कलेक्टर और डीएफओ ने वनोपज संग्रह करने वाले ग्रामीणों से की जंगल इलाके में नहीं जाने और सतर्क रहने की अपील...
धमतरी : धमतरी वनमण्डल के वन परिक्षेत्र धमतरी, नगरी और दुगली सहित विभिन्न क्षेत्रों में हाथियों के विचरण और इस दौरान हुई घटनाओं को लेकर जिला प्रशासन ने चिंता व्यक्त करते हुए आसपास के ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील है। कलेक्टर और डीएफओ ने कहा है कि गत सप्ताह से उक्त क्षेत्र में हाथियों के तीन दल सक्रिय तौर पर विचरण कर रहे हैं। अधिकारी द्वय ने पिछले दिनों हथिनी ने घटनाओं को अंजाम दिए जाने और जानमाल की हानि पहुंचाने के मद्देनजर वन क्षेत्र में निवासरत ग्रामीणों से जंगल इलाके में लघु वनोपज संग्रहण करने व अन्य कार्य के लिए नहीं जाने का अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा है कि हाथियों का दल कभी भी किसी को नुकसान पहुंचा सकता है, वहीं वन विभाग के कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से उन्हें ट्रैक करना काफ़ी दुष्कर हो गया है, जिसके चलते किसी अनहोनी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
डीएफओ ने यह भी बताया कि टायगर रिजर्व, गरियाबंद के ऐसे वनक्षेत्र के ग्राम, जो नगरी तहसील में है, के अंदर वनक्षेत्र में हाथी दल विचरण कर रहा है। इसे दृष्टिगत करते हुए नगरी, दुगली, टायगर रिजर्व के वनक्षेत्र और धमतरी वन परिक्षेत्र के डूबान क्षेत्र मोंगरागहन, हरफर, उरपुटी और कांकेर जिले के नरहरपुर ब्लॉक से लगे विभिन्न ग्रामों के ग्रामीणजन वन क्षेत्र में कदापि न जाएं।
छह लाख रुपए के मुआवजे का है प्रावधान - इस संबंध में वन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी टी आर वर्मा ने बताया कि वन्य पशुओं से हिंसा कारित करने से किसी की मृत्यु हो जाने पर विभाग की ओर से छह लाख रुपए की राशि मुआवजे के रूप में प्रदान किए जाने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि वन्य जीव के हमले से मृत्यु हो जाने पर उनके निकटस्थ परिजन को तात्कालिक तौर पर 25 हजार रुपए दिया जाता है। शेष 5 लाख 75 हजार रुपए आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण होने पर प्रदान किया जाता है।