छत्तीसगढ़ पर फिर पड़ा Corona का साया,एक ही दिन में इस जिले में मिले इतने कोरोना मरीज,जानिए किस जिले में कितने एक्टिव केस ?    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    छत्तीसगढ़ में आज कोरोना के 10 नए मरीज मिले, कहां कितने केस मिले, देखें सूची…    |    प्रदेश में थमी कोरोना की रफ्तार, आज इतने नए मामलों की पुष्टिं, प्रदेश में अब 91 एक्टिव केस    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    BREAKING : प्रदेश में आज 15 नए कोरोना मरीजों पुष्टि, देखें जिलेवार आकड़े    |    प्रदेश में कोरोना का कहर जारी...कल फिर मिले इतने से ज्यादा मरीज, एक्टिव मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 100 के पार    |    छत्तीसगढ़ में मिले कोरोना के 14 नए मरीज...इस जिले में सबसे ज्यादा संक्रमित,कुल 111 एक्टिव केस    |    सावधान : छत्तीसगढ़ में फिर बढ़ रहा कोरोना...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    Corona update: प्रदेश में 2 कोरोना मरीजों की मौत...इलाज के दौरान तोड़ा दम    |

शिक्षा का अधिकार भर्ती में गड़बड़ी, पैरेंट्स एसोसियेशन जायेगा हाईकोर्ट

 शिक्षा का अधिकार भर्ती में गड़बड़ी, पैरेंट्स एसोसियेशन जायेगा हाईकोर्ट
Share

राजनांदगांव। शिक्षा का अधिकार कानून की अनुच्छेद 8 (व्याख्या) (1) व (2) के अनुसार जिले में जिला शिक्षा अधिकारी नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने और अनिवार्य दाखिले, उपस्थिति और शिक्षा पूर्ण करने को सुनिश्चित करने के लिए बाध्य है। यदि प्राईवेट स्कूलों के द्वारा गरीब बच्चों को अपने स्कूल में प्रवेश देने से इंकार किया रहा है और या गलत जानकारी देकर गरीब बच्चों प्रवेश देने से इंकार किया जा रहा है और ऐसे स्कूल पर डीईओ द्वारा कार्यवाही नहीं किया जा रहा है तो जिला शिक्षा अधिकारी समग्र रूप से उत्तरदायी है। शिक्षा का अधिकार कानून और उच्चतम न्यायालय का स्पष्ट आदेश है सिर्फ घोषित अल्पसंख्यक स्कूल को छोड़ सभी प्राईवेट स्कूलों को अपने स्कूलों में 25 प्रतिशत सीट्स गरीब बच्चों के लिये आरक्षित करना अनिवार्य है।

छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिष्टोफर पॉल का कहना है कि इस मामले को लेकर जल्द हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सभी दोषियों पर जिम्मेदारी तय करने की याचना की जायेगी, क्योंकि पीडि़त पालकों के द्वारा विगत दो वर्षो से लगातार डीईओ राजनांदगांव को लिखित शिकायत किया जा रहा है कि प्राईवेट स्कूलों के द्वारा एंट्री क्लास और आरक्षित सीटों की जानकारी छिपाया जा रहा है, लेकिन अब तक किसी भी दोषियों पर कोई कार्यवाही नहीं किया गया।


Share

Leave a Reply