बड़ी खबर: सब्जी व्यापारियों और आर्मी के जवान ने की पुलिस पर तलवार से ताबड़तोड़ हमला
बालोद| सब्जी व्यापारियों को समझाने पहुंची पुलिस पर लोगो ने हमला बोल दिया| आपको बता दे की कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने किए लॉक डाउन के बीच पहली बार छत्तीसगढ़ में सब्जी व्यापारियों ने पुलिस जवानों पर हमला कर दिया। गुरुवार को बालोद जिले के अर्जुंदा में पुलिस सब्जी बाजार में व्यापारियों को तय समय पर सब्जी दुकान लगाने की समझाइश दे रही थी। इसी बीच कुछ लोगों ने जवानों पर हमला बोल दिया। पुलिस और सब्जी व्यापारियों के बीच हुई इस झड़प में दो जवान बुरी तरह घायल हो गए। दुर्ग आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि घायल जवानों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। झड़प के बाद सुरक्षा की दृष्टि से अर्जुंदा में अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया है। स्थिति काबू में है। उपद्रव करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
आर्मी जवान व व्यवसायी ने कीया हमला-
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक यह घटना गुरुवार दोपहर 12 बजे की है। कोरोना वायरस के चलते सब्जी बाजार में लगे भीड़ को व्यवस्थित करने पुलिस जवानों की तैनाती की गई, तभी एक आर्मी जवान व व्यवसायी ने सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मी से धक्का-मुक्की करने लगा। पुलिस जवानों ने इसका विरोध कर व्यवस्थित करने का प्रयास किया तो पुलिस के साथ ही गाली-गलौच किया। जिसके बाद विवाद इतना बढ़ गया की आर्मी जवान व सब्जी व्यापारी ने तलवार व पत्थर से आरक्षक विकास राजपूत व कमलेश रावटे पर हमला कर दिया। हमले में कांस्टेबल विकास राजपूत का सिर फट गया।
बड़ी संख्या में पुलिस जवान तैनात-
थाना प्राभारी अरुण नेताम ने बताया कि यह दु:खद घटना है। पुलिस जवान लोगों की सुरक्षा में लगी हुई है लेकिन लोग इस संकट की घड़ी में खुद की सुरक्षा करने के बजाए सुरक्षा में लगे जवानों पर ही हमला कर रहे है। इस घटना के बाद एएसपी डीआर पोर्ते, एसडीओपी दिनेश सिन्हा सहित बड़ी संख्या में पुलिस जवानों की तैनाती कर दी है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
की जाएगी सख्त कार्यवाई-
अर्जुंदा में स्थानीय प्रशासन ने सब्जी बाजार और दुकान खुलने का समय निर्धारित किया है। इसी बीच कुछ सब्जी व्यापारी तय समय से पहले सब्जी की दुकान लगाने लगे। भीड़ बढ़ता देख जवानों ने समझाइश दी। जिसके बाद कुछ लोग भड़क गए और उल्टा जवानों पर हमला कर दिया। पुलिस ने बताया कि उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। लॉक डाउन के बीच पुलिस जवानों पर हमले का छत्तीसगढ़ में यह पहला मामला है। दुर्ग आईजी ने बताया कि सख्ती जरूरी है, उपद्रवी बख्शे नहीं जाएंगे।