छत्तीसगढ़ पर फिर पड़ा Corona का साया,एक ही दिन में इस जिले में मिले इतने कोरोना मरीज,जानिए किस जिले में कितने एक्टिव केस ?    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    छत्तीसगढ़ में आज कोरोना के 10 नए मरीज मिले, कहां कितने केस मिले, देखें सूची…    |    प्रदेश में थमी कोरोना की रफ्तार, आज इतने नए मामलों की पुष्टिं, प्रदेश में अब 91 एक्टिव केस    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    BREAKING : प्रदेश में आज 15 नए कोरोना मरीजों पुष्टि, देखें जिलेवार आकड़े    |    प्रदेश में कोरोना का कहर जारी...कल फिर मिले इतने से ज्यादा मरीज, एक्टिव मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 100 के पार    |    छत्तीसगढ़ में मिले कोरोना के 14 नए मरीज...इस जिले में सबसे ज्यादा संक्रमित,कुल 111 एक्टिव केस    |    सावधान : छत्तीसगढ़ में फिर बढ़ रहा कोरोना...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    Corona update: प्रदेश में 2 कोरोना मरीजों की मौत...इलाज के दौरान तोड़ा दम    |

गरीबों का अनाज बेचकर बना करोड़पति ! सस्ते में लेकर महंगे में बेचता था आटा, अब आरोपी गिरफ्तार, जानिये पूरा मामला

गरीबों का अनाज बेचकर बना करोड़पति !  सस्ते में लेकर महंगे में बेचता था आटा, अब आरोपी गिरफ्तार, जानिये पूरा मामला
Share

  प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में मिल रहे मुफ्त सस्ते राशन पर माफियों की लगी नजर। दो साल पहले ही इंदौर में 80 लाख से ज्यादा का राशन घोटाला प्रशासन ने पकड़ा था और कुछ लोगों पर रासुका तक लगाई, मकान भी तोड़े, लेकिन इसके बाद भी माफिया में कोई खौफ नहीं आया। पुलिस ने एक और गैंग को पकड़ा है जो गरीबों से राशन सस्ते दाम में खरीदकर उसे बेच देते थे और फिर खरीदार इनका आटा बनाकर अपने ब्रांड के नाम से बाजार में महंगे दामों में बेच डालता था, इस तरह के धंधे से वह करोड़पति हो गया।

आरोपी इमरान ने लॉकडाउन में बनाई गैंग

इस कांड का मुख्य आरोपी मोहम्मद इमरान पिता बाबू खान अब पुलिस की गिरफ्त में है। संयोगितागंज टीआई तहजीब काजी ने उसे पकड़ा है, उसके पास से चावल के 27 कट्‌टे मिले हैं। आरोपी इमरान आटा चक्की चलाता है, लॉकडाउन के दौरान गरीबों ने उसे अनाज बेचा, कुछ लोग ऐसे भी थे जो इन गरीबों से अनाज खरीदकर ऑटो रिक्शा से थोक में इमरान को बेचते थे। इमरान ने पहले इन रिक्शा चालकों को कमीशन देकर माल लेना शुरू किया, फिर उसने इस दौरान एक गैंग बनाई, जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं। उसने इस राशन के परिवहन के लिए 20 ऑटो ले रखे थे, जो राशन दुकान के बाहर ही 15 से 16 रुपए में गरीबों से सीधे गेंहू, चावल व अन्य राशन खरीद लेते थे। ऑटो से इन्हें गोदाम पहुंचाया जाता था और फिर इमरान इसकी अपने नए ब्रांड के नाम से पैकिंग कर बाजार में बेच देता था, औसतन 30 रुपए प्रति किलो यह गेंहू बेचा जाता था।

पिछड़ी बस्तियों से आता था अनाज

पुलिस को पूछताछ में यह भी जानकारी लगी है कि वह ऑटो रिक्शा वालों की मदद से चंदन नगर, खजराना और आजाद नगर सहित अन्य इलाकों की दुकानों से माल की कालाबाजारी करता था।

पुलिस ने रैकी कर रिक्शा को पीछाकर पकड़ा

टीआई तहजीब काजी ने बताया कि शासन के अनाज की कालाबाजारी करने की सूचना मिली थी। दो दिन पहले आजाद नगर और संयोगिता गंज इलाके के बीच बनी शासकीय राशन दुकान पर पुलिस ने रैकी कर रिक्शा का पीछा किया। वह इमरान की आटा चक्की के बाहर आकर रुकी। थाने लाकर पूछताछ की गई, तो पूरा घोटाला सामने आया। पुलिस ने इस मामले में चार और आरोपियों की गिरफ्तारी की है। पुलिस ने मंजूर पुत्र मुख्तियार निवासी आरएनटी मार्ग, नसीम पुत्र अली हुसैन पुत्र साकिर हुसैन निवासी आजाद नगर और शाहरुख हुसैन पुत्र मंजूर हुसैन निवासी आरएनटी मार्ग इंदौर को गिरफ्तार कर उनसे वाहन जिससे शासकीय अनाज कलेक्ट करते थे। उसे भी जब्त किया गया है वहीं पुलिस ने इस मामले में लिप्त महिला एजेंटों की गिरफ्तारी भी की है।


Share

Leave a Reply