प्रतिबंध के बावजूद दुगने से अधिक कीमत पर उपलब्ध है गुटखा, तंबाकू, सिगरेट
जगदलपुर। जिले में लॉक डाउन प्रभावशील है, जिसके चलते पान ठेले सहित तमाम दुकानें बंद है। कोरोना वायरस के संक्रमण के विस्तार की संभावना को लेकर गुटका, तंबाकू, सिगरेट पर जिला प्रशासन ने विशेष तौर से आदेश जारी करते हुए इसके विक्रय एवं उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से इन तमाम नशीली वस्तुओं की उपलब्धता निर्बाध रूप से इसके उपयोग करने वालों को दुगने से अधिक कीमत पर आसानी से उपलब्ध है। प्रतिबंध के बाद फर्क सिर्फ इतना पड़ा है कि जिनके पास गुटका, तंबाकू, सिगरेट के स्टाफ मौजूद है वे इसे दुगनी से अधिक कीमत पर आसानी से लोगों को उपलब्ध हैं।
उल्लेखनीय है कि गुटका, तंबाकू, सिगरेट के आदि हो चुके लोगों को इसकी तलब मुंह मांगी कीमत पर उपलब्ध होने से इसे प्रतिबंधित करने का कोई असर पढ़ता हुआ नजर नहीं आता है। इसके ठीक विपरीत प्रतिबंध के बाद कालाबाजारीओं को कई गुना अधिक कीमत पर बेचकर पैसा कमाने का अच्छा अवसर प्राप्त हुआ है। यदि जिला प्रशासन के द्वारा गुटखा, तंबाकू, सिगरेट पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाता तो इसकी कीमतें नहीं बढ़ती, अर्थात प्रतिबंध से गुटखा तंबाकू सिगरेट प्रतिबंध तो नहीं हुआ लेकिन इसकी कालाबाजारी जमकर होने लगी। इसके शौकीन किसी भी कीमत पर खरीद कर इसका उपयोग सामान्य तौर पर कर रहे हैं। प्रशासनिक स्तर पर यदा-कदा कार्यवाही कर औपचारिकता पूरी कर ली जाती है, लेकिन इसके बाद भी प्रशासन के प्रतिबंध के फरमान का खुला उल्लंघन देखा जा सकता है। विदित हो कि गुटखा के कारोबार पर कई बार प्रतिबंध का खेल खेला गया है। लेकिन इसके बाद भी गुटखा का कारोबार बड़े पैमाने पर चलता रहा है।