चैत्र नवरात्रि में मांई दंतेश्वरी मंदिर में श्रद्धालुओं व आम नागरिकों का प्रवेश प्रतिबंधित
दंतेवाड़ा । मंदिर समिति मांई दंतेश्वरी मंदिर दंतेवाड़ा ने चैत्र नवरात्र के संबंध में आवश्यक बैठक रखा गया। जिसमें चैत्र नवरात्र के आयोजन के संबंध में विभिन्न महित्वपूर्ण गतिविधियों के बारे में चर्चा की गयी। इस बार भी ऑनलाईन दर्शन के माध्यम से श्रद्धालु मांई का दर्शन कर कर सकेंगे। कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण को मद्देनजर रखते हुए चैत्र नवरात्रि पर्व 2021 के दौरान आम नागरिकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के मद्देनजर मां दंतेश्वरी मंदिर दंतेवाड़ा में चैत्र नवरात्र पर्व 13 अप्रैल से 21 अप्रैल तक मंदिर में आयोजन किये जायेंगे परन्तु भक्त जन मंदिर आकर मांई का दर्शन नहीं कर पाएंगे।नवरात्र के दौरान श्रद्धालुओं, आम नागरिकों का मंदिर में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। यदि कोई व्यक्ति मंदिर के अंदर मोबाईल या कैमरा के माध्यम से फोटो लेते हुए पाया जाता है तो उस पर 1 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। माता की आरती और ज्योत का लाईव दर्शन श्रद्धालु अपने घर बैठ कर कर पाएंगे। इसका सीधा प्रसारण स्थानीय चैनल, एल ई डी स्क्रीन, तथा जिले के अधिकृत वेबसाइट, फेसबुक, ट्विटर पेज तथा अन्य माध्यमों से किया जाएगा। इस बारे में मन्दिर समिति के सदस्यों ने कहा कि वर्तमान में नॉवेल कोरोना वायरस के तेजी से फैलते प्रभाव को देखते हुए तथा नवरात्रि के दौरान मां दंतेश्वरी मंदिर दंतेवाड़ा में दर्शन करने वाले अधिकांश दर्शनार्थी श्रद्धालु दंतेवाड़ा जिले के अलावा समीपस्थ जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से मेला स्थल पहुंचते हैं। अत: शासन की ओर से नॉवेल कोरोना वायरस संक्रमण के कारण वर्तमान में मेला समारोह आयोजन पर रोक लगायी गयी है। इसके साथ ही जिले के ग्रामीण इलाकों के मंदिर परिसरों में लगने वाले चैत्र नवरात्रि मेला भी स्थगित रहेगा। भक्तगण स्वेच्छा से ऑनलाइन दान कर सकेंगे जिसके लिए अथवा व्यवस्थापक टेम्पल एस्टेट दंतेवाड़ा के नाम से एसबीआई खाता क्रमांक 37596357458 आईएफएससी कोड नंबर- SBIN0000545 के माध्यम से दान किया जा सकता है। इस दौरान दंतेवाड़ा विधायक देवती कर्मा, अध्यक्ष जिला पंचायत तुलिका कर्मा, उपाध्यक्ष जनपद पंचायत दंतेवाड़ा सुनीता भास्कर, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद पायल गुप्ता, कलेक्टर दीपक सोनी, सीईओ जिला पंचायत अश्विनी देवांगन, एसडीएम अबिनाश मिश्रा और मंदिर के पुजारी सहित मंदिर समिति के सदस्य और क्षेत्र के विभिन्न समाज प्रमुख तथा अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।