बड़ी खबर: 6 बच्चियां को तस्करों के चंगुल से बचाया गया, राजधानी ट्रेन से दिल्ली ले जाने की थी तैयारी
रांची। राजधानी ट्रेन से दिल्ली जाने के लिए रांची रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रही 6 नाबालिग बच्चियों को आरपीएफ की टीम ने तस्करों के चंगुल से बचाया। आरपीएफ के नन्हे फरिश्ते की टीम ने इन बच्चियों को तस्करों से मुक्त कराकर पूछताछ के बाद रांची के चाइल्ड लाइन को सौंप दी। इन बच्चियों में खूंटी जिले की 4 और गुमला व सिमडेगा जिले की एक-एक बच्ची शामिल है।
इस संबंध में आरपीएफ इंचार्ज अमिताभ आनंद ने बताया कि हर दिन की भांति सोमवार को भी आरपीएफ की नन्हे फरिश्ते की टीम चेकिंग अभियान चला रही थी। इसी बीच निरीक्षक सुनीता पात्रा के नेतृत्व में नन्हे फरिश्ते के टीम को रांची रेलवे स्टेशन पर 6 नाबालिग बच्चियों को ट्रेन का इंतजार करते दिखीं। पूछताछ पर इन बच्चियों ने घरेलू काम के लिए दिल्ली ले जाने की बात कही।
इस दौरान आरपीएफ की नन्हे फरिश्ते की टीम ने तस्करों की खोजबीन की, पर कोई तस्कर हाथ नहीं आया। आरपीएफ के मुताबिक, खूंटी के अलावा गुमला और सिमडेगा जिले के इन 6 बच्चियों को तस्कर रांची रेलवे स्टेशन छोड़ कर चला गया। इसके अलावा यह भी संभावना जतायी जा रही है कि तस्कर दूर से ही इन बच्चियों पर निगरानी रखे हुए था। इन बच्चियों के आरपीएफ के कब्जे में आने के बाद फरार हो गया होगा।
जानकारी मिली कि खूंटी जिले की 4 बच्चियों के अलावा गुमला जिला के एक और सिमडेगा जिला के एक बच्ची को घरेलू कार्य के लिए दिल्ली ले जाया जा रहा था। इसके लिए सभी 6 बच्चियों को रांची रेलवे स्टेशन से राजधानी ट्रेन से ले जाने की योजना तस्करों की थी, पर आरपीएफ की नन्हे फरिश्ते ने इन तस्करों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
आरपीएफ की ओर से बताया गया कि रांची रेलवे स्टेशन पर नन्हे फरिश्ते की ओर से चेकिंग अभियान विगत 15 अगस्त, 2020 से चलाया जा रहा है। अभी तक 31 बच्चों को बचाया गया है, जबकि 10 तस्करों को गिरफ्तार भी किया गया है।