छत्तीसगढ़ पर फिर पड़ा Corona का साया,एक ही दिन में इस जिले में मिले इतने कोरोना मरीज,जानिए किस जिले में कितने एक्टिव केस ?    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    छत्तीसगढ़ में आज कोरोना के 10 नए मरीज मिले, कहां कितने केस मिले, देखें सूची…    |    प्रदेश में थमी कोरोना की रफ्तार, आज इतने नए मामलों की पुष्टिं, प्रदेश में अब 91 एक्टिव केस    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    BREAKING : प्रदेश में आज 15 नए कोरोना मरीजों पुष्टि, देखें जिलेवार आकड़े    |    प्रदेश में कोरोना का कहर जारी...कल फिर मिले इतने से ज्यादा मरीज, एक्टिव मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 100 के पार    |    छत्तीसगढ़ में मिले कोरोना के 14 नए मरीज...इस जिले में सबसे ज्यादा संक्रमित,कुल 111 एक्टिव केस    |    सावधान : छत्तीसगढ़ में फिर बढ़ रहा कोरोना...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    Corona update: प्रदेश में 2 कोरोना मरीजों की मौत...इलाज के दौरान तोड़ा दम    |

राजधानी में तेजी से बढ़ रहे है धोखाधड़ी के मामले, 24 घंटे में धोखाधड़ी के पांच केस दर्ज

राजधानी में तेजी से बढ़ रहे है धोखाधड़ी के मामले, 24 घंटे में धोखाधड़ी के पांच केस दर्ज
Share

राजधानी में धोखाधड़ी के लगातार मामले बढ़ रहे हैं। एक महीने के भीतर शातिर ठगों ने 15 से अधिक लोगों के साथ ठगी की है। इनमें से ज्यादातर मामले ऑनलाइन साइबर ठगी के हैं। पिछले 24 घंटे के भीतर अलग-अलग थाना क्षेत्र में ठगी के चार और अमानत में ख्यानत का एक केस दर्ज हुआ है। उधार में आयरन ओर लेकर राजधानी के कारोबारी से जहां 14.44 लाख की ठगी की गई, वहीं मोबाइल दुकानदार को एमेजॉन से मोबाइल मंगवाना भारी पड़ गया। पार्सल खोलने पर मोबाइल के स्थान पर पांच-पांच रुपये के दो साबुन निकले।


ठगी की तीसरी घटना में बंद पॉलिसी को चालू करने का झांसा देकर ठग ने 2.70 लाख रुपये खाते से उड़ा लिए जबकि गुड़गांव की खाद्य उद्योग कंपनी के लेखापाल ने 76.48 लाख रुपये हजम कर लिए। निरस्त मुख्तारनामा से जमीन बेचने वाले छह लोगों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। फिलहाल धोखाधड़ी के इन पांचों केस में एक भी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं की गई है।

आयरन ओर सप्लाई करने एडवांस में रकम लेकर थमाया चेक बाउंस, तीन के खिलाफ केस
28 नार्थ एवेन्यू चौबे कालोनी निवासी राहुल अग्रवाल(42) आयरन ओर का कारोबार सिंघल बिजनेस प्रालि के नाम से बढ़ईपारा करते है। दिल्ली की एक्शन इस्पात एंड पावर प्रालि के संचालक नरेश कुमार अग्रवाल, प्रदीप शंकर माथुर और रमेश कुमार शर्मा ने 2013-2014 में राहुल से व्यापार करने आयरन ओर भेजकर विश्वास हासिल किया। इस दौरान 17 अक्टूबर 2013 को चेक से 49 लाख 50 हजार रुपये एवं 26 फरवरी 2014 को 12 लाख रुपये कंपनी के बैंक खाते में एडवांस जमा करवा लिया। आरोपित कारोबारियों ने कुछ आयरन ओर की सप्लाई और रकम दी शेष रकम 14 लाख 44 हजार 481 रुपये वापस करने के एवज में चेक थमा दिया। जब राहुल ने चेक को भुनाने बैंक में जमा किया तो अपर्याप्त पैसा नहीं होने के कारण चेक बाउंस हो गया। बाद में आरोपितों ने रकम लौटाने का झांसा देकर बाउंस चेक को वापस ले लिया। फिर पैसा लौटाने में आनाकानी करने लगे। राहुल अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि कंपनी का प्रतिनिधि कई बार बकाया रकम लेने दिल्ली स्थित कार्यालय जा चुका है। पैसा मांगने पर डरा धमका कर उसे वापस भेज दिया गया। शिकायत पर आजादचौक पुलिस ने ईस्ट पंजाबी बाग, नई दिल्ली निवासी कंपनी के प्रबंध संचालक नरेश कुमार अग्रवाल, गुरूग्राम हरियाणा के प्रदीप शंकर माथुर और अतिरिक्त संचालक रमेश कुमार शर्मा के खिलाफ चार सौ बीसी का केस दर्ज कर लिया।

अमेजन से मंगाया 40 हजार का मोबाइल, डिब्बे में निकला पांच रुपये का दो साबुन
पंडरी बस स्टैंड स्थित जय मां मोबाइल दुकान के संचालक विजय महाजन(25) ने 17 अक्टूबर को ऑनलाइन ई कामर्स कंपनी एमेजॉन सेलर्स सर्विस नई दिल्ली के रजिस्टर्ड मोबाइल एप्लीकेशन से 39 हजार 999 रुपये कीमत का एक मोबाइल का आर्डर कर ऑनलाइन पैसे का भुगतान कर दिया। 20 अक्टूबर को कंपनी का डिलेवरी ब्वाय सोहन साहू पार्सल लेकर विजय के दुकान पर पहुंचा। विजय ने उसके सामने पार्सल खोला तो मोबाइल के स्थान पर पांच-पांच रुपये का कपड़ा और बर्तन धोना का दो साबुन निकला। विजय ने तत्काल बतौर सुबूत इसका वीडियो बनाकर रख लिया। कंपनी को इसकी शिकायत की तो उनके द्वारा 26 अक्टूबर तक का समय मांगा गया लेकिन बाद में पैसा वापस लौटाना या दोबारा मोबाइल भेजने से साफ मना कर दिया। डिलेवरी ब्वॉय ने पुलिस को दिए गए बयान में स्वीकार किया कि पार्सल में मोबाइल के स्थान पर दो साबुन निकला था। दुकानदार की शिकायत पर देवेंद्रनगर पुलिस ने एमेजान सेलर सर्विस नई दिल्ली के संचालक के खिलाफ ठगी का केस दर्ज कर लिया है।

गुड़गांव की कंपनी के लेखापाल ने 76 लाख किए हजम
गुड़गांव की देवयानी खाद्य उद्योग कंपनी की रायपुर स्थित ब्रांच दफ्तर में कार्यरत लेखापाल मनोज राठौर द्वारा 76 लाख 48 हजार 348 रुपये हजम करने का मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक कंपनी के जोनल सेल्स मैनेजर अमित शर्मा(40) ने शिकायत दर्ज कराया कि कंपनी की सड्डू स्थित ब्रांच कार्यालय ट्रेडिंग कम्पाउंड में लेखापाल मनोज राठौर को 17 नवम्बर 2014 से पदस्थ किया गया था। यह कंपनी आइसक्रीम (क्रीमबेल ब्रांड) बनाकर पूरे देश में स्थायी डिस्ट्रीब्यूटरों को आइसक्रीम उपलब्ध कराती है। बिक्री रकम को लेखापाल कंपनी के बैंक खाते में जमा करवाने का काम करता था, लेकिन लेखापाल ने एक्सल इंटर प्राइजेस रायपुर से पांच लाख 67 हजार 673 रुपये, महासमुंद स्थित अमृत एंड कंपनी से 39 हजार 160 रुपये, जैन इंटर प्राइजेस रायपुर से 2 लाख 53 हजार 360 रुपये, सत्यम इंटर प्राइजेस कोरबा से 45 हजार 650 रुपये, दन्तेश्वरी मार्केटिंग जगदलपुर से 4 लाख 94 हजार 411 रुपये, ऋषभ इंटर प्राइजेस भिलाई से 1लाख 56 हजार 607 रुपये, श्री सांई बाबा इंटर प्राइजेस बिलासपुर से 45 हजार 480 रुपये, कंचन जूस एंड आइसक्रीम कार्नर चांपा से 55 हजार रुपये, बीकानेर भुजिया उघोग अंबिबकापुर से 20 हजार, विनोद इंटर प्राइजेस से 2 लाख 93 हजार 194 रुपये, लीलू एजेंसी थान खम्हरिया से 66 हजार 10 रुपये, शुद्घम इंटर प्राइजेस से 1 लाख 90 हजार रुपये,गिल आईसक्रीम पार्लर राजिम, दंन्तेश्री मार्केटिंग जगदलपुर, मुकुत मेडीकोज रायगढ़, ऋषम इंटर समेत अन्य दुकानदारों से कुल 76 लाख 48 हजार 348 रुपये लेकर कंपनी के खाते में जमा न कर हजम कर लिया गया। शिकायत पर पुलिस ने बामनपल्ली, खरसिया(रायगढ़) निवासी मनोज राठौर के खिलाफ अमानत में ख्यानत का केस दर्ज कर लिया।

निरस्त मुख्तारनामा से बेची जमीन, चार के खिलाफ धोखाधड़ी कायम
टिकरापारा पुलिस ने निरस्त मुख्तारनामा से फर्जी तरीके से कांदूल रोड बोरिया खूर्द स्थित गोवर्धन धनगर(55) की एक करोड़ से अधिक कीमत की 0.749 हेक्टेयर जमीन बेचने के मामले में मुकावन दास कश्यप औप गिरजा शंकर सपहा, लक्ष्‌मीनारायण सिंह और मो.इमामुद्दीन खान के खिलाफ धारा 420, 409, 120 बी, 34 के तहत अपराध कायम किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपितों ने 15 जून 2019 को निरस्त मुख्तारनामा का इस्तेमाल कर जमीन को बेच दिया और पीड़ित किसान को चेक थमा दिया। बैंक में चेक जमा करने पर वह बाउंस हो गया। 

एएसपी सिटी,प्रफुल्ल ठाकुर का कहना है-

ठगी के शिकार पीड़ितों को राहत दिलाने लगातार ठगी के केस दर्ज कर जांच की जा रही है। आरोपित भी पकड़े जा रहे हैं। साइबर ठगी के मामलों के आरोपितों को पकड़ने में जरूर विलंब होता है, क्योंकि उन्हें तलाशने में वक्त लगता है।
 

Share

Leave a Reply