कई बड़े बैंकों में बदले मिनिमम बैलेंस और लेनदेन के नियम, एक अगस्त से होंगे लागू
नईदिल्ली। कई बड़े बैंकों ने अपनी नकदी संतुलन और डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ाने के लिए मिनिमम बैलेंस और लेनदेन के नियम बदल दिए हैं। अगस्त महीने की पहली तारीख से ये सभी नियम लागू हो जाएंगे। इन बैंकों में 1 अगस्त से न्यूनतम बैलेंस पर चार्ज लगाने की घोषणा भी की गई है। साथ ही इन बैंकों में तीन मुफ्त लेनदेन के बाद शुल्क भी वसूला जाएगा। बैंक ऑफ महाराष्ट्र, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और आरबीएल बैंक में यह चार्ज एक अगस्त से प्रभावी हो जाएंगे।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र में बचत खाता धारकों को मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में अपने अकाउंट में न्यूनतम राशि 2,000 रुपए रखनी होगी जो पहले 1,500 रुपए था। 2,000 रुपए से कम बैलेंस होने पर बैंक मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में 75 रुपए, अर्ध-शहरी क्षेत्र में 50 रुपये और ग्रामीण क्षेत्र में 20 रुपए प्रति माह की दर से शुल्क लेगा। बैंक ऑफ महाब के एमडी और सीईओ, एएस राजीव ने कहा कि बैंक इस समय कोरोना संक्रमण के कारण डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने और बैंक में कम से कम लोगों के आने के लिए यह सब कर रहा है। बैंक सर्विस चार्ज में भी कुछ बदलाव किए हैं। बैंक ऑफ महाराष्ट्र की सभी ब्रांच में एक महीने में तीन मुफ्त लेनदेन के बाद जमा और निकासी पर 100 रुपए तक का शुल्क लगेगा। साथ लॉकर के लिए जमा की राशि को कम कर दिया गया है लेकिन लॉकर पर पेनाल्टी को बढ़ा दिया गया है।
एक्सिस बैंक खाताधारकों को अब ईसीएस ट्रांजेक्शन पर 25 रुपए हर ट्रांजेक्शन पर देना होगा। ईसीएस ट्रांजेक्शन पर पहले कोई शुल्क नहीं लगता था। निजी बैंक ने 10 रुपए/20 रुपए और 50 रुपए के बंडल पर 100 रुपए प्रति बंडल हैंडलिंग शुल्क पेश किया है।
कोटक महिंद्रा बैंक में बचत और कॉर्पोरेट वेतन खाताधारकों को डेबिट कार्ड-एटीएम से महीने में पांच बार पैसे निकालने के बाद 20 रुपए प्रति नकद निकासी और गैर-वित्तीय लेनदेन पर 8.5 रुपए शुल्क लगेगा। यदि अकाउंट में बैलेंस कम होने पर ट्रांजेक्शन असफल होता है तो 25 रुपए का शुल्क लगाया जाएगा। कोटक महिंद्रा बैंक में खाताधारकों को खाता श्रेणी के आधार पर न्यूनतम बैलेंस नहीं रखने पर पेनाल्टी देनी होगी। इसके अलावा, हर चौथे लेनदेन के लिए प्रति लेनदेन 100 रुपए का नकद आहरण शुल्क पेश किया गया है।