मैं मंगलसूत्र तक छोड़ आई, पति संग नहीं रहना…, कथावाचक धीरेंद्र के शिष्य संग भागी यजमान की पत्नी का बयान

मध्यप्रदेश के छतरपुर में रामकथा संपन्न होने के बाद कथावाचक का शिष्य अपने यजमान की पत्नी को भगा ले गया था. अब इस मामले को लेकर महिला ने अपने पति पर ही गंभीर आरोप लगाए हैं. महिला ने कहा कि पति राहुल तिवारी अपने साथी राहुल दुबे संग मिलकर उसे जान से मारना चाहते हैं.
ससुराल छोड़कर भागने वाली महिला ने कहा, ”मैं अपनी स्वेच्छा से नरोत्तम दास के संग आई हूं. अपनी ससुराल से कुछ भी लेकर नहीं आई. मंगलसूत्र भी वहीं छोड़कर आई हूं. ससुराल में मुझे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था. इसलिए अब मैं अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती और नरोत्तमदास के साथ ही रहना चाहती हूं.”
धीरेंद्र आचार्य की सफाई
उधर, कथावाचक धीरेंद्र आचार्य ने अब यह स्पष्ट कर दिया है कि नरोत्तम दास उनका शिष्य नहीं था, बल्कि उनका कामकाज देखा करता था. आचार्य के मुताबिक, ”जिस दिन से नरोत्तम के इस कृत्य की जानकारी मुझे लगी, उसके बाद से ही मैंने उससे मतलब रखना छोड़ दिया. अब मेरा उससे कोई वास्ता नहीं और वह मेरे साथ कभी नहीं दिखाई देगा.” सुनें आचार्य धीरेंद्र ने क्या कहा:-
इस तरह की प्रतिक्रिया महिला और कथावाचक ने सोशल मीडिया के माध्यम से मीडिया तक पहुंचाई है.
नरोत्तम पर कार्रवाई और पत्नी से चाहिए तलाक
वहीं, अब इस पूरे मामले को लेकर पीड़ित यजमान राहुल तिवारी अपनी पत्नी से तलाक लेने की बात कह रहा है. साथ ही उसने पुलिस को आवेदन देते हुए अपनी पत्नी के प्रेमी नरोत्तम दास के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
2021 से शुरू हुआ था प्रेम प्रसंग
दरअसल, यह मामला साल 2021 से शुरू हुआ था. जब छतरपुर निवासी राहुल तिवारी ने गौरीशंकर मंदिर में रामकथा का आयोजन करवाया था. कथा वाचन के लिए चित्रकूट के कथावाचक धीरेंद्र आचार्य को आमंत्रित किया गया था. इस दौरान आचार्य के साथ उनका सहयोगी नरोत्तमदास दुबे भी आया था.
यजमान राहुल तिवारी का आरोप है कि कथा के दौरान ही उसकी पत्नी को नरोत्तमदास दुबे ने अपने प्रेमजाल में फंसा लिया था. फिर दोनों ने एक दूसरे का नंबर ले लिया था और लंबी बातचीत करने लगे थे. इसी बीच, बीते 5 अप्रैल को नरोत्तमदास उसकी पत्नी को भगाकर ले गया.