छत्तीसगढ़ पर फिर पड़ा Corona का साया,एक ही दिन में इस जिले में मिले इतने कोरोना मरीज,जानिए किस जिले में कितने एक्टिव केस ?    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    छत्तीसगढ़ में आज कोरोना के 10 नए मरीज मिले, कहां कितने केस मिले, देखें सूची…    |    प्रदेश में थमी कोरोना की रफ्तार, आज इतने नए मामलों की पुष्टिं, प्रदेश में अब 91 एक्टिव केस    |    CG CORONA UPDATE : छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामलों में बढ़त जारी...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    BREAKING : प्रदेश में आज 15 नए कोरोना मरीजों पुष्टि, देखें जिलेवार आकड़े    |    प्रदेश में कोरोना का कहर जारी...कल फिर मिले इतने से ज्यादा मरीज, एक्टिव मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 100 के पार    |    छत्तीसगढ़ में मिले कोरोना के 14 नए मरीज...इस जिले में सबसे ज्यादा संक्रमित,कुल 111 एक्टिव केस    |    सावधान : छत्तीसगढ़ में फिर बढ़ रहा कोरोना...जानें 24 घंटे में सामने आए कितने नए केस    |    Corona update: प्रदेश में 2 कोरोना मरीजों की मौत...इलाज के दौरान तोड़ा दम    |

बड़ी खबरः तन्मय को नहीं बचाया जा सका, जिंदगी की जंग हारा, करीब 84 घंटे रेस्क्यू के बाद बोरवेल से बाहर निकाला शव, गांव में पसरा मातम

बड़ी खबरः तन्मय को नहीं बचाया जा सका, जिंदगी की जंग हारा, करीब 84 घंटे रेस्क्यू के बाद बोरवेल से बाहर निकाला शव, गांव में पसरा मातम
Share

 बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर आई है। बोरवेल में गिरा मासूम तन्मय जिंदगी की जंग हार गया है। जिले के मांडवी गांव में 400 फीट गहरे खुले बोरवेल में गिरे 8 साल के तन्मय साहू को बचाया नहीं जा सका। इस खबर से गांव सहित पूरे जिले के लोग स्तब्ध है। लोगों को उनके बचने की पूरी उम्मीद थी। वहीं डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित करने के बाद परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में शोक की लहर है। हर कोई तन्मय की ही चर्चा करते नजर आ रहे है।

बता दें कि एमपी के बैतूल जिले के मांडवी गांव का मासूम तन्मय बोरवेल में फंसा हुआ था। रेसक्यू ऑपरेशन भी लगातार जारी रही लेकिन टीम को तन्मय तक पहुंचने में सफलता नहीं मिली। 45 फीट तक खुदाई करने के बाद 10 फीट की होरिजेंटल टनल बनाकर तन्मय तक पहुंचने की कोशिश की गई पर हार्डरॉक्स के चलते इस पूरी मुहिम में काफी समस्याओं का सामना टीम को करना पड़ा। इस पूरे ऑपरेशन में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीम विशेषज्ञों के साथ ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। मौके पर बैतूल,नर्मदापुरम भोपाल और हरदा का प्रशासनिक अमला भी जुटा रहा। अधिकारियों की चिंता तब बढ़ी जब लंबे समय से तन्मय ने कोई रिस्पांस नहीं दिया, हालांकि स्थिति के मद्देनजर एंबुलेंस, मेडिकल टीम, लाइफ सेफ्टी इक्विपमेंट्स के साथ पूरी टीम तैयार रही। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन के प्रयास की सराहना की किंतु नियति के आगे सब नतमस्तक हो गए।


Share

Leave a Reply