धान खरीदी से नाराज किसान धरने पर बैठे, बड़े आंदोलन की तैयारी में, जाने कहा की है ये खबर
केशकाल के सैकड़ों किसानों ने सिंगनपुर धान खरीदी केंद्र के बाहर मोर्चा खोल दिया है। किसानों की मांग है कि सरकार प्रति एकड़ 15 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी करे। हालात को देखते हुए प्रशासन ने भारी संख्या में सिंगनपुर धान खरीदी केंद्र के पास पुलिस बल तैनात किया है। किसानों का कहना है कि टोकन दिए जाने के बाद 260 क्विंटल से लेकर 500 क्विंटल तक लिमिट का सिस्टम तैयार किया गया है। जिसके बाद कम्प्यूटर में धान खरीदी की एंट्री बंद हो जाना बताया गया है। जिससे किसान नाराज होकर धान खरीदी केंद्र के सामने ही धरने पर बैठ गये हैं।
गौरतलब है कि धान खरीदी को लेकर सरकार लगातार किसानों से इस बात को स्पष्ट कर रही है कि किसानों का धान 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से ही खरीदा जाएगा। वहीं सरकार बयानों में कहती है कि किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, 15 फरवरी के बाद भी किसानों का 15 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदा जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को किसान नेताओं के साथ हुई बैठक में इस बात का स्पष्ट उल्लेख किया था कि किसानों का धान किसी भी हालात में 2500 की दर से खरीदा जाएगा, वहीं उन्होंने यह भी कहा था कि 15 फरवरी तक धान खरीदी का कोई लिमिट नहीं है। लेकिन धान खरीदी केंद्रों में ठीक इसके विपरित 260 से 500 क्विंटल की खरीदी के बाद खरीदी केंद्र के द्वारा किसानों को टोकन दिए जाने के बावजूद धान की खरीदी बंद कर रही है। जिससे नाराज किसान धरने पर बैठ गये हैं। यहां जुटे लगभग 150 किसानों का कहना है कि यदि समस्या का समाधान नहीं किया गया तो चक्का जाम के साथ आंदोलन किया जावेगा।
विकासखंड स्तरीय धरना दे रहे किसानों में से भीमसेन नेताम, देऊराम मंडावी, रोहित ने बताया कि किसानों को टोकन दिए जाने के बावजूद किसानों का धान लेने से धान खरीदी केंद्र मना कर रहा है। उन्होंने बताया कि एक दिन में 260 से 500 क्विंटल तक धान विभिन्न खरीदी केंद्रों में खरीदने के लिए लिमिट तय कर दी गई है। इसके बाद किसानों को वापस भेज दिया जाता है। जिससे नाराज किसान धरने पर बैठ गये हैं और आंदोलन की रूपरेखा बना रहे हैं।