पंचायतों में ही उपलब्ध होगा राशन, ग्रामीणों को पैदल कोसो दूर नहीं जाना पड़ेगा : कलेक्टर
बीजापुर । कलेक्टर ने ग्रामीणो को सुगमतापूर्वक उनके पंचायतों और गांवों में राशन उपलब्ध कराने के लिए खाद्य अधिकारी को निर्देश दिया। जिसके परिणामस्वरूप पंचायतों में पंचायत स्तर पर राशन दुकान खोली गयी। कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने कहा फरवरी माह से राशन अब वे अपने पंचायत के दुकान में प्राप्त करेंगे। जिला प्रशासन के इस पहल से ग्रामीणों को राशन के लिए अब पैदल चलकर कोसो दूर नहीं जाना पड़ेगा। बीजापुर जिले में कुछ पंचायतों के राशन दुकान नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण नजदीकी पुलिस बेस कैम्पों में संचालित हुआ करते थे। जिसमें विकासखंड बीजापुर के कैका और कडेर के ग्रामीण उचित मूल्य दुकान बेस कैम्प नैमेड़ जाकर लेते थे। उसी प्रकार कादुलनार के ग्रामीण चिन्नाकवाली के बेस कैम्प में राशन लेने जाते थे। विकासखण्ड उसूर के ग्राम तर्रेम चिपुर भट्ठी की दुकानें बेस कैंप बासागुड़ा में संचालित होता था, सेमलडोजी, यंगपल्ली और लंकापल्ली के ग्रामीणों को राशन लेने बेस कैम्प ईलमिड़ी जाना पड़ता था। पुसगुड़ी के ग्रामीण बेसकैम्प मोदकपाल में आकर राशन लेते थे। इन सभी पंचायतों के ग्रामीणों को राशन लेने में काफी दूरी तय करना पड़ता था और साथ ही आवागमन की सुविधा नहीं होने के कारण इनको पैदल चलकर दुकान जाना पड़ता था। स्थानीय निवासियों को मांग पर जिला प्रशासन त्वरित संज्ञान में लेते हुए इन सभी पंचायतों के दुकानों को उनके मूल पंचायतों में विस्थापित किया गया है। फरवरी माह से ही अब अपने पंचायत स्तर पर ग्रामीण राशन प्राप्त करेंगे। अब ग्रामीणों को राशन लेने में आ रही परेशानियों से निजात मिलेगी। जिसके लिए ग्रामीणों ने जिला प्रशासन के इस पहल के लिए आभार व्यक्त किया।