फसल बीमा राशि फर्जीवाड़ा : 4 कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज
भैयाथान: जिला सहकारी केंद्रीय मयादित बैंक इन दिनों काफ़ी सुर्खियों में है। यहां रोज-रोज नए कारनामो के खुलासे हो रहे है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के घोटाले में प्रशासन ने जांच दल का गठन किया था। जिसके जांच के आधार पर बैंक के चार कर्मचारियों पर थाना झिलिमिली में एफआईआर दर्ज की गई है।
ज्ञातव्य है कि शाखा भैयाथान के सहकारी बैंक द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा राशि में घपला किया गया। किसानों ने कई महीनों तक इसकी शिकायत संबंधित विभागों सहित कलेक्टर से क्र रहे थे। शिकायत पर कलेक्टर ने जांच दल गठित किया था। जांच दल ने तत्कालीन बैंक प्रबंधक जगदीश कुशवाहा लिपिक रामकुमार सिंह सूबेदार सिंह तथा भृत्य सुनील यादव के द्वारा बैंकिंग प्रेक्टिस के विपरीत कूटरचित दस्तावेज तैयार कर व बाहरी व्यक्तियों के सहयोग से किसानों के खाते में जमा प्रधानमंत्री फसल बीमा राशि को किसानों के उपस्थित हुए बिना ही उनके फर्जी हस्ताक्षर करते हुए राशि गबन करना पाया गया। जिसके आधार पर कलेक्टर ने तत्काल जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को संबंधित दोषियों के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज करने के निर्देश दिए जिसके बाद किसानों के खाते से राशि निकालकर गबन करने वाले तत्कालीन शाखा प्रबंधक सहित तीन पर झिलमिली थाना में धारा 120-B-IPC, 34-IPC, 420-IPC, 467-IPC, 468-IPC, 471-IPC के तहत एफ आई आर दर्ज की गई है।
कंप्यूटर ऑपरेटर छोड़ शेष सभी दोषी
जांच दल की मानें तो सहकारी बैंक में कंप्यूटर ऑपरेटर ही दोषमुक्त हैं। शेष सभी कर्मचारी तत्कालीन शाखा प्रबंधक सहित अन्य 3 लोगों पर फसल बीमा राशि फर्जीवाड़ा में संलिप्तता पाई गई है जिनके ऊपर एफ आई आर दर्ज हुई है।
पूर्व में दिया था भृत्य ने बयान
बैंक के बड़े अधिकारियों पर आरोप लगाने वाला भृत्य सुनील कुमार यादव ने अपने बयान में बताया था कि तत्कालीन शाखा प्रबंधक द्वारा मेरे से निकासी फार्म भरवाया गया और कहा गया कि बैंक के संभाग के बड़े अधिकारी व थाना भैयाथान के अधिकारी को पैसा देना है इसलिए निकासी फार्म भर दो मैने उनके कहने पर निकासी फार्म भरा लेकिन मुझे कौन से पैसे को निकाल रहे हैं यह जानकारी मुझे नही था।तत्कालीन शाखा प्रबंधक के निलंबन के बाद मुझे ज्ञात हुआ कि वह राशि प्रधानमंत्री फसल बीमा की राशि थी।