बदलते मौसम से वायरल फीवर का बढ़ा प्रकोप
बदलते मौसम के साथ एक बार फिर से वायरल फीवर, सर्दी-जुकाम का दौर शुरू हो गया है। शहर के शासकीय के साथ ही निजीअस्पतालों, क्लीनिकों में एक बार फिर से वायरल फीवर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
राज्य में मानसून की लगभग विदाई हो चुकी है। लौटते हुए मानसून से राज्य में एक बार फिर से मौसम का मिजाज बदल गया है। पिछले कुछ दिनों से आसमान में छाने वाले हल्के बादलों से तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव आ रहा है। इसके साथ ही हवा की दिशा में भी बदलाव शुरू हो गया है। इसी के साथ वायरल फीवर का दौर एक बार फिर से लौट आया है। मौसम में तेजी से आ रहे बदलाव के चलते राजधानी रायपुर में वायरल फीवर तेजी से फैल रहा है। इसके अलावा सर्दी-जुकाम और खांसी के साथ ही शरीर में अकडऩ की समस्या से ग्रसित मरीज भी रोजाना अस्पताल पहुंच रहे हैं। शहर के अंबेडकर अस्पताल, जिला अस्पताल के साथ ही निजी अस्पतालों और क्लीनिकों में वायरल फीवर के मरीज लगातर बढ़ते जा रहे हैं। शहर के कुछ निजी चिकित्सकों ने बताया कि वायरल फीवर इस बार ज्यादा खतरनाक साबित हो रहा है। आमतौर पर बदलते मौसम के साथ होने वाले वायरल फीवर में टे्रम्प्रेचर 100 से 102 और अधिकतम 103 डिग्री तक जाता है। लेकिन इस बार वायरल फीवर में अधिकतम टे्रम्प्रेचर 104 से भी पार होने लगा है, यह काफी खतरनाक है। बच्चों के साथ ही बड़ों में भी यह लक्षण काफी खतरनाक है। वायरल फीवर के साथ ही सर्दी-जुकाम और पूरे शरीर में अकडऩ-दर्द की शिकायत लेकर पहुंचने वाले मरीज भी लगातार बढ़ते जा रहा हैं। चिकित्सकों ने सलाह दिया है कि बदलते मौसम में खान-पान में विशेष सावधानी बरत कर वायरल फीवर से बचा जा सकता है। घर में बने भोजन और खाद्य पदार्थ का सेवन तथा बाहर के खाद्य पदार्थ से परहेज रखकर तथा साफ उबला पानी पीकर इस बीमारी से काफी हद तक बचा जा सकता है।