जियो प्लेटफॉर्म्स को मिला 12वां निवेशक, 1894 करोड़ का निवेश करेगी इंटेल कैपिटल
नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के जियो प्लेटफॉर्म्स में लगातार कंपनियों की ओर से निवेश बढ़ता ही जा रहा है। कंपनी ने आज घोषणा की है कि इंटेल कैपिटल जियो प्लेटफॉर्म्स में 1,894.50 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। इस निवेश के साथ ही जियो प्लेटफॉर्म्स में 0.39 फीसदी इच्टिी की हिस्सेदारी इंटेल कैपिटल की हो जाएगी। दुनिया भर में बेहतरीन कम्प्यूटर चिप बनाने के लिए इंटेल को जाना जाता है।
अब तक जियो प्लेटफॉर्म्स में 11 कंपनियां निवेश कर चुकी हैं और इंटेल कैपिटल जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश करने वाली 12वीं कंपनी है। इसके निवेश के साथ ही कंपनी का कुल निवेश 1,17,588.45 करोड़ रुपये हो जाएगा। जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश 22 अप्रैल को फेसबुक से शुरू हुआ था, उसके बाद सिल्वर लेक, विस्टा इच्टिी, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबाडला और सिल्वर लेक ने अतिरिक्त निवेश किया था। बाद में अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ( ्रष्ठढ्ढ्र), टीपीजी, एल कैटरटन और पीआईएफ ने भी निवेश की घोषणा की थी।
इंटेल कैपिटल इनोवेटिव कंपनियों में विश्व स्तर पर निवेश करने के साथ, क्लाउड कंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और 5 जी जैसे प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में काम करती है, जहां जियो भी कार्यरत है। इंटेल कैपिटल, इंटेल कॉर्पोरेशन की निवेश शाखा है। इंटेल दो दशकों से अधिक समय से भारत में काम कर रही है और आज बेंगलुरु और हैदराबाद में अत्याधुनिक डिजाइन सुविधाओं के साथ वहां हजारों कर्मचारियों काम कर रहे हैं।
जियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की फ़ुली ओन्ड सब्सिडियरी है। ये एक नेक्स्ट जनरेशन टेक्नॉलोजी कंपनी है जो भारत को एक डिजिटल सोसायटी बनाने के काम में मदद कर रही है। इसके लिए जियो के प्रमुख डिजिटल एप, डिजिटल ईकोसिस्टम और भारत के नंबर प्त1 हाइ-स्पीड कनेक्टिविटी प्लेटफ़ॉर्म को एक-साथ लाने का काम कर रही है। रिलायंस जियो इंफ़ोकॉम लिमिटेड, जिसके 38 करोड़ 80 लाख ग्राहक हैं, वो जियो प्लेटफ़ॉर्म्स लिमिटेड की होल्ली ओन्ड सब्सिडियरी बनी रहेगी।
जियो एक ऐसे डिजिटल भारत का निर्माण करना चाहता है जिसका फ़ायदा 130 करोड़ भारतीयों और व्यवसायों को मिले। एक ऐसा डिजिटल भारत जिससे ख़ास तौर पर देश के छोटे व्यापारियों, माइक्रो व्यवसायिओं और किसानों के हाथ मज़बूत हों। जियो ने भारत में डिजिटल क्रांति लाने और भारत को दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल ताकतों के बीच अहम स्थान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।