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शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर में अंतर पीढ़ी संघर्ष पर व्याख्यान

शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर में अंतर पीढ़ी संघर्ष पर व्याख्यान
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शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर में आइक्यूएसी के द्वारा आयोजित संगोष्ठी की श्रृंखला में समाजशास्त्र विभाग से डॉचंद्रकांता पांडे द्वारा अंतर पीढ़ी संघर्ष पर व्याख्यान दिया गया। पुरानी एवं नवीन पीढ़ी में काफी अंतर है नवीन एवं पुरानी पीढ़ी में सामाजिक मूल्यों विश्वास व्यवहार प्रतिमान में काफी अंतर पाया जाता है वर्तमान समय की सामाजिक संरचना , संचार माध्यम, नवीन सभ्यता, व्यवसाय की स्थिति , घर से बाहर रहने के कारण पारिवारिक नियंत्रण की कमी, व्यक्तिगत स्वतंत्रता, प्रतिस्पर्धा, नैतिकता की कमी, नशीले पदार्थ का सेवन, आधुनिक भौतिक सुख सुविधाएं औद्योगिकरण ,नगरीकरण, आदि से अंतर पीढ़ी संघर्ष को प्रोत्साहन मिलता है।

इन सब के फल स्वरूप एकल पारिवारिक संरचना में बुजुर्ग सदस्यों का अभाव रहता है , नई पीढ़ी में व्यवहारों का नियंत्रण नहीं हो पाता,। अंतर जाति विवाह भी इसका परिणाम है। इन सबके कारण दोनों पीढ़ी में टकराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। एक ही परिवार में माता पुत्री पिता पुत्र की सोच, जीवन शैली ,में अंतर भी अंतर पीढ़ी संघर्ष का एक उदाहरण है, पुरानी पीढ़ी थोड़ी परंपरागत है जबकि वर्तमान पीढ़ी शिक्षित होने के बाद आधुनिक रहन-सहन व्यवहार तथा स्वतंत्रता की अभ्यस्त हो गई है जिसमें देर रात तक जागना मोबाइल इंटरनेट चलाना फास्ट फूड खाना या उनकी जीवन शैली है। इसका समाधान यह है कि दोनों पक्षों को विवेक युक्त कदम उठाना चाहिए बुजुर्गों को सम्मान देना ,संतोष रखना नई पीढ़ी का कर्तव्य है।, अपनी अनुभव एवं योग्यता के आधार पर पुरानी पीढ़ी ,नई पीढ़ी को जीवन यात्रा का सही मार्ग दिखाएं, मातृ देवो भव , पितृ देवो भव, आचार्य देवो भव  का संदेश इसी अर्थ में दिया जाए नई पीढ़ी का सामाजिकरण इस प्रकार किया जाए की सामाजिक मूल्यों के प्रति आस्था दोनों पीढ़ी में संघर्ष के स्थान पर सहयोग आए ।पुरानी पीढ़ी भी नई पीढ़ी के साथ उनके सही व वैज्ञानिक सोच को सम्मान दे जिससे अंतर पीढ़ी संघर्ष कम होगा। इस कार्यक्रम में आइक्यूएसी प्रमुख डॉ कविता शर्मा मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ उषा किरण अग्रवाल ,डॉसंध्या वर्मा डॉ मीना पाठक , डॉ आशा दुबे,डॉ सुषमा तिवारी, डॉ शीला दुबे, डॉ माधुरी श्रीवास्तव सहित अनेक प्राध्यापक छात्राएं उपस्थित थी। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एके जायसवाल के निर्देशन में किया गया।


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