छत्तीसगढ़ पर फिर पड़ा Corona का साया,एक ही दिन में इस जिले में मिले इतने कोरोना मरीज,जानिए किस जिले में कितने एक्टिव केस ?    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    छत्तीसगढ़ में आज कोरोना के 10 नए मरीज मिले, कहां कितने केस मिले, देखें सूची…    |    प्रदेश में थमी कोरोना की रफ्तार, आज इतने नए मामलों की पुष्टिं, प्रदेश में अब 91 एक्टिव केस    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    BREAKING : प्रदेश में आज 15 नए कोरोना मरीजों पुष्टि, देखें जिलेवार आकड़े    |    प्रदेश में कोरोना का कहर जारी...कल फिर मिले इतने से ज्यादा मरीज, एक्टिव मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 100 के पार    |    छत्तीसगढ़ में मिले कोरोना के 14 नए मरीज...इस जिले में सबसे ज्यादा संक्रमित,कुल 111 एक्टिव केस    |    सावधान : छत्तीसगढ़ में फिर बढ़ रहा कोरोना...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    Corona update: प्रदेश में 2 कोरोना मरीजों की मौत...इलाज के दौरान तोड़ा दम    |

11 लोगों की मौत का खुला राज: बेटी ने ही सभी को चूहे मारने की दवा का इंजेक्शन देकर उतारा मौत के घाट

 11 लोगों की मौत का खुला राज: बेटी ने ही सभी को चूहे मारने की दवा का इंजेक्शन देकर उतारा मौत के घाट
Share

जयपुर। राजस्थान के जोधपुर जिले में एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत को लेकर शुरुआती जानकारी सामने आई है जिससे लगता है कि 38 साल की लक्ष्मी ने सबको जहर का इंजेक्शन देकर मारा है। लक्ष्मी 75 वर्षीय बुधाराम की बेटी थी। ये सभी पाकिस्तान से आए हुए हिंदू शरणार्थी थे। पुलिस को शव के पास से जहर की शीशियां और इंजेक्शन मिले हैं। पुलिस ने अभी तक की जांच में पाया है कि मरने वाले सभी लोगों को चूहे मारने की दवा का इंजेक्शन दिया गया है। मौके से अल्प्राजोलम टेबलेट भी मिली थी। जो नींद की दवाई के तौर पर इस्तेमाल की जाती है।

पुलिस को शक है कि लक्ष्मी ने ही परिवार के सभी सदस्यों को इंजेक्शन दिया, क्योंकि वह इंजेक्शन देना जानती थी। उसने पाकिस्तान से नर्सिंग का कोर्स किया था। शक गहराने की एक वजह यह भी है कि मरने वाले सभी सदस्यों के हाथ में सूई दी गई है, जबकि लक्ष्मी के पैर में। इससे लगता है कि लक्ष्मी ने पहले परिवार के सदस्यों को हाथ में इंजेक्शन दिया और बाद में अपने पैर में इंजेक्शन लगा लिया। 38 साल की लक्ष्मी की शादी जोधपुर में ही हुई थी, मगर वह ससुराल नहीं जाती थी।

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि परिवार वालों के खाने में नींद की गोलियां डाली गई थीं और सभी के हाथ में जहर का इंजेक्शन। परिवार का 12वां सदस्य केवल राम इसलिए बच गया क्योंकि वह खाना खाकर नील गाय भगाते हुए खेत में ही सो गया था। सुबह जब वह घर लौटा तो सबको मृत पाया।

राम और उसके भाई रवि की शादी जोधपुर में एक ही परिवार में हुई थी। इनकी 4 बहनें थी दो पाकिस्तान से नर्सिंग का कोर्स करके आई थीं। बाकी दो का रिश्ता भी जोधपुर के उसी परिवार में हुआ था जिस परिवार में भाइयों का रिश्ता हुआ था। एक बहन पास में ही शादी करके रह रही थी। पारिवारिक क्लेश काफी दिनों से चल रहा था इसी वजह से बुधाराम को एक बेटा वापस पाकिस्तान लौट गया।

दिसंबर 2015 में दोनों ही परिवार पाकिस्तान से आए थे। मृतक परिवार भी और जोधपुर में रहने वाला परिवार भी। इन्हें भारत की नागरिकता नहीं मिली थी, हालांकि इनका आधार कार्ड बन गया था।

फिलहाल राज्य सरकार ने तय किया है कि सभी 11 लोगों की मौत का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से जोधपुर में कराया जाएगा। मौत भले ही पारिवारिक क्लेश की वजह से हुई है मगर परिवारों के बीच झगड़े की वजह गरीबी है। कुछ दिनों से दोनों परिवार जादू-टोना, टोटका और तांत्रिकों के चक्कर में भी फंसा हुआ था।

Share

Leave a Reply