शादी के बाद इसलिए चौड़ी हो जाती है महिलाओं की कमर...जानिए
शादी के बाद पुरुष हो या महिलाएं, उनकी जिंदगी बदल जाती है। खासकर महिलाओं के बारे में तो कहा जाता है कि ससुराल जाते ही अधिकतर महिलाएं पूरी तरह बदल जाती हैं। महिलाओं का व्यक्तित्व, रूप ,रंग और आकार सब कुछ बदल जाता है। इस आर्टिकिल में आज हम आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा क्या हो जाता है, जो शादी के बाद महिलाएं बदल जाती हैं।
महिलाएं शादी से पहले जितनी बिंदास होती है, उतनी ही शादी के बाद उतार चढ़ाव का सामना करतीं हैं। वहीं शादी के बाद जहां महिलाओं की जीवन शैली में बदलाव होता है, साथ ही शारीरिक बनावट में भी बदलाव देखने को मिलता है। महिलाएं अक्सर शादी के बाद मोटी हो जाती है, वहीं कुछ महिलाओं के कमर का हिस्सा फैल जाता है।
शादी के बाद महिलाओं के शरीरिक बनावट में होने वाले बदलाव को लेकर बीते कुछ साल पहले एथेंस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिमित्रिस कियोरसिस, प्रेसिडेंट, हेलेनिक मेडिकल एसोसिएशन ने यह उजागर किया था कि शादी के बाद सबसे गंभीर स्वास्थ्य समस्या यदि कोई है तो वह है मोटापा यानी पेट का निकल जाना। शादीशुदा पुरुषों के पेट अविवाहितों से तकरीबन तीन गुना बड़े हो जाते हैं जबकि कुंवारी लड़कियों से दोगुना बड़ा पेट शादीशुदा महिलाओं का हो जाता है।
यह सर्वेक्षण 20 से 70 साल के 17,000 विवाहित जोड़ों पर किया गया और यह निष्कर्ष निकला कि इस मोटापे के दो कारण हैं। एक-शादीशुदा लोग सोफे पर एक साथ बैठ कर टेलीविजन देखते हुए खूब खाते हैं जबकि कुंवारे ऐसा नहीं करते। और दूसरा ये कि शादी के बाद कुछ समय तक एक दूसरे का साथ इतना अच्छा लगता है कि व्यायाम, योग या जिम के बारे में सोचने का न तो दिल करता है और न ही वक्त मिल पाता है।
ये हैं शरीरिक बनावट में बदलाव होने की वजह
एक महिला शादी के बाद अपना लाइफस्टाइल बदल देती है जिसमें वो अपनी मर्जी की डाइट के हिसाब से कम चल पाती है, जिसका परिणाम वजन में बेलेंस बिगड़ना सामने आता है। वहीं सेन फ्रांसिस्को में हुई एक रिसर्च बताती है कि संबंध बनाने से भी आपकी मांसपेशियां काफी सक्रीय होती है जिससे आपके शरीर के निचले हिस्से में फैलाव आता है, इस कारण से भी ऐसा होता है।
एक कारण हार्मोनल बदलाव भी है। शादी के बाद कई महिलाओ के होरमोंस में बदलाव आते है, वो फेरोमोंस को भी जीवन में लेती है जिससे शारीरिक बदलाव होने स्वाभाविक है। वहीं बच्चे को जन्म देना भी है। आम तौर पर बच्चे को जन्म देने से ठीक पहले या फिर उसके बाद भी शरीर प्राकृतिक रूप से आपको फैलाता है और खास तौर पर इससे कमर और इससे थोड़ा नीचे वाला हिस्सा प्रभावित होता है।