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बड़ी खबर : शीर्ष नेतृत्व ने अब इस राज्य के मुख्यमंत्री से मांगा इस्तीफा

 बड़ी खबर : शीर्ष नेतृत्व ने अब इस राज्य के मुख्यमंत्री से मांगा इस्तीफा
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चंडीगढ़। पंजाब में चल रहे सियासी उठापटक के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि एआईसीसी कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से उनका इस्तीफा मांगा है। जानकारी के अनुसार पंजाब कांग्रेस भवन में शाम को विधायक दल की मीटिंग से पहले ही पार्टी हाईकमान ने सीएम कैप्टरन अमरिंदर सिंह से इस्तीफा मांग लिया है। एआईसीसी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का इस्तीफा मांगा है। पिछले कई दिनों से उन्हें हटाने की तैयारी चल रही थी। इसके बाद आज शाम कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नया नेता चुना जाएगा।

सूत्रों ने कहा है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को फोन करके कहा कि उन्हें इस तरह की ह्यूमिलेशन बर्दाश्त नहीं है। अगर आज यह क्लेेश खत्म नहीं हुआ तो वह इस्तीफा दे देंगे। यह भी कहा जा रहा है कि उन्होंने यह बात कांग्रेस के सीनियर नेता कमलनाथ से भी की है। हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। दूसरी ओर, यह भी चर्चा है कि कैप्टैन ने सीएम पद से हटाने पर कांग्रेस छोड़ने की भी धमकी दी है। वैसे इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

अब पंजाब में विधानसभा चुनाव को मात्र छह महीने का ही समय बचा है, ऐसे में कांग्रेस ने अपने सबसे मजबूत मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का इस्तीफा मांग लिया है। हालांकि अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन बताया जा रहा है कि पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं। कैप्टन से उन्हें इस्तीफा सौंपने को कहा गया है। नए मुख्यशमंत्री के लिए सुनील जाखड़ व पंजाब कांग्रेस अध्यंक्ष नवजोत सिंह सिद्धू सहित कुछ अन्य‍ नामाें की चर्चा है।

ज्ञातव्य है कि तीन दिन पहले करीब 40 विधायकों ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ अविश्वास जता दिया था। उन्होंने पत्र में यह भी लिखा था कि और भी कई विधायक उनके खिलाफ हैं लेकिन जब तक वह सीएम रहेंगे,कोई भी खुलकर उनके खिलाफ नहीं बोलेगा। ऐसे में विधायक दल की मीटिंग बुलानी जरूरी है जिसमें दो केंद्रीय पर्यवेक्षक भी हों। इस चिट्ठी के आधार पर हरीश रावत ने कांग्रेस की प्रधान सोनिया गांधी से मुलाकात की और शुक्रवार देर रात को उन्होंने पंजाब कांग्रेस कमेटी से आज शाम को पांच बजे विधायक दल की मीटिंग बुलाने को कहा। इसमें केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर अजय माकन और हरीश राय चौधरी को भेजा जा रहा है। सुबह से यह तय हो गया था कि कैप्टन अमरिंदर सिंह भी अपने निकटवर्ती विधायकों की बैठक सिसवां फार्म हाउस पर बुलाने जा रहे हैं । उनके बेहद करीबी माने जाने वाले विधायकों ने भी दबी जुबां से कहना शुरू कर दिया है कि अब खेल खत्म हो गया है।

बता दें कि इससे पहले कांग्रेस आलाकमान ने 40 विधायकाें की पंजाब कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाने की मांग को स्वीककार कर लिया। पंजाब कांग्रेस के अध्यंक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट का बताया है कि पंजाब कांग्रेस विधायक दल की बैठक आज शाम पांच बजे होगी। बैठक में दो पर्यवेक्षक अजय माकन और हरीश राय चौधरी भी मौजूद रहेंगे। इस बैठक को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है और कैप्ट न अमरिंदर सिंह को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। सियासी गलियारों में इसको लेकर कयासबाजी लगाई जा रही है कि कैप्ट न अमरिंदर सिंह की कुर्सी कायम रहेगी या कांग्रेस नया मुख्यलमंत्री बनाएगी।
 
उधर पंजाब कांग्रेस के महासचिव परगट सिंह ने कहा कि पार्टी में कई अंदरुनी मसले हैं। पार्टी के कुछ मुद्दों पर चर्चा के लिए विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। पंजाब कांग्रेस में कोई समस्या  नहीं है। मैं समझता हूं कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सभी विधायकों के विचार सुने जाने चाहिए। इसमें क्या  समस्याक ?
 
पंजाब कांग्रेस के अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर जानकारी दी कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के निर्देश पर आज शाम पांच बजे पंजाब के कांग्रेस विधायक दल की चंडीगढ में बैठक होगी। सिद्धू ने इस संबंध में पंजाब कांग्रेस अध्येक्ष हरीश रावत के ट्वीट को भी रिट्वीट किया है।
 
हरीश रावत ने अपने ट्वीट में कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को पंजाब के काफी संख्याश में कांग्रेस विधायकों का पत्र मिला। इसमें कांग्रेस विधायक दल की तुरंत बैठक बुलाने का अनुरोध किया गया था। इसके बाद कांग्रेस विधासक दल की 18 सितंबर को शाम पांच बजे बैहोगी हाेगी।
 
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ 40 विधायकों की ओर से पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र के बाद कांग्रेस के विधायक दल की मीटिंग शनिवार को शाम पांच बजे बुलाने के बारे में ट्वीट हरीश रावत ने देर रात करीब पौने 12 बजे किया। सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद रावत ने देर रात यह जानकारी दी। पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय माकन और हरीश राय चौधरी पर्यवेक्षक के रूप में इस बैठक में मौजूद रहेंगे।
बता दें कि कांग्रेस विधायकों की ओर से विधायक दल की मीटिंग की मांग के बाद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को राज्य के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत से मुलाकात की। इसमें शनिवार को विधायक दल की मीटिंग बुला कर कांग्रेस की खींचतान को जल्द खत्म करने को कहा है। दोनों पर्यवेक्षक सभी विधायकों से बात के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार करके सोनिया गांधी को सौंपेंगे।
 
कैप्टन अमरिंदर सिंह के विकल्प के रूप में पार्टी को कोई बड़ा चेहरा नजर नहीं आ रहा है जो सभी वर्गों को साथ लेकर चल सके। विधायक दल की बैठक बुलाने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर अविश्वास जताने वाले कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा अपने साथी तीन मंत्रियों और कुछ विधायकों को साथ लेकर बुधवार को कांग्रेस के अन्य विधायकों से सोनिया गांधी को लिखे गए पत्र पर हस्ताक्षर करवाए थे।
 
इसके बाद कांग्रेस के प्रदेश महासचिव (संगठन) परगट सिंह और उसके बाद तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा के आवास पर नेताओं में लंबी बातचीत का दौर चला। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाने को लेकर बातचीत हुई थी। बैठक में शामिल विधायकों ने मुख्यमंत्री पर अविश्वास जताया है। पिछले महीने बाजवा के घर हुई थी बैठक गौरतलब है कि 25 अगस्त को भी इसी तरह की एक बैठक तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा के आवास पर हुई थी। इसमें चार मंत्रियों सहित 20 विधायकों ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ अविश्वास जताया था।
 

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