CG NEWS : कलयुगी बेटे ने की बाप की दर्दनाक तरीके से हत्या
रायगढ़ : मां ने गांजा की पपुडिय़ा दुबारा देने से इंकार किया तो नशेड़ी बेटे ने उसकी पिटाई के बाद नींद में गाफिल अपने पिता के सिर पर लोहे के तवे से हमला करते हुए उसे मौत के घाट उतार दिया। नशे के चक्कर में बाप का कत्ल की यह वारदात शहर के खर्राघाट बेलादुला मोहल्लेे की है। चक्रधर नगर पुलिस ने भागने की फिराक में कातिल बेटे को हिरासत में लिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय बेलादुला के आखिरी छोर खर्राघाट रपटा के पास राजमिस्त्री का काम करने वाला धरम सिंह खडिय़ा (60 वर्ष) अपनी बीवी नीला बाई तथा 20 साल के बेटे उपेंद्र सिंह के साथ रहता था। शनिवार रात तकरीबन रात 9 बजे धरम अपने घर में बिस्तर बिछाकर सो गया। चूंकि, उपेंद्र को नशे की बुरी लत है, इसलिए वह अपनी मां से गांजे की एक पुडिय़ा मांगकर पीया, मगर नशा कम होने पर उसने एक और पुडिय़ा की मांग की। नीला बाई ने गांजा पी चुके बेटे को दुबारा पुडिय़ा देने से पल्ला झाड़ते हुए उसे बुरा भला कहा जो उपेंद्र को नागवार गुजरा। फिर क्या, नशे की खुमारी में डूबे उपेंद्र ने गाली-गलौच कर जान से मारने की धमकी देते हुए नीला बाई की पिटाई कर दी। बेटे को आक्रामक होते देख दहशतजदा मां जब मदद के लिए अपनी भाई बहू को चिल्लाई तो नशे की झोंक में उपेन्द्र ने आव देखा न ताव और कमरे में सो रहे अपने बूढ़े पिता पर गुस्सा उतारते हुए रोटी बनाने वाले लोहे के तवे से ऐसा जोरदार हमला किया कि सिर से लहू बहते ही धरम खडिय़ा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वहीं, अपने नशेड़ी बेटे के हाथों अपने सुहाग को उजड़ते देख बदहवास महिला ने किसी तरह भागकर आसपास के लोगों को घटना की सूचना दी तो जागरूक युवकों ने इसकी खबर चक्रधर नगर थाने में दी।
इधर, बेलादुला खर्राघाट में हत्या की भनक लगते ही हरकत में आए थाना प्रभारी अभिनवकान्त सिंह ने मौके की नजाकत को भांप प्रधान आरक्षक लोमेश सिंह राजपूत, सतीश पाठक, आरक्षक सुशील यादव, अखिलेश कुशवाहा और डहरु उरांव को तत्काल भेजा। खाकी वर्दीधारियों की टीम जब घेराबन्दी करते हुए मौके पर पहुंची तो गांजे की झोंक में उपेन्द्र लडखड़़ाते हुए भागने की कोशिश कर रहा था, जिसे पकड़कर थाने ले जाया गया। फिलहाल, हत्प्राण राजमिस्त्री की बीवी अपने एक रिश्तेदार महिला के साथ चक्रधर नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई तो पुलिस ने सिरफिरे उपेन्द्र के खिलाफ भादंवि की धारा 302 के तहत आपराधिक प्रकरण दर्ज करते हुए मामले को छानबीन में लिया है।