रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के उरला इलाके में युवक पर चाकू से हमला किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार, रायपुर के उरला इलाके के सतनामी चौक में इस घटना को अंजाम दिया गया है। यहां पुराने पारिवारिक विवाद के चलते मोहित चतुर्वेदी ने अभिषेक गेंड्रे नामक युवक को चाक़ू मार दिया। इस घटना में अभिषेक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल अभिषेक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस मामले में उरला पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर आरोपी मोहित को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों युवक रिश्ते में भाई है। आरोपी मोहित घायल युवक अभिषेक की बुआ का बेटा है।

बीजापुर के सुदूर वनांचल में सुशासन का सूर्योदय: आजादी के 77 वर्षों बाद तिमेनार में पहली बार पहुंची बिजली…

बीजापुर के सुदूर वनांचल में सुशासन का सूर्योदय: आजादी के 77 वर्षों बाद तिमेनार में पहली बार पहुंची बिजली…

 रायपुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के अति सुदूर गांव तिमेनार में मुख्यमंत्री मजरा-टोला विद्युतीकरण योजना के तहत आजादी के 77 वर्षों बाद पहली बार बिजली पहुंची। यह ऐतिहासिक उपलब्धि माओवादी आतंक के अंधकार को चीरकर विकास, अमन और शांति के नए सबेरे की ओर कदम बढ़ाने का प्रतीक है। तिमेनार में अब भय की जगह उजाला और आतंक की जगह उम्मीद ने ले ली है। गांव के 53 घरों में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण पूरा कर लिया गया है, जिससे पूरे गांव में हर्ष और उल्लास का माहौल है।

विकास की रोशनी से दूर हो रहा भय और असुरक्षा –

भैरमगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत बेचापाल के आश्रित गांव तिमेनार के निवासियों ने पीढ़ियों तक बिजली की रोशनी नहीं देखी थी। अब, जब शासन-प्रशासन ने इन दुर्गम क्षेत्रों तक पहुंच बनाकर जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना शुरू किया है, तो ग्रामीणों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का सपना साकार हो रहा है।

ग्रामीणों की जुबानी – “अब डर नहीं लगता, खुशियों का उजियारा छाया है”-

गांव के निवासी मशराम, पंडरु कुंजाम, मंगली और प्रमिला वेको ने बताया कि गांव में पहली बार बिजली पहुंची है, अब रात के अंधेरे से डर नहीं लगता। जंगली जानवरों, सांप-बिच्छू के भय से भी मुक्ति मिली है। बच्चों की पढ़ाई लिखाई आसान हो गई है, और अब हम भी विकास की दौड़ में शामिल हो रहे हैं।” ग्रामीणों का कहना है कि अब न केवल आतंक और भय का माहौल समाप्त हो रहा है, बल्कि जीवन की गुणवत्ता भी सुधर रही है।

मुख्यमंत्री की प्रतिबद्धता – “हर गांव में विकास की किरण पहुंचेगी”-

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सरकार प्रदेश के हर मजरा-टोला को विद्युतीकरण से जोड़ने और नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास की धारा प्रवाहित करने के लिए संकल्पबद्ध है।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि जहां कल तक नक्सली आतंक का साया था, वहां आज विकास की किरणें फैल रही हैं। यह परिवर्तन ही असली जीत है । तिमेनार में हुआ विद्युतीकरण बस्तर के दूरस्थ अंचलों में सुशासन और विकास के नए युग की शुरुआत का संकेत है। अब यह क्षेत्र माओवाद के डर से मुक्त होकर समृद्धि और उजाले की ओर अग्रसर हो रहा है।

गांवों में हो रहा बुनियादी सुविधाओं का विस्तार –

तिमेनार में विद्युतीकरण के साथ-साथ सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं का विस्तार भी हो रहा है। तिमेनार अब सिर्फ एक गांव नहीं, बल्कि बस्तर के बदलाव की जीवंत मिसाल बन गया है। जहाँ कभी अंधकार और आतंक का बोलबाला था, वहीं अब बिजली की रोशनी, बच्चों की मुस्कान और विकास की रफ्तार है।

यह परिवर्तन केवल एक योजना की सफलता नहीं, बल्कि राज्य सरकार की प्रतिबद्धता, प्रशासन की सक्रियता और जनता के विश्वास का प्रतिफल है। तिमेनार में सुशासन से हो रहे बदलाव की यह यात्रा बताती है कि जब इरादे मजबूत हों और नीति जन-केंद्रित हो, तो कोई भी दुर्गमता विकास के रास्ते में बाधा नहीं बन सकती।

कल दोपहर रायपुर पहुंचेंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

कल दोपहर रायपुर पहुंचेंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

 रायपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कल यानी इसी महीने छत्तीसगढ़ दौरे पर आ रही है। वे सुबह 10:30 बजे से 12:30 बजे तक रायपुर में रहेंगी। इस दौरान राष्ट्रपति विधानसभा भवन परिसर में वृक्षारोपण करेंगी, जिसके बाद विधायकों के साथ फोटो सेशन भी होगा।

इसके बाद, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू विधानसभा में विशेष संबोधन देंगी। इस कार्यक्रम से पहले विधानसभा में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, और राज्य सरकार द्वारा उन्हें सम्मानित करने की तैयारी भी की गई है। बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दौरे को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। तो वहीं प्रशासन भी जोरशोर से तैयारियों में जुटा हुआ है। विधानसभा अध्यक्ष सहित मुख्य सचिव तैयारियों को लेकर अधिकारियों की बैठक कर चुके हैं।

इसके अलावा 30 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ का दौरा करेंगे। उनके दौरे के दौरान बिलासपुर के ग्राम मोहभट्ठा में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम प्रस्तावित किया गया है। इस दौरे में प्रधानमंत्री मोदी छत्तीसगढ़ के लिए कुछ बड़ी घोषणाएं कर सकते हैं।

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