बीजेपी प्रत्याशी को जबरन नाम वापस कराने का कांग्रेस पर आरोप, धरने पर बैठे भाजपा नेता, कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन शून्य करने की मांग
अंबिकापुर। नामांकन वापसी के अंतिम दिन अंबिकापुर के कलेक्ट्रेट परिसर में भाजपा और कांग्रेस नेताओं कार्यकर्ताओं के बीच हुए विवाद को लेकर अब सियासी पारा चढ़ता नजर आ रहा है, कांग्रेस पर भाजपा प्रत्याशी का अपहरण कर उसे बलात नामांकन वापस कराने ले जाने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने जहां धरना प्रदर्शन किया, तो वहीं कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन को शून्य घोषित करने की मांग की।
इधर कांग्रेस इसे भाजपा का प्रोपेगंडा बताते हुए भाजपा पर ही अपनी इच्छा से नामांकन वापस लेने आए प्रत्याशी को जबरन अपहरण कर वापस ले जाने का आरोप लगाया है, ऐसे में कहा जा सकता है कि अंबिकापुर में सामने आया यह विवाद जल्द थमने वाला नजर नहीं आ रहा।
दरअसल 9 दिसंबर को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि थी और अंबिकापुर के कलेक्ट्रेट परिसर में 2:45 के करीब ऐसी अफरा-तफरी मची कि भाजपा और कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ कार्यकर्ताओं ने जमकर मारपीट और गाली गलौज किया, हालात यह रहे कि एडिशनल एसपी को खुद मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभालना पड़ा और पूरे इलाके को छावनी में तब्दील करना पड़ा।
गौरतलब है कि वार्ड नंबर 38 डॉ जाकिर हुसैन वार्ड से भाजपा के प्रत्याशी सतपाल सिंह अरोरा को भाजपा के द्वारा कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए जबरन नाम वापसी कराने का आरोप लगाया गया था जिसके बाद सियासी पारा गर्म हो गया भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के नेताओं ने जमकर छीना झुमटी की और भाजपा प्रत्याशी ने जहां इसकी शिकायत पुलिस और निर्वाचन आयोग की वहीं कांग्रेस ने भी भाजपा की गुंडागर्दी बताते हुए इसके खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
इस मामले में अब सियासी पारा थमते नजर नहीं आ रहा क्योंकि भाजपा ने कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन को शून्य करने के साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया तो वहीं कांग्रेस ने इसे भाजपा का उत्पात बताते हुए भाजपा पर ही लॉ एंड ऑर्डर खराब करने का आरोप लगाया है।