महापौर बनने के लिए पार्षद बनना आवश्यक
जगदलपुर। नगरपालिका निगम का यह चौथे चुनाव में महापौर की सीट महिला के लिए आरक्षित होने से भाजपा कांग्रेस में चुनाव लड़ रहे लगभग एक दर्जन महिला पार्षद प्रत्याशी महापौर के दावेदार की दौड़ में शामिल हो गये हैं। यहां यह आवश्यक है कि महापौर बनने के लिए पहले पार्षद का चुनाव जीतकर आना होगा। दोनों ही राष्ट्रीय दल के महिला दावेदार चुनाव जीतने के प्रति आश्वस्त हैं। उनकी मंशा है कि पार्टी नेतृत्व से महापौर बनने का अवसर मिल सकता है। कांग्रेस के महिला नेत्रियों में महापौर बनने की संभावना अधिक होने से महिला नेत्रियां ज्यादा उत्साहित नजर आ रही हैं। ज्ञात हो कि मतदान के बाद मिल रही जानकारी के अनुसार यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कांग्रेस 24 पार्षदों के साथ जगदलपुर नगर पालिका निगम में महापौर बना सकती है। भाजपा के महिला नेत्रियों में इसे लेकर निराशा देखी जा रही है। भाजपा 18 पार्षदों तक की सीमित रहने की संभावना व्यक्त की जा रही है। वहीं 05 निर्दलीय के जीतने की संभावन व्यक्त की जा रही है। निर्दलीयों के कम जीतकर आने की संभावना से जोड़-तोड़ की राजनीति को भी झटका लग रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस से महापौर के दावेदारों में कनिज फातिमा, कविता साहू, कमल झज्ज, सरला तिवारी, सफिरा साहू, सुषमा कश्यप शामिल है। वहीं भाजपा से दिप्ती पांडे, दयावती देवांगन, भारती श्रीवास्तव, सविता गुप्ता का नाम चर्चा में है। वैसे बड़ा प्रश्र यह है कि इन महिला नेत्रियों में से कितने पार्षद का चुनाव जीतकर पहुंच पाती है यह मतगणना के बाद ही पता चलेगा। जीत कर आई महिला नेत्रियों के नाम पर दोनों ही राष्ट्रीय दल किसी एक नाम पर विचार करेंगी। भाजपा पार्षदों की संख्या 18 तक अटकने की संभावना से भाजपा नेत्रियों के खेमे में निराशा देखी जा रही है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेत्रियों के खेमें में ज्यादा उत्साह दिख रहा है और वे अभी से जुगाड़ में लग गई हैं। जगदलपुर नगर पालिका निगम के चुनाव संपन्न होने के बाद प्राप्त सूचनाओं के अनुसार कांग्रेस मजबूत स्थिति में दिख रही है, वहीं भाजपा का ग्राफ विधानसभा, लोकसभा के बाद नगरीय निकाय चुनाव में भी गिरता हुआ दिख रहा है। राजनैतिक विशष्लेशकों की माने तो कांग्रेस को 24 सीट पर विजय मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है, वहीं भाजपा को 18 सीटों पर जीत मिल सकती है। अन्य निर्दलीय 05 सीटों पर जीत हासिल कर सकते हैं। एक सीट कांग्रेस प्रतापदेव वार्ड में भाजपा के प्रत्याशी का नामांकन रद्द होते के चलते पहले ही जीत चुकी है।