पेट फूलने की समस्या से अक्सर रहते हैं परेशान, तो खाना शुरू कर दें ये फूड्स, तुरंत मिलेगा आराम
आजकल अनहेल्दी खानपान और लाइफस्टाइल के कारण अक्सर पेट से जुड़ी समस्या होती रहती है, जिसमें ब्लोटिंग या पेट फूलने की प्रॉब्लम बहुत आम है। अक्सर खाना खाने के बाद लोगों को इस समस्या से जूझना पड़ता है। इस दौरान पेट एकदम टाइट और भारी लगता है। कई बार ब्लोटिंग पेट दर्द का कारण भी बनती है, जिससे व्यक्ति काफी असहज हो जाता है। यदि आपको भी अक्सर ब्लोटिंग या पेट फूलने की समस्या होती है, जो आपको अपनी डेली डाइट में कुछ चीजों को शामिल करना चाहिए।
सौंफ
खाना खाने के बाद एक चम्मच सौंफ खाने से ब्लोटिंग की शिकायत कम हो सकती है। सौंफ में ऐसे कंपाउंड पाए जाते हैं, जो पाचन को दुरुस्त रखते हैं। साथ ही, पेट फूलने की समस्या को दूर करते हैं। इसके सेवन से गैस और कब्ज भी ठीक होती है।
अजवाइन
खाना खाने के बाद अजवाइन का सेवन भी पेट फूलने और गैस जैसी समस्या से छुटकारा दिलाता है। इसे आप सीधे या पानी में एक चम्मच उबालकर भी पी सकते हैं।
पपीता
पपीता पेट की समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। इसमें मौजूद पपाइन एंजाइम गैस, ब्लोटिंग जैसी समस्या से निजात दिलाता है। पपीते के सेवन से पाचन दुरुस्त रहता है।
दही
प्रोबायोटिक गुणों से भरपूर दही पेट के लिए अच्छा रहता है। इसके सेवन से पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे अपच, गैस, जलन आदि नहीं होता। ये गट में गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है, जिससे पाचन दुरुस्त रहता है।
अदरक
अदरक का सेवन भी आपको ब्लोटिंग से निजात दिला सकता है। इसकी एंटी-इंफ्लामेटरी प्रॉपर्टीज सूजन कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही, इसके रोजाना सेवन से पाचन अच्छा रहता है।
बात सेहत की : फ्रोजन मटर’ का जमकर इस्तेमाल करते हैं तो हो जाएं सावधान! हो सकते हैं ये बड़े नुकसान
फ्रोजन मटर का इस्तेमाल कई लोगों की मजबूरी बन जाता है। वहीं, कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो खानपान में फ्रोजन मटर का ही ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। वजह है कि इसे छीलने और स्टोर करने में ज्यादा परेशानी नहीं होती। ऐसे में, आइए आज आपको बताते हैं कि कैसे यह थोड़ी-सी सहूलियत अपने साथ कई परेशानियां लेकर आती हैं।
फ्रोजन मटर के ज्यादा इस्तेमाल से वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है। दरअसल, प्रिजर्व फूड्स में स्टार्च का इस्तेमाल किया जाता है, जो फैट को बढ़ाने का काम कर सकता है। ऐसे में, मोटापे से जूझ रहे लोगों को इसके सेवन से थोड़ा बचना चाहिए।
पोषक तत्व की कमी
बीपी की शिकायत
फ्रोजन मटर को खाने से हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत भी हो सकती है। ऐसा इसमें मौजूद सोडियम के कारण होता है। इसलिए अगर आप भी हृदय रोग या स्ट्रोक के खतरे को बढ़ाना नहीं चाहते हैं, तो इसका ज्यादा सेवन करने से परहेज कर सकते हैं।
हार्ट के लिए नुकसानदायक
फ्रोजन मटर का ज्यादा इस्तेमाल करने से हार्ट हेल्थ को नुकसान पहुंच सकता है। यह दिल की धमनियों को बंद करके शरीर में कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है। वहीं, इसमें मौजूद ट्रांस फैट नसों को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में, भूलकर भी इसका ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए।
त्योहारों से पहले गैस सिलेंडर हुआ महंगा, इतने रुपए बढ़ गए एलपीजी के दाम
नई दिल्ली:- अक्टूबर माह की पहली तारीख को गैस के दाम बढ़ गए हैं। एलपीजी सिलेंडर के नए रेट आज 1 अक्टूबर 2024 से देश भर में प्रभावी हो गए हैं। गैस कीमतों में ये बढ़ोतरी 19Kg वाले गैस सिलेंडर के लिए 48.50 रुपए प्रति सिलेंडर पर हुई है। आम रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई इजाफा नहीं किया गया है।
कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने से आपके लिए बाहर का खाना या रेस्टोरेंट, होटल, ढाबे के भोजन के रेट बढ़ सकते हैं क्योंकि इन जगहों पर खास तौर पर कमर्शियल एलपीजी गैस का इस्तेमाल होता है। इस बार अक्टूबर को मिलाकर तीन महीने का समय हो गया जब सरकारी तेल व गैस विपणन कंपनियों की तरफ से कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के रेट में बढ़ोतरी देखी गई है।
महाराष्ट्र-गुजरात की बाढ़ से महंगी हुईं सब्जियां, दिवाली से पहले राहत की उम्मीद नहीं
रायपुर : पश्चिमी भारत, गुजरात, महाराष्ट्र आदि राज्यों में भारी बारिश की वजह से छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों में सब्जियों के दाम भी बढ़ गए हैं। बाजार में टमाटर, गोभी, करेला के दाम 70 से 90 रुपये प्रति किलो पहुंच गए हैं।
रायपुर थोक सब्जी बाजार में अभी अन्य प्रांतों से 70 प्रतिशत सब्जियों की आवक बनी हुई है, जबकि 30 प्रतिशत सब्जियां ही स्थानीय हैं। हालांकि अभी बाढ़ प्रभावित राज्यों में प्रदेश से सब्जियों की सप्लाई की जा रही है। इस कारण दामों में जबरदस्त इजाफा हुआ है।
अभी नरमी की उम्मीद नहीं
- डूमरतराई थोक सब्जी बाजार के अध्यक्ष टी. श्रीनिवास ने बताया कि अभी सब्जियों की कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। इनकी कीमतों में फिलहाल कोई नरमी की उम्मीद नहीं है।
- दरअसल अभी कई राज्यों में बाढ़ ने सब्जियों की फसल को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है। टमाटर की फसलें खराब हो गईं। सही मात्रा में टमाटर की सप्लाई नहीं हो रही है।
- इसी तरह की स्थिति अन्य सब्जियों के साथ भी है। खेतों में फसलें खराब हो गईं हैं। ऐसे में किसान दूसरी फसलों की उपज के लिए पौधे उखाड़ रहे हैं। कीमतों में कमी दीपावली के आसपास आएगी।
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जानिए सब्जियों की कीमत (प्रति किलो में)
- टमाटर: 40 से 50 रुपए
- मुनगा: 60 से 70 रुपए
- करेला: 70 से 80 रुपए
- सेमी: 80 से 90 रुपए
- भिंडी: 60 से 70 रुपए
- परवल: 50 से 60 रुपए
- गोभी: 80 से 90 रुपए
- पत्ता गोभी: 30 से 40 रुपए
- बरबट्टी: 60 से 60 रुपए
- भाटा: 40 से 70 रुपए
अब WhatsApp पर लीक नहीं होगी आपकी बातें, चैट लॉक से मिलेगी प्राइवेसी और सिक्योरिटी…जानें प्रोसेस
WHATSAPP NEW FEATURE NEWS. आज के दौर सोशल मीडिया जीवन का जरूरी हिस्सा बन गया है। दरअसल, दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले मैसेजिंग प्लेटफॉर्म वॉट्सएप (WhatsApp) क्रेज बढ़ता ही जा रहा है। अब WhatsApp की ओर से यूजर्स की प्राइवेसी और सिक्योरिटी को ध्यान में रखते हुए कई ऐसे फीचर पेश किए जाते हैं, जिनके बारे में ज्यादातर लोगों को नहीं पता होता है, जैसे WhatsApp पर बिना आर्काइव किए चैट कैसे हाइड करते हैं, ये बहुत लोगों को नहीं पता होगा।
कंपनी के अनुसार आप अपनी पर्सनल चैट को बिना हाइड किए छिपा सकते हैं। ऐसा करने से बिना परमिशन कोई भी चैट्स ओपन नहीं कर पाएगा। WhatsApp का यह फीचर उन लोगों के लिए एकदम बढ़िया है, जिन्हें किसी एक इंडिविजुअल चैट को हाइड करना होता है। इस फीचर के जरिये ऐसा करना बहुत आसान है। यहां किसी भी पर्सनल चैट को लोगों को छिपाया जा सकता है। बस इसके लिए कुछ आसान से स्टेप फॉलो करने होते हैं।
इस स्टेप को अपनाएं
सबसे पहले WhatsApp ओपन करें।
अब उस चैट को सेलेक्ट करें, जिसे हाइड करना चाहते हैं।
प्रोफाइल आइकन पर टैप करें।
स्क्रॉल करके नीचे आ जाएं और चैट लॉक टॉगल को ऑन कर दें।
इसके बाद कंटिन्यू कर दें। बस काम हो गया।
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बिना फेस या फिंगरप्रिंट के नहीं खोल सकेंगे लॉक
जानकारी के अनुसार एक बार चैट लॉक करने के बाद दोबारा उन्हें खोलने के लिए बायोमेट्रिक्स, फेस या फिंगरप्रिंट की जरूरत होगी। ध्यान रखें कि चैट लॉक करने के बाद नोटिफिकेशन बार में कुछ इस तरह दिखाई देता है। जैसे- WhatsApp: 1 न्यू मैसेज। अगर आप इन चैट को सार्वजनिक करना चाहते हैं, तो लॉक्ड चैट फोल्डर में जाएं। वह चैट चुनें जिसे आप अनब्लॉक करना चाहते हैं। तीन डॉट आइकन पर टैप करें और फिर ‘अनब्लॉक चैट’ पर टैप करें।
UPI से डिजिटल भुगतान में क्रांति, 200 लाख करोड़ का हुआ लेनदेन
नई दिल्ली । केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अनुसार, चालू वित्त वर्ष 2024-25 के पहले पांच महीनों (अप्रैल-अगस्त) में डिजिटल भुगतान का मूल्य बढ़कर 1,669 लाख करोड़ रुपये हो गया। मंत्रालय ने कहा है कि इस अवधि के दौरान डिजिटल भुगतान की लेनदेन की संख्या 8,659 करोड़ तक पहुंच गई। आंकड़ों के अनुसार यूपीआई लेनदेन का मूल्य 138 प्रतिशत की सीएजीआर (वार्षिक वृद्ध दर) से 2017-18 के 1 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 2023-24 में 200 लाख करोड़ रुपये हो गया। इसके अतिरिक्त, पिछले 5 महीनों (अप्रैल-अगस्त वित्त वर्ष 2024-25) में यूपीआई लेन-देन का मूल्य बढ़कर 101 लाख करोड़ रुपये हो गया।
वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि भारत में डिजिटल भुगतान में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। डिजिटल भुगतान लेनदेन की कुल संख्या वित्त वर्ष 2017-18 के 2,071 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 18,737 करोड़ हो गई।
मंत्रालय ने कहा, "चालू वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी 5 महीनों (अप्रैल-अगस्त) के दौरान लेन-देन की संख्या 8,659 करोड़ तक पहुंच गई है। लेन-देन का मूल्य 11 प्रतिशत की सीएजीआर के साथ 1,962 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 3,659 लाख करोड़ रुपये हो गया। इसके अतिरिक्त, चालू वित्त वर्ष 2024-25 के आखिरी 5 महीनों (अप्रैल-अगस्त) में कुल लेनदेन मूल्य बढ़कर 1,669 लाख करोड़ रुपये हो गया।"
यूपीआई से डिजिटल भुगतान में आई क्रांति
मंत्रालय ने यह भी बताया कि यूपीआई भारत के डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र की आधारशिला बना हुआ है। मंत्रालय के अनुसार यूपीआई ने देश में डिजिटल भुगतान में क्रांति ला दी है, वित्त वर्ष 2017-18 में जो यूपीआई लेनदेन 92 करोड़ था, वह वित्त वर्ष 2023-24 में 129 प्रतिशत की सीएजीआर के साथ बढ़कर 13,116 करोड़ हो गया।
वित्त मंत्रालय ने यह भी कहा कि UPI जैसी तेज भुगतान प्रणालियों को अपनाने में लाने के प्रयासों ने वित्तीय लेन-देन के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव किया है, जिससे लाखों लोगों के लिए वास्तविक समय पर सुरक्षित और निर्बाध भुगतान संभव हुआ है। अन्य देशों में भारत के डिजिटल भुगतान विस्तार पर प्रकाश डालते हुए, मंत्रालय ने कहा कि यूपीआई और रूपे दोनों ही वैश्विक स्तर पर तेजी से विस्तार कर रहे हैं। इससे विदेशों में रहने और यात्रा करने वाले भारतीयों के लिए सीमा-पार लेन-देन निर्बाध रूप से संभव हो रहा है।
वर्तमान में, यूपीआई सात देशों में चलन में है। इनमें यूएई, सिंगापुर, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, फ्रांस और मॉरीशस जैसे प्रमुख बाजार शामिल हैं। इसके जरिए भारतीय उपभोक्ता और व्यवसाय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भुगतान कर और प्राप्त कर सकते हैं। मंत्रालय के अनुसार, हालिया विस्तार नई तकनीक (यूपीआई) के प्रयोग को और बढ़ाएगा। इसके साथ ही वित्तीय समावेशन में सुधार होगा और वैश्विक वित्तीय परिदृश्य में भारत का कद बढ़ेगा।