टीएस सिंहदेव का इस्तीफा, छत्तीसगढ़ में नए राजनीति समीकरण बनाने के संकेत तो नहीं…
अम्बिकापुर। सरगुजा सहित पुरे प्रदेश के राजनीति में इन दिनों अजीब सी बदलाव आने के संकेत मिलना शुरू हो गया है। राजनीति के जानकार भी अपने माथे पर हाथ लगा कर बैठ गए हैं कि आखिर ऊठ अब किस करवट बैठेगी। जी हाँ, हम बात कर रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता, सरगुजा रियासत के महाराज, अम्बिकापुर के विधायक टीएस सिंह देव व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की जो एक समय एक गहरे दोस्त के साथ-साथ छत्तीसगढ़ कांग्रेस राजनीति के चमकते हुए ध्रुव तारे थे लेकिन आज राजनीति के बदले परिस्थितियों के कारण एक दूसरे के घोर विरोधी हो गए हैं। कारण चाहे जो भी हो लेकिन 15 वर्षों के भाजपा के सत्ता को उखाड़ फेंकने में सड़क से लेकर सत्ता के सफर में इन दोनों नेताओं ने मेहनत करने में कोई कसर नहीं छोडा था।
युवाओं में नया जोश भरने व सत्ता में बैठे भाजपा से सिधे टक्कर लेने में और लम्बे समय से कांग्रेस में रहकर कांग्रेस में भितरघात करने वाले कांग्रेस के नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाने में भी पिछे नहीं रहे। जिससे कांग्रेस को लम्बे समय के बाद सत्ता का सुख नशिब हुआ।