100 रुपए किलो बिक रहा इन जिलों में प्याज, अभी और रुलाएगा प्याज....
ग्वालियर। प्रदेश के शिवपुरी शहर में 100 रुपए किलो प्याज बिक रही है। यह हालात तब हैं,जबकि जिले में 7 लाख क्विंटल प्याज का उत्पादन हुआ है। प्याज की बंपर पैदावार करने वाले किसान के हाथ खाली हैं,जबकि बिचौलियों की जेबें भरी हुई हैं। पूर्व में जब प्रशासन ने जमाखोरों के लिए लिमिट तय की थी,तब एक बार प्रशासन ने गोदामों की जांच की औपचारिकता निभाई,लेकिन अभी हाल ही में जब प्रशासन ने दूसरी बार लिमिट तय की तो उसकी जानकारी जिम्मेदार अधिकारियों को ही नहीं है। गौरतलब है कि शिवपुरी में प्याज की रिकार्ड पैदावार होती है और पिछले सीजन में शिवपुरी में लाख क्विंटल प्याज का उत्पादन किया गया है। सीजन में किसान से 5 से 7 रुपए किलो में थोक व्यापारियों ने प्याज खरीद कर अपने गोदामों में भर ली। यही वजह रही कि प्याज के सीजन में भी शहरवासियों को 15 से 20 रुपए किलो में प्याज खरीदनी पड़ी थी। प्याज का गोदामीकरण करने से मार्केट में प्याज की कमी आते ही उसके रेट 100 रुपए किलो तक पहुंच गए। बाजार में प्याज के दाम बढ़ते ही थोक कारोबारियों का माल एकाएक 90 गुना अधिक महंगा हो गया।
एक तरफ जहां प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं, वहीं शिवपुरी मेंं बड़ौदी, स्टेडियम के पास, एलएंडटी गोदाम, कमलेश्वर स्टोन के पास झांसी रोड स्थित गोदामों में हजारों क्विंटल प्याज भरी पड़ी है। प्याज के दाम बढऩे पर बीते अक्टूबर में कलेक्टर अनुग्रहा पी ने आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत राज्य शासन द्वारा जारी आदेश का पालन कराए जाने के लिए स्टॉक सीमित के निर्देश दिए। जिसके अनुसार 30 नवंबर की अवधि तक कोई भी थोक व्यापारी 50 मैट्रिक टन (500 क्विंटल) तथा फुटकर विक्रेता 10 मैट्रिक टन (100 क्विंटल) से ज्यादा प्याज का स्टॉक नहीं रख सकेंगे।
चेक करेंगे गोदाम-
एसडीएम शिवपुरी अतेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि हमें तो पहले की लिमिट के आदेश की जानकारी थी, तो हमने उस समय गोदाम चेक किए थे। बाद में हमने जो समय सीमा दी थी, उसमें कारोबारियों ने प्याज कम कर ली होगी। दूसरी बार लिमिट तय