चुनाव के पहले वोटिंग के लिए गाड़ी में भरकर गांव लाए जा रहे मजदूरों से भरी गाड़ी पलटी, 15 लोग घायल, जाने कहा की है ये घटना
महासमुंद | चुनाव के एक दिन पहले वोटिंग के लिए पिकअप वाहन में भरकर गांव लाए जा रहे मजदूरों का वाहन पलट गया। ओडिशा सीमावर्ती सिंघोड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम मुरमुरी के पास एनएच 53 पर सोमवार रात करीब साढ़े 09 बजे हुए इस हादसे में 15 मजदूर घायल हो गए, जिनमें 10 महिलाएं हैं। वाहन में बच्चे भी सवार थे।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार महासमुंद जिले के बसना थाना क्षेत्र के ग्राम बेलडीहपठार निवासी 30 महिला-पुरुष करीब दो महीने पहले रोजी-रोटी के लिए ग्राम साधुपाली (ओडिशा) गए थे। 28 फरवरी को होने वाले पंचायत चुनाव में वोटिंग कराने के लिए उन्हें 26 जनवरी को पिकअप-सीजी 06 जीई 4628 में भरकर उनके गांव बेलडीहपठार लाया जा रहा था। ग्राम मुरमुरी के पास मजदूरों से भरा यह पिकअप वाहन पलट गया। इस हादसे में मालवाहक वाहन में ढोये जा रहे मजदूर गोपाल, चित्रसेन, समारी बाई, हृदयराम, देवराज खुटें, सविता खुटें, तोमर बाई, नीरबति, जलसिंह, कलिकमोती, गणेशी बाई खुटें, बसंती बाई, गेंद बाई, शांति बाई, शेत बाई घायल हो गए। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को थाना सिंघोडा के शासकीय वाहन, 112, हाइवे पेट्रोलिंग वाहन से शासकीय अस्पताल सरायपाली पहुंचाया। इस वाहन में सवार रहे 28 वर्षीय प्रार्थी मेघूलाल खूटे पिता मंगल सिंह खूटे बेलडीहपठार निवासी की रिपोर्ट पर पिकअप वाहन चालक के खिलाफ धारा 279,337 के तहत अपराध कायम किया गया है।
दलालों के हाथों का खिलौना बने मजदूर
रोजी-रोटी के लिए या मजदूर दलालों के चंगुल में फंसकर जिले से पलायन करने वाले मजदूरों की संख्या में हजारों में होगी। प्रशासन के पास इसका कोई रिकॉर्ड नहीं होता, प्रशासन इसकी जरूरत भी नहीं समझता। मगर गांवों से पलायन करने वाले ये मजदूर मतदाता भी हैं, गांव की मतदाता सूची में इनका रिकॉर्ड है। चूंकि पंचायत चुनाव में एक-एक वोट बहुत मायने रखता है, ऐसे में पलायन करने वाले मजदूर भी याद आ रहे हैं। जो मजदूर ओडिशा या आसपास के जिलों में हैं, उन्हें गांव लाया जा रहा है, ताकि उनका वोट डलवाया जा सके। लेकिन ऐसे बहुत से मजदूर हैं, जो उस दिन भी किसी दूसरे जिले या प्रदेश के ईंट भट्?ठों में कैद होंगे, जब उनके गांव में पंचायत प्रतिनिधि चुनने के लिए वोट डाले जा रहे होंगे।