हाथियों का आतंक छत्तीसगढ़: एक ही दिन मे हाथी ने तीन ग्रामीणो को कुचलकर उतारा मौत के घाट
जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले मे हाथियो का आतंक जारी है। हाथी के हमले से भोले-भाले ग्रामीणो की जान बेसमय जा रही है। बीती रात जशपुर जिले के पत्थलगांव वन परिक्षेत्र के दो अलग-अलग गांव के तीन ग्रामीणो को हाथी ने कुचलकर मार डाला। इस घटना के बाद गांव मे दहशत क माहौल है। ग्रामीण डरे हुए हैं और सरकार को इस घटना के लिये जिम्मेदार मानते हैं। पहली घटना पत्थलगांव से लगभग 20 किलोमीटर दूर डूमरबहार मे घटी है। दिलसाय राम चौहान पिता सिरजू राम चौहान (55) रविवार को मजदूरी करने के लिये अपने गांव सराईटोला से डूमरबहार गया हुआ था। काम करने के बाद रात के 7 से 8 बजे के बीच जंगल के रास्ते से सराईटोला लौट रहा था। इसी दौरान दिलसाय का सामना जंगल के डबरी मे पानी पी रहे हाथी से हो गया। यहीं पर हाथी दिलसाय को सूंड़ से पकड़कर जमीन मे पटक कर अपने पैर से सिर को कुचल दिया जिससे दिलसाय की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। ग्रामीणो ने और वन विभाग के कर्मचारियो ने दिलसाय को जंगल के रास्ते से जाने से मना किया था उसके बावजूद दिलसाय किसी की बात नहीं सुना जिससे यह घटना घटी।
दूसरी घटना पत्थलगांव वन परिक्षेत्र के झिमकी गांव मे की है जहां हाथी ने दो बुजुर्गो को मौत के घाट उतार दिया। बिती रात जगत राम पिता छतर राम (62) को अपने घर के बाहर कुछ आवाज सुनाई दिया जिसके बाद वह घर से बाहर निकला इसी दौरान रास्ता पार कर रहे दो हाथियो मे से एक हाथी ने जगत राम पर हमला कर दिया जिससे उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई। इसी गांव के करू पिता संत राम (65) रात के लगभग 9 बजे शौच के लिये घर से बाहर गया हुआ था जहां उसका सामना दो हाथियो से हो गया। उसमे से एक हाथी ने करू को पटककर पैर से कुचल दिया जिससे बुजुर्ग की घटना स्थल पर ही मौत हो गई।
घटना की जानकारी मिलने पर वन विभाग के अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गये हैं। वन विभाग मृतक के परिजनो को तात्कालिक आर्थिक सहायता के रूप मे 25 हजार रूपये दे रही है। प्रकरण तैयार होने के बाद पुन: पांच लाख पचहत्तर हजार रूपये मृतक के निकटतम वारिश को दिया जायेगा। आपको बता दे हाथी के हमले से मौत होने पर छत्तीसगढ सरकार छह लाख रूपये मृतक के निकटतम वारिश को आर्थिक सहायता के रूप मे प्रदान करती है।