चितवन वृद्धाश्रम में समाजसेवियों का विशिष्ट योगदान - राजेश अग्रवाल
विगत दिनों चितवन वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के स्वास्थ मनोरंजन और अन्य मासिक व डेली गतिविधियों में योगदान के लिए एवं कोरोना संक्रमण के कारण एहतियातन बंद कर दी गई सभी गतिविधियों को पुनः प्रारम्भ करने के लिए संस्थापक और चेयरमैन राजेश अग्रवाल की अध्यक्षता में वृंदावन हाल में एक बैठक रखी गई थी जिसमें शहर की अलग अलग समाजसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी एवं सदस्य तथा स्वयंसेवी लोग बड़ी संख्या में उपस्थित हुए । इस बैठकके प्रारंभ में राजेश अग्रवाल जी ने इस वृद्धाश्रम के संचालन के लिए बनाई गई कार्य योजना की जानकारी देते हुए कहा कि यहां हम बुजुर्गों के लिये ऐसा वातावरण बना कर रखना चाहते हैं कि जीवन की संध्या में उन्हें अकेलेपन का ज़रा भी एहसास न हो । साथ ही उनके जीवन मे खुशनुमा माहौल बना रहे और वे खालीपन के शिकार न हों । इसके लिए सभी सदस्य यथा समय अपनी उपस्थिति देकर समय दान दे सकते हैं । इस पर उपस्थित सदस्यों ने अपनी अपनी राय दी जिसमे ये बात बहुत प्राथमिकता से आई कि उनके साथ अपनापन जता कर हम उन्हें अकेलेपन से उबार सकतेंहैं । इसक्रम में प्रति माह मंदिर,गार्डन की सैर,सुबह की शुरुआत योग और प्राणायाम से तथा प्रति माह गार्डन और किसी धर्मस्थल की यात्रा ,माह में एक बार शहर से बाहर ले किसी पर्यटन स्थल में ले जाना, किसी एक दिन किसी वालेंटियर सदस्य के घर पर भोजन तथा उनके शुभ काम मे भागीदारी निभाने के लिए आमंत्रित करना,, किसी दो मेम्बर को अपना पालक बनाना एवं स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का निवारण आश्रम पर ही उच्च स्तरीय चिकित्सकों के परामर्श द्वारा करना जैसे प्रोग्राम को अंतिम रूप दिया गया । इस अवसर पर कोरोना काल मे भी बुजुर्गों की सेवा करने वाले चिकित्सक डॉक्टर संदीप साहु,ब्यूटी थैरेपी के रूप में सपना कुकरेजा, राज श्रीवास्तव,मिथलेश चौहान के समूह को सम्मान किया गया । बैठक में प्रमुख रूप से बसन्त अग्रवाल,अजय किरण अवस्थी,अमिताभ दुबे, सतनाम पनाग,पवन अग्रवाल,अजय अग्रवाल,निलेश देशाई,लीना वाढेर, जे.सी.आईं के सदस्य सहित आश्रम संचालक मंडल के सभी सदस्य उपस्थित रहे,,