CG NEWS: हिंदू आस्था पर हो रहा प्रहार, गौ-तस्करी में सरपंचों की भूमिका संदिग्ध
खरसिया: चौकी पुलिस ने मंगलवार की रात बर्बरता पूर्वक ग्राम तेलीकोट सरकारी स्कूल के मैदान में स्थित पानी टंकी के नीचे लगभग 50 गोवंश को ठूंसने वाले 4 आरोपियों को गौ तस्करी की आशंका में गिरफ्तार किया और दूसरे दिन छोड़ दिया। यदि इनसे कड़ी पूछताछ की जाती तो क्षेत्र में धड़ल्ले से चल रहे गौ-तस्करी के रैकेट तक आसानी से पहुंचा जा सकता था। गौ रक्षा वाहिनी के सदस्यों को सूचना मिली की ग्राम तेलीकोट के सरपंच की शह पर कोटवार ने गोवंश को पानी टंकी के नीचे छुपाया जा रहा है। वहीं कोटवार ने 3 लोगों को लैलूंगा से बुलवा रखा है।
जो अवसर देखकर गोवंश को पालने के बहाने ले जाएंगे और आगे जाकर इन्हें मवेशी बाजार या फिर सीधे कंटेनर तक पहुंचा कर कत्लखाने भेज देंगे। ऐसे में गौ रक्षकों ने खरसिया चौकी प्रभारी एसआई जीपी बंजारे को सूचना दी। पुलिस सहित गौ रक्षा वाहिनी के सदस्यों तथा ग्रामीणों ने देखा कि बर्बरता पूर्वक छोटे से स्थान पर इतने गोवंश को ठूस-ठूस कर भरा जाना और चारा तो दूर की बात, पानी की व्यवस्था भी ना देना, पशुक्रूरता अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध है। ऐसे में तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 4 लोगों को मौके से मंगलवार की रात को गिरफ्तार कर लिया। वहीं बुधवार को ना जाने किस वजह से चौकी पुलिस ने बिना किसी कार्रवाई किए ग्राम कोटवार को छोड़ दिया। इसके बाद तीनों आरोपियों को भी मौका देख कर छोड़ दिया गया। जबकि ऐसे लोगों पर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता थी।
सरपंचों की मिलीभगत से दे रहे गौ तस्करी को अंजाम
क्षेत्र में धड़ल्ले से की जाने वाली गौ तस्करी में कहीं न कहीं सरपंचों की अहम भूमिका नजर आ रही है। ज्यादातर देखा जा रहा है कि सरपंच ने स्वयं के सील एवं साइन सहित गौ तस्करों को पालने के नाम पर गौवंश दिए जाने का लिखित परमिशन दिया जाता है। 9 अगस्त को ग्राम औरदा के सरपंच ने इसी तरह का सहमति पत्र देते हुए 85 गोवंश को कत्लखाने भिजवाने में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं ऐसी ही पुनरावृत्ति ग्राम तेलीकोट में बन रही थी, जिसे गौ रक्षा वाहिनी के सदस्यों ने फिलहाल तो रोक दिया है, परंतु ऐसा कब तक किया जा सकता है? जिस पुलिस एवं प्रशासन को चाहिए कि वह गैरकानूनी काम करने वालों पर शिकंजा कसे, उन्हें ही ना जाने किस दबाव में बिना किसी कार्रवाई के लगातार छोड़ दिया जा रहा है।