स्कूल खोलने की कलेक्टर से भी मिल गई अनुमति, गाइडलाइन का पालन करना होगा
भोपाल। जिले में सोमवार से स्कूल खोलने के लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं वहीं रविवार को गाइडलाइन के पालन के साथ स्कूल खोलने के लिए कलेक्टर की ओर से भी अनुमति मिल गई। अधिकारी 100 फीसदी शिक्षकों के वैक्सीनेशन एवं सैनिटाइजेशन की तैयारियां जांच रहे हैं, वहीं निजी स्कूल संचालक मिलने वाली फीस और खर्चों का गुणा भाग लगाने में लगे हैं। वहीं निजी स्कूलों में खासतौर पर एमपी बोर्ड के छोटे स्कूलों को दो कक्षाओं के लिए स्कूल खोलना कुछ घाटे का सौदा दिख रहा है, लेकिन ऐसे अधिकांश स्कूल संचालक कक्षाएं सुचारू चलाने पर अगले कुछ दिनों में अन्य कक्षाओं को भी खोलने की अनुमति मिलने की उम्मीद में स्कूल खोलने जा रहे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश पर सोमवार से 11वीं और 12वीं की कक्षाएं एक-एक दिन 50 फीसदी विद्यार्थियों के साथ शुरू होने जा रही हैं। इससे पहले स्कूल परिसर और कक्षाओं को सैनिटाइज कराने का क्रम जारी रहा। बड़े स्कूलों में तीन से चार जगह विद्यार्थियों के हाथ धोने की व्यवस्था भी है। विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि विद्यार्थियों को सहमति पत्र लाना होगा वहीं वैक्सीन के दोनों डोज लगवा चुके शिक्षक ही ऑफलाइन कक्षाएं लग सकेंगे। संक्रमण के बीच बड़ी कक्षाओं का संचालन शुरू होने के बीच निजी स्कूलों में सैनिटाइजेशन और शिक्षकों के वैक्सीन सहित अन्य व्यवस्थाओं की जांच की व्यवस्था नहीं होने पर सवाल उठने लगे हैं। पालक महासंघ के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकारी स्कूलों की जांच अधिकारी कर रहे हैं वहीं निजी स्कूलों में भी कमेटी भेजकर व्यवस्थाओं की जांच कराई जानी चाहिए। इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना का कहना है कि जिले में स्कूलों के खुलने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सैनिटाइजेशन हो चुका है, वहीं स्वच्छता के साथ तैयारी पूरी है। अधिकांश शिक्षकों को वैक्सीन लग चुकी है।