छत्तीसगढ़ पर फिर पड़ा Corona का साया,एक ही दिन में इस जिले में मिले इतने कोरोना मरीज,जानिए किस जिले में कितने एक्टिव केस ?    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    छत्तीसगढ़ में आज कोरोना के 10 नए मरीज मिले, कहां कितने केस मिले, देखें सूची…    |    प्रदेश में थमी कोरोना की रफ्तार, आज इतने नए मामलों की पुष्टिं, प्रदेश में अब 91 एक्टिव केस    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    BREAKING : प्रदेश में आज 15 नए कोरोना मरीजों पुष्टि, देखें जिलेवार आकड़े    |    प्रदेश में कोरोना का कहर जारी...कल फिर मिले इतने से ज्यादा मरीज, एक्टिव मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 100 के पार    |    छत्तीसगढ़ में मिले कोरोना के 14 नए मरीज...इस जिले में सबसे ज्यादा संक्रमित,कुल 111 एक्टिव केस    |    सावधान : छत्तीसगढ़ में फिर बढ़ रहा कोरोना...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    Corona update: प्रदेश में 2 कोरोना मरीजों की मौत...इलाज के दौरान तोड़ा दम    |

अग्रसेन महाविद्यालय में आज से शुरू हुई चार-दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला

 अग्रसेन महाविद्यालय में आज से शुरू हुई चार-दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला
Share

रायपुर: अग्रसेन महाविद्यालय द्वारा सातवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग विभाग और महाविद्यालय की आइक्यूएसी शाखा के संयुक्त तत्वावधान में चार दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया है. इसके पहले दिन पर राज्य शैक्षणिक अनुसंधान परिषद के  अधिकारी सीएल सोनवानी ने कोरोना काल में योग की उपादेयता पर अपने विचार व्यक्त किए.
 
श्री सोनवानी ने कहा कि योग और प्राणायाम के जरिये पाचन तन्त्र, फेफड़े और मस्तिष्क को स्वस्थ तथा निरोग रखा जा सकता है. उन्होंने कहा कि प्राणायाम की कारण फेफड़ों के भीतर अनगिनत छिद्रों में पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन पहुंचता है और ये सभी अंग आक्सीजन के प्रवाह से ही मजबूत बनते हैं. वहीं प्राणायाम मस्तिष्क में सकारात्मक विचारों को बढ़ाने में मदद करता है. महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ बीके अग्रवाल ने कहा कि योग, शरीर और आत्मा को स्वस्थ बनाता है और दैनिक जीवन में इनके नियमित प्रयोग से शरीर को अवांछित बीमारियों सेबचाया भी जा सकता है.
 
इस मौके पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर युलेंद्र कुमार राजपूत ने कहा कि योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलना हमारे लिए गर्व की बात है योग की उपादेयता इस कोरोना काल में बढ़ रही है. अब बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी स्वस्थ जीवन-शैली के लिए योग और प्राणायाम को अपना रहे हैं. महाविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी अमित अग्रवाल और योग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉक्टर मंजू सिंह ठाकुर ने इस कार्यशाला में शामिल होने वाले मुख्य वक्ता और कार्यशाला में भाग लेने वाले प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया. इस अवसर पर आइक्यूएसी कोऑर्डिनेटर डॉक्टर डॉली पांडेय सहित सभी विभागों के विभागाध्यक्ष भी शामिल हुए. कार्यशाला की अगली कड़ी में मुख्य वक्ता के रूप में फिजियोथैरेपिस्ट डॉ रानू मिश्रा कोरोना काल में फिजियोथैरेपी की उपयोगिता पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगी।

Share

Leave a Reply