कोविड के लक्षणात्मक मरीजों की रिपोर्ट आने तक आवश्यक दवाएं देकर उपचार करने के निर्देश
धमतरी। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग से मरीजों का उपचार कर आवश्यक दवाएं दी जा रही हैं, साथ ही स्वास्थ्यगत सलाह भी दी जा रही है।
कोविड की सैम्पल रिपोर्ट आने के बाद धनात्मक मरीजों को जरूरी दवाएं लेने की सलाह चिकित्सकों से दी जाती है। कई बार सैम्पल की जांच के उपरांत रिपोर्ट आने में विलम्ब हो जाता है। जिसके चलते मरीजों को यथोचित उपचार नहीं मिल पाता। इसे दृष्टिगत करते हुए छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय से रिपोर्ट मिलने तक मरीजों को लक्षण के आधार पर पांच प्रकार की दवाइयों की खुराक शुरू कर उपचार करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. डी.के. तुरे ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग से यह निर्देश जारी हुआ है कि वर्तमान में राज्य में कोविड-19 के संक्रमण की दर तेजी से बढ़ रही है। जिसके चलते सैम्पल की रिपोर्ट मिलने में विलम्ब हो रहा है। इसे दृष्टिगत करते हुए कोविड की रोकथाम के लिए गठित राज्य स्तरीय ट्रीटमेंट समिति से लक्षणात्मक मरीजों को तत्काल आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराने की अनुशंसा की गई है।
उन्होंने बताया कि लक्षण के आधार पर मरीज को रिपोर्ट आने से पहले छह प्रकार की दवाइयां देने के संबंध में आदेश प्राप्त हुआ है। इसमें आइवरमेक्टिन 12 एमजी की टैबलेट भोजन करने के बाद एक बार पांच दिन तक देने, डोक्सीसाइक्लिन-100 एमजी की टैबलेट भोजन के पश्चात् दिन में दो बार सात दिनों तक, पैरासिटामाॅल टैबलेट दिन में चार बार भोजन करने के बाद तीन दिन तक और चौथे दिन से बुखार आने, बदन दर्द रहने की स्थिति में ही दिन में एक बार खाना खाने के उपरांत देने के निर्देश दिए गए हैं।
इसी प्रकार विटामिन-सी के 500 एमजी की टैबलेट खाना खाने के बाद दिन में दो बार दस दिनों तक देने कहा गया है। साथ ही जिंक के 50 एमजी की टैबलेट देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा मरीज को प्रतिदिन 3 से 4 लीटर गुनगुना पानी पीने, आठ घण्टे की नींद लेने, 45 मिनट तक व्यायाम करने या टहलने के साथ-साथ ऑक्सीज़मीटर से ऑक्सीज़ लेवल की जांच नियमित रूप से करने की भी सलाह समिति से दी गई है। यदि ऑक्सीज़ लेवल 94 प्रतिशत से कम आता है और सांस लेने संबंधी परेशानी आ रही हो तो तत्काल चिकित्सक से सम्पर्क करें।