राजधानी कि ट्राफिक जाम में फंसी एंबुलेंस, वाहन चालकों ने नहीं दिया साइड
मामला फाफाडीह चौक का
रायपुर। मरीजों की जीवन रक्षा के लिए तत्काल सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग द्वारा संजीवनी एंबुलेंस 108 एवं महतारी एक्सप्रेस 102 की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। राजधानी के चौक चौराहों पर लगने वाले यातायात जाम में वाहन चालकों द्वारा समय पर एंबुलेंस को साइड नहीं दिया जाता जिसके चलते आए दिन मरीजों की जान खतरे में रहती है। ऐसा ही एक वाक्या आज फाफाडीह चौक में देखने को मिला जब सुबह 11 बजे एंबुलेंस सिग्रल में यातायात जाम के बीच फंस गई। बारबार वाहन चालक द्वारा सायरन बजाए जाने के बावजूद भी दोपहिया एवं चारपहिया वाहन चालकों द्वारा एंबुलेंस को साइड नहीं दिया गया जबकि प्रोटोकाल में भी मेडिकल सुविधा के तहत संपूर्ण देश में कहीं पर भी एंबुलेंस को प्रथम प्राथमिकता देते हुए यातायात पुलिस के अमले द्वारा पहले रवाना किया जाता है जबकि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ऐसा कम देखने को मिलता है जब ड्यूटी पर तैनात जवान संपूर्ण यातायात रोककर एंबुलेंस को रवाना करते हों। ज्ञातव्य है कि मरीज की हालत अत्यंत नाजुक होने पर ग्रीन कारीडोर बनाकर एंबुलेंस को रवाना करने का नियम हैं किंतु यह सुविधा केवल व्हीआईपी मरीजों को ही सुलभ है। कभी कभी पुलिस के जवानों एवं सेना के जवानों के लिए भी ग्रीन कारीडोर बनाया जाता है जबकि सामान्य मरीजों के लिए एंबुलेंस क्लीयररेंस के लिए कम ही देखने में आता है जब मरीज को प्राथमिकता दी गई हो। उक्त मामले में कोटा निवासी डॉ. चंद्रमणी तिवारी ने शहर के लोगों से आग्रह किया है कि साइड का रास्ता चौक चौराहों पर एंबुलेंस के लिए छोड़ दिया करे ताकि समय पर मरीज अस्पताल पहुंच सके। यातायात पुलिस के अमले से एवं पुलिस अधीक्षक रायपुर से भी ऐसी ही अपील डॉ. संगीता तिवारी ने की है।