नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी पर प्रशिक्षण सह कार्यशाला
महासमुंद। सुराजी गांव योजना 'नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी कार्यक्रम के तहत जिला एवं विकासखंड स्तर के अमलों की बेहतर समझ एवं जानकारी हेतु जिला स्तर पर एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला 14 अक्टूबर को जिला के सभाकक्ष में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण सह कार्यशाला में कलेक्टर सुनील जैन, राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर मंजीत कौर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल विशेष रूप से उपस्थित थे।
कार्यशाला में मास्ट्रर ट्रेनर द्वारा राज्य शासन से जारी गौठान संचालन, प्रबंधन एवं प्रशिक्षण नियमावली के संबंध में विस्तार से बताया गया। प्रशिक्षण में ग्राम गौठान समिति के गठन एवं प्रबंधन, समिति के कार्य, समिति की बैठक, चरवाहा एवं चरवाही, चारागाह, सूखे चारे की व्यवस्था, पशु स्वास्थ्य, लावारिस पशुओं के लिए व्यवस्था, आय के स्त्रोत तैयार करना, गौठान में संधारित की जाने वाली प्रमुख पंजियां, ग्राम गौठान समिति का लेखा प्रबंधन, ग्राम सभा की भूमिका, ग्राम पंचायत की भूमिका, शासकीय विभागों की भूमिका आदि के संबंध विस्तार से जानकारी दी गई। जिला पंचायत में आयोजित इस कार्यशाला में ग्राम गौठान समिति के गठन एवं प्रबंधन के बारे में बताया गया कि समिति का अध्यक्ष उसी ग्राम का नागरिक होगा। जिसका चयन, ग्राम सभा के द्वारा प्रस्तावित एवं प्रभारी मंत्री के द्वारा अनुमोदित होगा। समिति की बैठक माह में दो बार होना अनिवार्य है। समिति द्वारा गौठान की वार्षिक कार्ययोजना तैयार की जाएगी। समिति का कार्यकाल एक वर्ष का होगा। अध्यक्ष का चुनाव एक वर्ष के लिए होगा। गौठान में चारे पानी एवं लावारिस पशुओं के लिए व्यवस्था होगी। गौठान में पंजी संधारित की जाएगी तथा गौठान समिति में शासकीय विभागों की क्या भूमिका होगी इसके बारे में बताया गया।