बिजली समस्या को लेकर ग्रामीणों ने किया चक्काजाम, 6 घंटे बाद लिखित अश्वासन पर खुला
रायगढ़: धरमजयगढ़ विकासखंड के हाथी प्रभावित क्षेत्रों में शाम ढलते ही बिजली कटौती को लेकर ग्रामीण लंबे समय से परेशान हैं। ऐसे में शनिवार को ग्रामीणों ने चक्का जाम कर दिया, 6 घंटे बाद प्रशासन के लिखित आश्वासन पर आवागमन बहाल हुआ। आमापाली, सागरपुर, बागडाही, गेरसा, बरतापाली, नवागांव सहित कई गांव के ग्रामीणों ने 17 जुलाई को आमापाली विद्युत विभाग सबस्टेशन के सामने भारी संख्या में एकत्रित होकर चक्काजाम कर दिया। इस दौरान आंदोलनकारी ग्रामीणों के साथ भारतीय जनता पार्टी धरमजयगढ़ मंडल अध्यक्ष गोकुल नारायण यादव, महामंत्री अनिल पाण्डेय, शिशुपाल गुप्ता सहित भाजपा कार्यकर्ता भी ग्रामीणों की बिजली समस्या को लेकर ग्रामीणों के आंदोलन में मौजूद रहे। दोपहर 12 बजे से शुरू हुए लगभग 6 घंटे तक रायगढ़ धरमजयगढ़ मार्ग इस चक्काजाम में प्रभावित रहा। बस ट्रक सहित दुपहिया वाहन भी इस आंदोलन में में फंसे रहे। जिले में सम्भवत: ऐसा पहली मर्तबा रहा जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों की वजह से इतने घण्टों तक चक्काजाम देखा गया। आंदोलनकारियों की मांगों में प्रमुख मांग बिजली कटौती बंद करने की रही। वहीं चक्काजाम के लगभग एक घंटे बाद सर्वप्रथम विद्युत विभाग के एई कुजूर आंदोलनकारियों को मनाने पहुंचे।
किन्तु ठोस आश्वासन न मिलने के कारण ग्रामीणों का हल्लाबोल धीरे-धीरे परवान चढ़ता रहा, जिसके बाद ढाई बजे धरमजयगढ़ तहसीलदार बाज पहुंचे। ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत हुए और वन विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया। मौके पर वन विभाग के एसडीओ अपने दलबल के साथ पहुंचे और बिजली कटौती से वन विभाग का कोई संबंध नहीं होना बताया। इस दौरान आंदोलनकारियों ने बताया कि क्षेत्र में जंगली हाथियों के नाम पर रोजाना शाम होते ही बिजली सप्लाई बंद कर दी जाती है। जब इस विषय को लेकर विद्युत विभाग से संपर्क किया जाता है तो वन विभाग के कहने पर बिजली काटना बताया जाता है। जबकि इस बात पर वन विभाग के एसडीओ ने कहा कि वन विभाग का विद्युत कटौती से कोई मतलब नहीं है। इतना सुन आंदोलनकारियों ने विद्युत विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन किया। 6 घंटे तक चले इस चक्काजाम में अंतत: वन विभाग ने लिखित में दिया कि वन विभाग को हाथी प्रभावित क्षेत्र का बिजली कटौती से कोई मतलब नहीं है। बिजली विभाग हाथी विचरण क्षेत्र में अनवरत बिजली चलू रख सकते हैं। बिजली विभाग भी आंदोलनकारियों को लिखित रूप में दिया कि आइंदा विद्युत कटौती नहीं की जाएगी। चक्काजाम के दौरान रायगढ़ पत्थलगांव मार्ग पूरी तरह बाधित रहा कई बसे दोनों तरफ घण्टों तक खड़ी रही और यात्रियों को इससे काफी परेशानी हुई इसके अलावा ट्रक, कार सहित दुपहिया वाहनों का आवागमन ठप्प रहा। विपक्षी पर्टी भाजपा का खुलकर साथ मिला ग्रामीणों को इस आंदोलन में लगभग 7 ग्राम पंचायत के सरपंच, डीडीसी, बीडीसी सहित सैकड़ों ग्रामीणों शामिल हुए।