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डीईओ के फरमान से नहीं मिला शिक्षकों को वेतन

डीईओ के फरमान से नहीं मिला शिक्षकों को वेतन
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धमतरी । जिला शिक्षा अधिकारी रजनी नेल्सन ने जिला के आहरण संवितरण अधिकारियों को फेरबदल किया गया है। जिसका खामियाजा शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है। अभी तक शिक्षको को मार्च माह का वेतन अप्राप्त है और शायद अप्रैल का वेतन भी मिल पाए इसकी संभावना कम दिखायी पड़ती है।
तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष राजेंद्र चन्द्राकर ने बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी से मनमाने ढंग से आहरण संवितरण अधिकारियों को फेरबदल किया गया है। जिसके कारण न सिर्फ इस कोविड़ महामारी के दौर में शिक्षको को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है बल्कि प्रशासनिक तथा वित्तीय अधिकार दो अलग अलग अधिकारियों को दिए जाने से विभागीय कार्यो में भी कर्मचारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे कार्यालय की व्यवस्था टकराव पूर्ण, बोझिल और हास्यस्पद प्रतीत हो रही है।
जिला शिक्षा अधिकारी के इस तुगलकी फरमान के कारण ही मृतक कर्मचारियों को तत्काल प्रदान की जाने एग्रेसिया राशि का अभी तक भुगतान नहीं हो पाया है। जिससे मृतक कर्मचारी के परिवार पर बेवजह आर्थिक और मानसिक दबाव का समाना करना पड़ रहा है। विभिन्न संघ संगठनों के से इस तुगलकी फरमान को निरस्त करने जिला शिक्षा अधिकारी से निवेदन किया गया था। किंतु कर्मचारी संगठन की बात को तवज्जो न देते हुए सम्बन्धित अधिकारी से संगठन के पदाधिकारियों के खिलाफ झूठी शिकायतों के आधार लेकर समाचार प्रकाशित कर दबाव बनाया जा रहा है।
तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के सदस्यों चन्दूलाल चन्द्राकर, राजेश साहू,संतलाल साहू, पवन बनस्कार, राजेश पाण्डेय, कमल सार्वा, महेंद्र साहू आदि ने यह मांग रखी कि शिक्षको के वेतन भुगतान, मृतक कर्मचारियों के एग्रेसिया राशि का भुगतान नही हो पाने की जिम्मेदारी जिला शिक्षा कार्यालय ले। विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय कुरुद और नगरी में दो अधिकारियों के चक्कर मे बेवजह शिक्षकों को जो परेशानी हो रही है। उसे दूर करने हेतु तत्काल आदेश को निरस्त किया जाए। अन्यथा संगठन से आंदोलन किया जाएगा।
 



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