भारत पहुंचा पांचों राफेल लड़ाकू विमान: अंबाला एयरस्पेस में हुई लैंडिंग, देखें विडियो
नईदिल्ली। आखिरकार देशवासियों का इंतजार खत्म हुआ और बाहुबली फाइटर जेट राफेल की पहली खेप भारत पहुंच गई। फ्रांस से उड़ान भरने के बाद पांच राफेल लड़ाकू विमान भारतीय जमीन में पहुंच गए हैं। हरियाणा के अंबाला एयरबेस में बुधवार को राफेल विमान लैंड हुए, जहां उनका स्वागत वाटर सैल्यूट के साथ किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर राफेल की लैंडिंग की जानकारी दी।
इस दौरान राफेल का स्वागत करने के लिए वायुसेना चीफ आरकेएस भदौरिया भी मौजूद रहे। राफेल की लैंडिंग के मद्देनजर पुलिस ने सैन्य अड्डे के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है।लड़ाकू विमानों के इस बेड़े ने सोमवार को फ्रांसीसी बंदरगाह शहर बोरदु के मेरिग्नैक एयरबेस से उड़ान भरी। ये विमान लगभग 7,000 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद बुधवार दोपहर अंबाला पहुंचे।
#WATCH Haryana: Touchdown of Rafale fighter aircraft at Ambala airbase. Five jets have arrived from France to be inducted in Indian Air Force. (Source - Office of Defence Minister) pic.twitter.com/vq3YOBjQXu
— ANI (@ANI) July 29, 2020
इससे पहले राफेल ने करीब 11 बजे संयुक्त अरब अमीरात के अल दफरा से टेक ऑफ किया। अधिकारियों ने बताया कि इन विमानों में एक सीट वाले तीन और दो सीट वाले दो विमान होंगे। अधिकारियों ने अंबाला सैन्य अड्डे के आसपास निषेधाज्ञा जारी कर तस्वीरें लेने और वीडियो बनाने पर रोक लगा दी है। अधिकारियों ने पहले बताया था कि अंबाला जिला प्रशासन ने निषेधाज्ञा जारी कर सैन्य अड्डे के तीन किलोमीटर के दायरे में निजी ड्रोन उड़ाने पर भी रोक लगा दी है। धुलकोत, बल्देव नगर, गरनाला और पंजखोरा सहित सैन्य अड्डे से लगे गांवों में धारा 144 लागू कर चार या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगा दिया।
बता दें कि भारत ने 23 सितंबर 2016 को फ्रांसीसी एरोस्पेस कंपनी दसॉल्ट एविएशन से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था। इन विमानों को बुधवार दोपहर में भारतीय वायुसेना में स्चड्रन नम्बर 17 में शामिल किया जाएगा, जिसे च्गोल्डन एरोजज् के नाम से भी जाना जाता है।
हालांकि, इन विमानों को औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल करने के लिए मध्य अगस्त के आसपास समारोह आयोजित किया जा सकता है जिसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के शामिल होने की उम्मीद है। भारत ने जो 36 राफेल विमान खरीदे हैं उनमें से 30 विमान लड़ाकू जबकि छह प्रशिक्षक विमान हैं। अंबाला एयरबेस को भारतीय वायुसेना का महत्वपूर्ण बेस माना जाता है क्योंकि यहां से भारत-पाकिस्तान सीमा महज 220 किलोमीटर की दूरी पर है।