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शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर में वाणिज्य संकाय द्वारा प्रबंध विषय पर हुआ व्याख्यान

शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर में वाणिज्य संकाय द्वारा प्रबंध विषय पर हुआ व्याख्यान
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रायपुर,आज शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर की आइक्यूएसी के द्वारा साप्ताहिक व्याख्यानमाला के अंतर्गत वाणिज्य विभाग की विभागाध्यक्ष डॉक्टर माधुरी श्रीवास्तव ने प्रबंध विषय पर पर अपना व्याख्यान दिया। इस व्याख्यान में उन्होंने प्रबंध की व्यवसायिकएवं व्यवहारिक दृष्टिकोण की चर्चा की। उन्होंने बताया किसी भी उद्देश्य को  प्राप्त करने के लिए प्रबंध आवश्यक है। उन्होंने बताया कि अच्छी योजनाएं ही प्रबंध का आधार है। प्रबंध से कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं है। वेद, धर्म ,परिवार, व्यावसायिक संस्थान, शैक्षणिक संस्थान राजनीति, खेल,प्रत्येक क्षेत्र में प्रबंध पाया जाता है। प्रबंध के जनक टेलर तथा हेनरी फयोल की भी चर्चा की और बताया कि प्रबंध का वैज्ञानिक आधार है बिना वैज्ञानिक विश्लेषण तथा उचित प्रयोग के प्रबंध संभव नहीं है प्रबंध में अर्थव्यवस्था कार्य क्षमता सहयोग प्रशिक्षण अनुभव सभी आवश्यक है।

 

प्रबंध में मुख्य तौर पर कर्तव्य ,अधिकार तथा दायित्व की चर्चा की। भारतीय इतिहास में प्रबंध के महत्वपूर्ण आधार स्तंभ चाणक्य का भी उदाहरण दिया। प्रबंध के व्यावहारिक पक्ष की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि आहार विचार तथा व्यवहार तीनों अच्छा रखना आवश्यक है। अच्छे व्यवहार के लिए विचार पूर्वक बोले कम बोलें सुनने की आदत डालें क्षमा करना सीखें। संतुलित आहार लें जिससे आपकी शारीरिकक्षमता की वृद्धि होगी तथा कार्य क्षमता भी बढ़ेगी। इसी प्रकार अच्छे प्रबंध के लिए अच्छा मन भी आवश्यक है अच्छी व  धनात्मक विचारधारा भी प्रबंध क्षमता को बढ़ाती है, हमेशा अपने लिए अच्छा सोचें ,दूसरा हार जाए यह न सोचें कुछ ऐसा करें कि दूसरों की मुस्कुराने की वजह बने। सोच समझकर काम करें काम को टाले नहीं ,आलस न करें। इससे भी आपकी प्रबंधक क्षमता में वृद्धि होगी। इस व्याख्यान में IQ AC प्रमुख डॉ कविता शर्मा, मनोविज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ उषा किरण अग्रवाल, डॉ संध्या वर्मा डॉ मिनी गुप्ता डॉ शीला दुबे डॉ कल्पना झा, डॉ मीना पाठक, डॉ रंजना तिवारी डॉ सुषमा तिवारी तथा अनेक वरिष्ठ प्राध्यापक एवं छात्राएं उपस्थित थी। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एके जायसवाल के निर्देशन में किया गया।


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