लॉकडाउन के चलते सीबीएसई बोर्ड का बड़ा फैसला: अब नहीं होगी 10वीं की छूटे विषयों की परीक्षा, 12वीं पर अभी सस्पेंस
नईदिल्ली। देश में कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन के बीच सीबीएसई बोर्ड ने बड़ा फैसला लिया है। सीबीएसई की दसवीं बोर्ड की बची हुईं परीक्षाएं अब नहीं होंगी। बच्चों को इंटरनल के बेस पर पास किया जाएगा। केवल दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में तनाव के चलते रद्द हुई परीक्षाओं को ही दोबारा कराया जाएगा। वहीं, 12वीं के बचे हुए 12 विषयों में केवल महत्वपूर्ण परीक्षाएं ही ली जाएंगी। बताया जा रहा है कि हालात सामान्य होते ही कॉपियों के जांचने का काम शुरू हो जाएगा। सीबीएसई के मुताबिक, कॉपियां जांचने और रिजल्ट के आने में अभी कम से कम ढाई महीने लगेंगे। सबकुछ लॉकडाउन की स्थिति पर निर्भर करेगा।
मीडिया से बात करते हुए सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि 1 अप्रैल के सर्कुलर के मुताबिक 12वीं के पेपर लॉकडाउन और आगे की स्थिति के हिसाब से प्लान होंगे। पेपर कब होंगे इसकी जानकारी 10 दिन पहले दे दी जाएगी। अनुराग त्रिपाठी ने 10 वीं बोर्ड की परीक्षा से जुड़े सवाल पर कहा, 10वीं की पूरे देश में जो परीक्षा बची हुई हैं, वे छोटे-छोटे विषय थे। उनकी अब परीक्षा नहीं हो रही। इंटरनल असेसमेंट और बाकी पैमानों के आधार पर इसका रिजल्ट बनाया जाएगा। प्रोडेटा बेसिस पर। बताया गया कि यह बात 1 अप्रैल को जारी सर्कुलर में ही बता दी गई थी। अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि जो छात्र एनईईटी, जेईई या ऐसे किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उन्हें परेशान नहीं होना चाहिए। क्योंकि ये सभी एग्जाम भी कैंसल हैं। 12वीं की परीक्षा और नतीजों से पहले इनके होने के भी चांस नहीं हैं।
वहीं बच्चों में आ रहे तनाव को लेकर सीबीएसई सचिव ने कहा कि अध्यापक और बच्चे दोनों के लिए ऑनलाइन शिक्षा नई व्यवस्था है। ऐसे तनाव तो आएगा ही। लेकिन सीबीएसई अध्यापकों को ऑनलाइन शिक्षा के दौरान रचनात्मकता को बढ़ाने की सलाह दे रहा है ताकि बच्चे तनावग्रस्त न हों। पैरेंट्स भी घर पर इसे दूर करने में मदद करें।
बता दें कि कल ही केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने छात्रों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए बोर्ड परीक्षाओं की कॉपियों को जांचने के निर्देश दिए हैं। राज्यों के शिक्षा मंत्रियों को कहा गया है कि राज्य के बोर्ड जल्द से जल्द कॉपियों का मूल्यांकन शुरू करें। साथ ही सभी राज्य सीबीएसई को भी कॉपियों के मूल्यांकन के लिए व्यवस्था मुहैया कराएं ताकि जल्द से जल्द परीक्षा के परिणाम घोषित किये जा सके।