कोरोना संक्रमण को देखते हुए गणेश उत्सव समितियों को शासन ने दिये सोशल डिस्टेसिंग के निर्देश
रायपुर। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी भादो मास की चतुर्थी तिथि को देवों में प्रथम गणपति बप्पा का जन्म उत्सव 22 अगस्त को गणेश चतुर्थी के रूप में घरों एवं सार्वजनिक गणेश उत्सव समितियों द्वारा प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही प्रारंभ होगा।
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ज्ञातव्य है कि विश्व व्यापी कोरोना वायरस 19 महामारी के चलते लगातार कोरोना संक्रमण के मामलों में हो रही वृद्धि को देखते हुए जिला प्रशासनों द्वारा प्रशासनिक अधिकारी (एसडीएम) की अनुमति के उपरांत ही गणेश उत्सव समितियों द्वारा केवल चार फीट की गणेश प्रतिमा ही स्थापित की जा सकेगी।
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राज्य शासन ने छत्तीसगढ़ के समस्त जिलों के जिला कलेक्टरों को एसडीएम के माध्यम से सोशल डिस्टेसिंग का पालन करवाने का सख्त निर्देश गणेश उत्सव समितियों को देने के साथ ही अनुमति देने की अनुशंसा की है। वहीं शहर में इस वर्ष गणेश उत्सव की चहल पहल भी गत वर्षों की तुलना में बेरौनक है। विदित हो की रायपुर गणेश उत्सव के आयोजन के लिए पूरे प्रदेश भर में विख्यात है यहां पर दूर दूर से श्रद्धालु केवल गणेश झांकियों को देखने के नाम से ही 11 दिनों तक शाम रात तक आवाजाही करते रहे हैं। इस वर्ष कोरोना महामारी की छाया में गणेश उत्सव पर्व को समितियों द्वारा व्यापक स्वरूप न देते हुए श्रद्धा भाव से मनाने की अपील सभी से की गई है। वहीं घरों में स्थापित गणेश प्रतिमाओं का विधिविधान से पूजन भक्तों द्वारा पूरे 11 दिन किया जाएगा।