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कोरोना वायरस से डरे नहीं लडऩे के लिये रहें तैयार, जानिए कोरोना वायरस से लड़ने के उपाय

कोरोना वायरस से डरे नहीं लडऩे के लिये रहें तैयार, जानिए कोरोना वायरस से लड़ने के उपाय
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रायपुर । कोरोना वायरसों से होने वाला फ्लू कोई नयी बीमारी नहीं है। यह एक सामान्य प्रकार के फ्लू के लक्षणों के समान लक्षण वाला फ्लू है आयुर्वेद में इसे प्रतिष्याय कहते हैं। कोरोना वायरस कई वायरस प्रकारों का समूह है, इनमें से अधिकांष वायरस घातक नहीं होते यह स्तनधारियों और पक्षियों में भी रोग के कारक होते हैं। मनुश्य में यह श्वसन तंत्र में संक्रमण करता है, यह वायरस चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ है। ऐसे असंख्य वायरस वातावरण में मौजूद है, जिनके बारे में वैज्ञानिकों को कुछ भी मालूम नहीं है। फलस्वरूप ऐसे विशाणुओं एवं जीवाणुओं के संक्रमण से बचाव तथा इनसे ग्रसित रोगियों की चिकित्सा के लिये नये-नये वैक्सीन एवं औशधियों का ईजाद करना लगभग असंभव ही है। प्रकृति में असंख्य वायरस एवं बैक्टीरिया मानव उत्पत्ति के पूर्व से ही विद्यमान है, तथा इन्हें कभी नश्ट किया ही नहीं जा सकता। प्रकृति ने इन वायरस के बीच ही मनुश्यों को स्वस्थ बने रहने के लिये उच्च रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान किया है, जिसे स्वयं मनुश्य ने ही अपनी दूशित आहार विधि तथा अनियमित जीवन षैली से षनै: षनै: कम करते आ रहे है।

आयुर्वेद चिकित्सा विज्ञान फ्लू (प्रतिष्याय) का कारण वात एवं ष्लेश्मा (कफ) को मानता है।
लक्षण - जुकाम, बुखार, खांसी, गले में खराश, सिर में तेज दर्द, थकावट, ष्वास लेने में तकलीफ, निमोनिया, बा्रान्काईटिस आदि लक्षण लगभग सभी फ्लू (प्रतिष्याय) के रोगियों में मिलता है। कोरोना वायरस के संक्रमण मे भी यही लक्षण मिलतें है। वातावरण का तापमान कम होने पर विषाणुओं एवं जीवाणुओं की संख्या में वृद्धि होती है, अत: प्राय: तापमान कम होने वाले ऋतुओं (शीत एवं वर्षा ऋतु) में ये कम प्रतिरोधक क्षमता वाले मनुष्यों को प्रभावित करते है। कोरोना वायरस के संक्रमण से घबराएं नहीं बल्कि अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता को इससे बचाव के योग्य बनायें इसके लिये निम्न उपाय करें:-
बचाव के उपाय:-
1. उबालकर ठंडा किया हुआ पानी अधिक से अधिक पीयें।
2. खुले एवं साफ हवा में रहें।
3. पर्याप्त नींद ले।
4. शुद्ध शाकाहारी भोजन करें।
5. नियमित प्राणायाम करें।
6. सूर्य की रोशनी ले एवं घरों में भी पर्याप्त सूर्य प्रकाश आने दें।
7. फ्लू के रोगियों से दूर रहें।
8. अनजान कुत्तों, बिल्लियों से दूर रहें।
9. भीड़ से यथासंभव बचें।
10. हाथों को बारबार साबुन से धोंये तथा मुंह, नाक आदि को छूने से पहले हाथ अवश्य धोंये।
कोरोना का उपाय - हर्बल चाय
लौंग, इलायची, सोंठ, हल्दी, दालचीनी, गिलोय, तुलसी, कालीमिर्च, पिप्पली एवं पुष्करमूल को बराबर मात्रा में लेकर कूट कर चूर्ण बनालें। इस चूर्ण की 2 ग्राम की मात्रा एक कप चाय में डालकर अच्छी तरह उबालकर सुबह शाम पीयें।
रोग निवारण के लिये:-
उपरोक्त बचाव के सभी उपायों के साथ निम्न औशधियों का चिकित्सकीय सलाह से सेवन करें:-
1. चिरायता, गुडूची, अनंतमूल, सोंठ, हल्दी, कालमेघ, वासा, तुलसी का क्वाथ पीयें।
2. नीलगीरी तेल का भाप लें। अणुतैल का नस्य (सफेद चंदन, तेजपत्र, दालचीनी, मुलेठी, ईलायची, विडंग तेल, खस, षतावरी)।
3. सितोपलादि चूर्ण, त्रिकटू चूर्ण, लक्ष्मीविलास रस, रससिन्दूर, गोदन्ती, श्रृंग भस्म आदि का आवष्यकतानुसार सेवन करें।
4. भीमसेनी कर्पूर (चायनीज कैंफर) को रूमाल में लपेटकर बार-बार सूंघे।

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