भारत में वैध और अवैध रूप से बड़ी संख्या में है विदेशी नागरिक, हजारों का लगाया जा चूका है पता...
भारत में इस वक्त बड़ी संख्या में अवैध विदेशी नागरिक घुसे हुए हैं. ये वैध और अवैध दोनों तरीके से देश में घुसे हैं. गृह मंत्रालय से मिले एक जवाब के मुताबिक इनमें से हजारों का पता लगाया जा चुका है|
सरकार उठाएगी कदम-
21 मार्च 2018 केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में बताया था कि भारत में अवैध रूप से अप्रवासी रह रहे हैं. ये अवैध अप्रवासी दो श्रेणियों में आते हैं| पहले वो विदेशी नागरिक जो वैध यात्रा दस्तावेजों के साथ भारत में प्रवेश कर चुके हैं और वे ओवरस्टेयिंग करते पाए गए. वहीं दूसरे वो विदेशी नागरिक जो वैध यात्रा दस्तावेजों के बिना देश में प्रवेश कर चुके हैं|
3 साल पहले अवैध रूप से विदेशी मिले-
31.6.2016 को आई रिपोर्ट में देश में 7,685 विदेशी ऐसे मिले जो आए तो वैध तरीके से थे लेकिन उनके वैध दस्तावेज की तिथि खत्म होने के बावजूद वो यहां ठहरे हुए हैं. सरकार की भाषा में ऐसे लोगों को ओवर स्टे नागरिक में रखा जाता है. वहीं सरकार के पास ऐसे लोगों का कोई डेटा नहीं है जो देश में बिना किसी मान्य यात्रा दस्तावेज के अलग अलग तरीकों से घुस आए हैं. देश में ऐसे अवैध प्रवासियों की कुल संख्या का कोई सही अनुमान नहीं है. चूंकि अवैध अप्रवासी बिना वैध यात्रा दस्तावेजों के देश में प्रवेश करते हैं, इसलिए देश में रहने वाले ऐसे प्रवासियों की संख्या के बारे में कोई सटीक डेटा मौजूद नहीं है|
संसद में दिए गए थे ये आंकड़े
-मई 6, 1997: तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री इंद्रजीत गुप्ता ने इनकी संख्या कुल 10 मिलियन ( इनमें पश्चिम बंगाल में 5.4 मिलियन, असम में 4 मिलियन) बताई|
-जुलाई 14, 2004: तत्कालीन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल के मुताबिक ये संख्या 12 मिलियन (पश्चिम बंगाल में 5.7 मिलियन, असम में 5 मिलियन) है|
-नवंबर 16, 2017: तत्कालीन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू ने कुल अप्रवासियों की संख्या 20 मिलियन बताई|