छत्तीसगढ़ में मानव तस्करी का पर्दाफास: विवाह का झांसा देकर मानव तस्करी के 2 आरोपी गिरफ्तार
जगदलपुर। विवाह का झांसा देकर मानव तस्करी करने के मामले में पुलिस ने जगदलपुर की सेफाली और रायसेन से केशव सिंह को गिरफ्तार किया गया है। युवती का एक बच्चा भी हुआ, जिसे युवक लेकर फरार हो चुका है। युवती की शिकायत के बाद अब पुलिस बच्चे की तलाश कर रही है।
पहले से ही मानव तस्करी के एक मामले में गिरफ्तार ममता अग्रवाल भी इस मामले में आरोपी है। पुलिस ने आरोपियों के विरूध्द धारा 376, 493, 370, 109, 34 के तहत अपराध दर्ज किया है। इनमें धारा 370 मानव तस्करी से धारा जुड़ी है। बस्तर जिले में मानव तस्करी का यह पहला मामला है।
कोतवाली टीआई एमन साहू ने बताया कि पीडि़ता जगदलपुर की मेटगुड़ा में रहती थी। कुछ समय पहले सेफाली, ममता और केशव उससे मिले और कहा कि केशव उससे शादी करना चाहता है। पीडि़ता उनकी बात में फंस गयी और परिवार को बिना बताए रायपुर आकर ममता अग्रवाल के साथ रहने लगी। कुछ दिनों बाद केशव उसे लेकर मध्यप्रदेश के रायसेन चला गया। युवती गर्भवती हो गयी। केशव उसे बार-बार ताना देता था कि वह युवती को दो लाख में खरीद कर लाया है। बच्चे के जन्म के बाद केशव ने उसे ममता अग्रवाल के घर छोड़ दिया और स्वयं बच्चा लेकर फरार हो गया। जब युवती को अपने बेचे और खरीदे जाने का पता चला तो वह जगदलपुर पहुंची और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
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पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए टीम का गठन किया और सबसे पहले सेफाली को पकड़ा, जिसके बाद केशव सिंह की गिरफ्तारी हुई। इधर मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को तो गिरफ्तार कर लिया है लेकिन पीडि़ता के बच्चे की कोई जानकारी किसी के पास नहीं है। जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है वे दोनो कह रहे है कि बच्चा उन्होंने ममता अग्रवाल को सौंप दिया है।
इधर ममता पहले से ही जेल में बंद है ऐसे में अब पुलिस पीडि़ता के बच्चे की तलाश भी कर रही है।
मेटगुड़ा की लड़की को दो लाख रूपये में बेचे जाने के मामले में मास्टर माइंड रायपुर निवासी ममता अग्रवाल को बताया जा रहा है। ममता अग्रवाल को अभी कुछ दिनों पहले ही कोंडागांव में आदिवासी युवतियों को बेचे जाने के आरोपों में पुलिस ने गिरफ्तार किया था और उसे जेल भेज दिया गया था अब मेटगुड़ा की पीडि़ता के सामने आने के बाद एक बार फिर से लड़की की खरीद-फरोख्त के मामले में ममता अग्रवाल को ही आरोपी बनाया गया है। इस घटना के बाद अब यह स्पष्ट हो गया है कि लड़कियों की खरीद फरोख्त का पूरा रैकेट चलाया जा रहा था। ऐसा माना जा रहा है कि बस्तर संभाग के कई जिलों में इसी तरह से लड़कियों को बहला-फुसलकर शादी का झंासा देकर बेचा गया है। इसके अलावा इस मामले में खास बात यह कि पहले भी ममता अग्रवाल पर आरोप है कि उसने मध्यप्रदेश के मुरैना में दो आदिवासी बच्चियों को बेचा है।
बस्तर एसपी दीपक झा ने कहा है कि मानव तस्करी के मामले को पूरी गंभीरता से लिया जा रहा है और जेल में बंद ममता अग्रवाल को रिमांड में लेकर पूछताछ की जायेगी।