हवाई सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक बड़ी खबर, अब मिलेगी नई सेवा, पढ़े पूरी खबर...
नईदिल्ली। हवाई सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। केंद्र सरकार ने भारत में संचालित उड़ान सेवाओं को उड़ानों के दौरान यात्रियों को वाई-फाई उपलब्ध कराने की सोमवार को मंजूरी दे दी है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इसके लिए एक अधिसूचना जारी कर विमान अधिनियम, 1937 में बदलाव किया है। इसके अनुसार पायलट इन कमांड उड़ान के दौरान वाई-फाई के माध्यम से यात्रियों को इंटरनेट के इस्तेमाल की अनुमति दे सकता है। यह भी शर्त रखी गयी है कि वाई-फाई का इस्तेमाल करने के दौरान भी यात्री अपने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, जैसे लैपटॉप, टैबलेट, स्मार्टफोन, स्मार्टवाच, ई-रीडर आदि को फ्लाइट या एरोप्लेन मोड में ही रखेंगे।
अधिसूचना में कहा गया है कि उड़ान के दौरान वाई-फाई का इस्तेमाल तभी हो सकेगा जब नागर विमानन महानिदेशालय इसके लिए विमान को सत्यापित करता है।
इससे पहले पिछले शुक्रवार को विस्तारा के सीईओ लेस्ली थंग ने एवरेट में पहले बोइंग 787-9 विमान की डिलीवरी के मौके पर पत्रकारों से कहा था कि यह भारत में उड़ान के दौरान वाई-फाई उपलब्ध कराने वाला पहला विमान होगा। वहीं पिछले माह टाटा समूह की कंपनी नेल्को और पैनासॉनिक एवियॉनिक्स कॉरपोरेशन ने भारतीय विमानन क्षेत्र में उड़ान के दौरान ब्रॉडबैंड सेवाएं मुहैया कराने के लिए साझेदारी की घोषणा की थी। तब बताया गया था कि विस्तारा एयरलाइंस के साथ इस सेवा की शुरुआत की जाएगी। बता दें कि विस्तारा टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस की संयुक्त कंपनी है।
इस संदर्भ में नेल्को के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी ( सीईओ ) पीजे नाथ ने कहा है कि, च्हम यह बताकर उत्साहित हैं कि नेल्को देश में लंबे समय से प्रतीक्षित उड़ान ब्रॉडबैंड सेवाओं की शुरुआत कर रही है। विस्तारा इस सेवा से जुडऩे वाली पहली विमानन कंपनी है।ज् इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नेल्को ने इस बाबत पैनासॉनिक एवियॉनिक्स कॉरपोरेशन की एक अनुषंगी के साथ साझेदारी की है।
इससे पहले दिसंबर में खबर आई थी कि विस्तारा में जनवरी से यात्रियों को इन-फ्लाइट कनेक्टिविटी मिलने लगेगी। नेल्को एक वीसैट सेवा प्रदाता कंपनी है, जिसको सरकार से वीसैट लिंक मिल गया है। केंद्र सरकार ने विस्तारा को स्पेक्ट्रम भी दे दिया है। डाटा मिलने से भी यात्री व्हाट्सएप जैसे एप का इस्तेमाल फोन कॉल करने के लिए कर सकते हैं।
मई 2018 से पहले भारतीय हवाई क्षेत्र में उडऩे वाले प्रत्येक विमान को डाटा या फोन सेवा चलाने की मंजूरी नहीं थी। यात्रा के वक्त यात्रियों को अपना मोबाइल फोन बंद करके या फिर फ्लाइट मोड पर रखना होता था। यह नियम विदेश से आने वाली उड़ानों पर भी लागू था। हालांकि अब दूरसंचार विभाग ने पहले लगाई रोक को हटा लिया है।