BIG BREAKING : सी.पी. राधाकृष्णन होंगे भारत के नए उपराष्ट्रपति    |    साय कैबिनेट की बैठक खत्म, लिए गए कई अहम निर्णय    |    CG Accident : अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराई तेज रफ्तार कार, युवक-युवती की मौके पर ही मौत, 3 की हालत गंभीर    |    Corona Update : छत्तीसगढ़ में फिर डराने लगा कोरोना, इस जिले में एक ही दिन में मिले इतने पॉजिटिव मरीज    |    प्रदेशवासियों को बड़ा झटका, बिजली दरों में हुई बढ़ोतरी, जाने प्रति युनिट कितने की लगेगी चपत    |    छत्तीसगढ़ में बढ़ा कोरोना का खतरा: 20 दिनों में 3 मौतों के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर    |    Ration Card के बदले रोजगार सहायक की Dirty Deal, बोला- ‘पहले मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाओ फिर मिलेगा राशन कार्ड    |    छत्तीसगढ़ में तेजी से पांव पसार रहा कोरोना, रायपुर में सबसे ज्यादा केस, राज्य में कुल 45 एक्टिव केस    |    Corona Update : देशभर में फिर बढ़ने लगा कोरोना का कहर, राजधानी में एक्टिव केस 700 के पार, अब तक 7 की मौत…    |    Corona Update: छत्तीसगढ़ में बढ़ी कोरोना की रफ्तार: रायपुर में 11, प्रदेश में 17 नए पॉजिटिव, एक्टिव केस 50 के पार    |

नक्सल प्रभावित परिवारों के लिए राहत की सौगात – छत्तीसगढ़ में बन रहे 15 हजार विशेष पीएम आवास

नक्सल प्रभावित परिवारों के लिए राहत की सौगात – छत्तीसगढ़ में बन रहे 15 हजार विशेष पीएम आवास
Share

 रायपुर।  छत्तीसगढ़ के सुदूर नक्सल प्रभावित इलाकों में अब उम्मीदों की नई छत बन रही है। नक्सल हिंसा से जूझे परिवारों और आत्मसमर्पित नक्सलियों के पुनर्वास के लिए राज्य सरकार ने एक बड़ी पहल करते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत विशेष परियोजना शुरू की है। इसके अंतर्गत 15 हजार आवास मंजूर किए गए हैं, जिनमें से 3 हजार आवासों का निर्माण तेज़ी से जारी है।

पूरी खबर विस्तार से:

राज्य सरकार ने केंद्र से विशेष अनुरोध कर उन परिवारों के लिए आवास की स्वीकृति ली है, जो सामान्य पीएम आवास योजना की पात्रता में नहीं आते थे। ऐसे परिवारों को अब इस विशेष योजना का लाभ दिया जा रहा है।

अब तक पात्र पाए गए 5 हजार परिवारों में से 3 हजार को आवास स्वीकृत कर दिया गया है। इनमें से 2111 परिवारों को पहली किश्त और 128 को दूसरी किश्त की राशि भी जारी कर दी गई है। यह आवास दुर्गम इलाकों में बनाए जा रहे हैं, जहां पहुंचना तक आसान नहीं होता।

तीन महीने में बनकर तैयार हो गया घर!

सुकमा की सोडी हुंगी और कांकेर की दशरी बाई जैसे प्रभावितों के लिए मात्र तीन महीनों में मकान बनकर तैयार हो गए हैं। इन आवासों का स्वीकृति मार्च में हुई और मई से निर्माण कार्य शुरू होकर जुलाई तक पूरा हो गया – जो बताता है कि सरकार इस परियोजना को लेकर कितनी गंभीर है।



Share

Leave a Reply