दो दिन बाद होली: राजधानी में बढ़ी रंग-गुलाल-पिचकारियों की डिमांड
रायपुर। रंगों के त्योहार होली को अब महज दो दिन का समय शेष रह गया है। राजधानी के मालवीय रोड, गोलबाजार, बंजारी रोड स्थित होली सामग्रियों के थोक दुकानों में फुटकर व्यापार तेज हो गया है।
राजधानी के थोक बाजार में होली की खुमारी अब चढऩी शुरू हो गई है। शहर के मालवीय रोड, गोलबाजार, बंजारी मंदिर क्षेत्र स्थित थोक दुकानों में रंग-गुलाल और पिचकारियों की दुकानें सजकर तैयार हैं और यहां फुटकर व्यापारियों ने खरीददारी भी शुरू कर दी है। शहर में रंग-गुलाल और पिचकारियों का व्यापार करने वाले व्यापारियों के अनुसार होली में महज दो दिन का समय शेष रह गया है। ऐसे में फुटकर व्यापार तेज हो गया है। हालांकि होली सामग्रियों की थोक में खरीददारी होली के पखवाड़े भर पहले शुरू हो जाती है। लेकिन अधिकांश फुटकर व्यापारी होली पर्व के सप्ताह भर पहले से ही खरीददारी शुरू करते हैं। लिहाजा थोक व्यापारियों के यहां से फुटकर व्यापारी लगातार माल उठा रहे हैं। हर बार की तरह इस बार भी होली सामग्रियों के थोक व्यापारी चाइना मेड पिचकारी और अन्य वस्तुएं रखने से परहेज कर रहे हैं। थोक व्यापारियों के अनुसार पिछले वर्ष भी अधिकांश व्यापारी चाइना मेड रंग-गुलाल और पिचकारियों के विक्रय से परहेज कर रहे थे, इस वर्ष भी यही टे्रंड हैं। स्वदेशी रंग-गुलाल को सभी व्यापारी प्रोत्साहित कर रहे हैं। हर साल की तरह इस वर्ष भी हर्बल गुलाल की डिमांड बनी हुई है। इसके अलावा सेंटेट गुलाल, चूड़ी रंग के साथ ही अन्य रंगों की डिमांड फुटकर व्यापारी कर रहे हैं। इसी तरह पिचकारियों में भी इस वर्ष नई रेंज आई हुई है। पारंपरिक पंप पिचकारी के अलावा सिलेंडर पिचकारी और अन्य तरह की पिचकारियों की पूरी रेंज बाजार में उपलब्ध है।