छत्तीसगढ़ पर फिर पड़ा Corona का साया,एक ही दिन में इस जिले में मिले इतने कोरोना मरीज,जानिए किस जिले में कितने एक्टिव केस ?    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    छत्तीसगढ़ में आज कोरोना के 10 नए मरीज मिले, कहां कितने केस मिले, देखें सूची…    |    प्रदेश में थमी कोरोना की रफ्तार, आज इतने नए मामलों की पुष्टिं, प्रदेश में अब 91 एक्टिव केस    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    BREAKING : प्रदेश में आज 15 नए कोरोना मरीजों पुष्टि, देखें जिलेवार आकड़े    |    प्रदेश में कोरोना का कहर जारी...कल फिर मिले इतने से ज्यादा मरीज, एक्टिव मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 100 के पार    |    छत्तीसगढ़ में मिले कोरोना के 14 नए मरीज...इस जिले में सबसे ज्यादा संक्रमित,कुल 111 एक्टिव केस    |    सावधान : छत्तीसगढ़ में फिर बढ़ रहा कोरोना...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    Corona update: प्रदेश में 2 कोरोना मरीजों की मौत...इलाज के दौरान तोड़ा दम    |

छत्तीसगढ़ के इस जिले में हर वर्ष जमीन से निकलते हैं शिवलिंग, सावन में लगा श्रद्धालुओं का तांता

छत्तीसगढ़ के इस जिले में हर वर्ष जमीन से निकलते हैं शिवलिंग, सावन में लगा श्रद्धालुओं का तांता
Share

 बलरामपुर: सावन के महीने में जमीन से शिवलिंग का निकलना किसी चमत्कार से कम नहीं माना जाता है। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के राजपुर में भगवान शंकर के आस्था का एक ऐसा केंद्र है जहां हर साल जमीन से शिवलिंग निकल रहे हैं। पहले यहां 8 शिवलिंग खुदाई में निकले थे, वहीं इस साल भी सावन के महीने में खुदाई के दौरान एक और शिवलिंग जमीन से निकले हैं जिससे यहां इनकी संख्या बढ़कर 9 हो गई है।

शिवरात्रि के मौके पर यहां आस्था का सैलाब उमड़ता है यहां मांगी हुई हर मुराद पूरी होती है। आज सावन शिवरात्रि के मौके पर यहां मेले जैसा माहौल रहा। नवमी से दसवीं शताब्दी की मूर्तियां यहां देखने को मिलती हैं और प्राचीन धरोहर कि यहां अनुपम विरासत देखने को मिली है। इस स्थान को कोठी पत्थर के नाम से जाना जाता है और यहां एक विशाल शिवलिंग है। इसके अलावा इस परिसर में आठ अन्य शिवलिंग है जो हर साल खुदाई में निकलते हैं। इसके अलावा यहां माता पार्वती और भगवान गणेश भी खुदाई में निकले हैं।

आस्था का केंद्र लोगों को अपनी ओर खींचता है और दूसरे राज्यों से भी लोग यहां भोलेनाथ के दर्शन करने पहुंच रहे हैं। शासन प्रशासन की टीम भी इस स्थान को पर्यटन के रूप में विकसित करने में लगी है। आज सावन महाशिवरात्रि के मौके पर यहां आस्था का सैलाब उमड़ा और दूर-दूर से लोग कांवड़ में जल लेकर यहां पहुंचे और भोलेनाथ को अर्पित किया।



Share

Leave a Reply