कोरोना की तीसरी लहर रोकने प्रशासन तैयारी में जुटा, दुकान के कर्मियों और आम नागरिकों का रैंडम कोरोना टेस्ट किया
रायपुर । कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की मार झेल रहे छत्तीसगढ़ में अब हालात सुधर रहे है। धीरे-धीरे राजधानी वासियों की दिनचर्या सामान्य हो रही है। कोरोना के घटते मामलों को देखते हुए जिला प्रशसना ने लगभग सभी व्यवसाय को छूट दे दी है। लेकिन कोरोना की तीसरी लहर न आए, इसके लिए भी प्रशासन तैयारी कर रहा है।
बाजारों के अनलॉक होते ही भीड़ उमड़ना स्वाभाविक है। ऐसे में थोड़ी सी भी लापरवाही कोरोना को खुला निमंत्रण देने के समान है। इसके चलते प्रशासन ने आज गोलबाजार व मालवीय रोड के दुकानदारों, ग्राहकों, दुकान के कर्मियों तथा आम नागरिकों का रैंडम कोरोना टेस्ट किया। इस दौरान लगभग 550 लोगों का सैंपल लिया गया। जितने भी टेस्ट किए गए, उनकी रिपोर्ट नेगटिव आई।
इस संबंध में रायपुर सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल ने बताया है कि पहले गोलबाजार और मालवीय रोड क्षेत्र से सर्वाधिक मरीज़ मिल रहे थे। इसलिए रैंडम कोरोना सैंपल लेने के लिए क्षेत्रों को चुना गया। खुशी की बात यह है कि 550 कोरोना सैंपल की जांच हो गई। इसमें एक भी लोग पॉज़िटिव नहीं मिले। सभी लोगों रिपोर्ट निगेटिव आई है।
उन्होंने आगे बताया कि रैंडम सैंपलिंग का मकसद यह है कि कोरोना संक्रमित मरीज़ों को ढूंढकर इलाज करना और संक्रमण के विस्तार को रोकना है। कोरोना सैंपल लेते समय कई विरोध के स्वर भी उठे। यह अभियान लगातार भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जारी रहेगा। कोरोना पीक के दौरान प्रति एक हजार टेस्ट में 300 से ज्यादा मरीज मिल रहे थे।